नई दिल्लीः कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए सरकार ने कमर कस ली है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1.70 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का एलान करते हुए कहा कि कोई भूखा न रहे सरकार की यही कोशिश है. लॉक डाउन का असर ग़रीबों और दिहाड़ी मजदूरों पर सबसे ज्यादा पडा है इस लिहाज से पैकेज भी ज्यादातर उन्हीं को समर्पित है.
अन्न और धन दोनों तरीकों से सरकार गरीबों की मदद करेगी.
1 - प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना से 80 करोड़ लोगों को अन्न दिया जाएगा. हर व्यक्ति को 5 किलो खाद्यान्न अलग से मुफ्त दिया जाएगा. अगले तीन महीनों तक 80 करोड़ गरीबों को 5 किलो ज्यादा राशन (गेहूं या चावल) मिलेगा. इसके साथ ही हर घर को उनकी पसंद की एक किलो दाल भी दी जाएगी.
2 - संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए इपीएफ की 24% रकम अगले 3 महीने तक सरकार ही देगी. ये 100 कर्मचारियों तक के संस्थानों के लिए होगा, जिसमे...
नई दिल्ली (ऋचा मिश्रा, TEN वर्ल्ड डेस्क). इंसान एक सामाजिक प्राणी है, लेकिन आज वो अपनी नैसर्गिक परवर्ती और महामारी के बीच दोराहे पर खड़ा है. एक तरफ नए सूक्ष्म जीव कोविड 19 (कोरोना) से बचने के लिए वो घरों में रहने को मजबूर है वहीं इसके चलते एक अद्रश्य शत्रु विकराल रूप धर रहा है. ये है अवसाद, कोरोना का भय और आर्थिक अनिश्चितता के बीच समाज से कट जाने के मानसिक दुष्प्रभावों को लेकर आज दुनिया भर के मनो-वेज्ञानिक चिंतित हैं.अधिकांश देशों ने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए नागरिकों को अपने घरों में ही रहने की हिदायत दी है, भारत सहित कई देशों में इसे सख़्ती के साथ लागू किया जा रहा है. करोड़ों नागरिक आज अपने ही घरों में क़ैद हैं, दिन पर दिन अपने ही घर में रहने को मजबूर. ये एक ऐसी स्थिति है जो इंसान ने शायद ही पहले कभी देखी होगी.
ब्रिटेन के प्रख्यात मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ सिमोन वेस्ल...
न्यूयॉर्क (ऋचा शर्मा, वर्ल्ड डेस्क). मानव जाति के लिए इस वक्त पूरी दुनिया की नजर में चीन सबसे बड़ा विलेन बन गया है. चीन की एक छोटी सी लापरवाही ने पूरी दुनिया को खतरे में डाल दिया है. कोरोना वायरस को लेकर अब चीन दुनिया के कई देशों के निशाने पर है. जुबानी जंग तेज हो चुकी है तो भविष्य में चीन का दुनिया के अलग-थलग पड़ना तय है. इसकी शुरुआत हो चुकी है.
चीन की चाल और साजिशों को धीरे-धीरे पूरी दुनिया समझ रही है. अमेरिका के वकील लैरी केलमेन ने विश्व स्तर पर कोरोना वायरस फैलाने को लेकर चीन के खिलाफ 200 खरब डॉलर का मुकदमा ठोक दिया है. मुकदमे में चीन पर दुनिया के 3.34 लाख लोगों की जान से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया गया है.
आपको बता दें कि टेक्सास की एक कंपनी में फ्रीडम वॉच नामक निगरानी समूह की वकालत करने वाले केलमेन ने टेक्सास के उत्तरी डिस्ट्रिक्ट की अदालत में मुकदमा दायर करते हुए आरोप ...
बीजिंग. चीन में अब हंता वायरस ने दस्तक दे दी है. कोरोना वायरस के बाद में हंता वायरस से एक व्यक्ति की मौत हो गई है. ग्लोबल टाइम्स में छपी इस रिपोर्ट के बाद में पूरी दुनिया में फिर से कोहराम मचा है. हालांकि जानकारों का मानना है कि हंता वायरस भी खतरनाक है लेकिन यह कोरोना की तरह खतरनाक नहीं है. लेकिन समय रहते चीन को इस पर काबू पाना पड़ेगा.
कुछ विशेषज्ञों का यह भी दावा है कि जब तक चीन में जिंदा जानवरों को खाने का सिलसिला नहीं थमेगा तब तक इसी तरह के वायरस चीन में फैलते रहेंगे.
ताजा मामला चीन के युन्नान प्रांत का है. यहां एक व्यक्ति की सोमवार को हंता वायरस से मौत हो गई. पीड़ित व्यक्ति काम करने के लिए बस से शाडोंग प्रांत लौट रहा था. इसी दौरान उसकी अचानक मौत हो गई. उसे हंता वायरस से पॉजिटिव पाया गया था. जैसे ही पीड़ित की मौत का पता चला तो बस में सवार अन्य 32 अन्य लोगों की भी जांच की ग...
नई दिल्ली. अन्य देशों की तरह भारत में भी कोरोना संक्रमण को लेकर हालात बिगड़ते जा रहे हैं. सरकार जिस लॉक डाउन के तहत लोगों को घर में रहने की अपील कर रही है यदि देश के लोगों ने इसकी गंभीरता से पालना नहीं की तो हो सकता है भारत में आने वाले दिनों में 30000 लोगों की मौत हो जाए.
द प्रिंट की एक रिपोर्ट की मानें तो भारत में कोरोना के पहले मामलों को 50 के आंकड़े पर पहुंचने में 40 दिन लगे, 100 के आंकड़े को छूने में और पांच दिन लगे, इसके तीन दिन के भीतर यह आंकड़ा 150 का हो गया और महज दो और दिनों में 200 का आंकड़ा पहुंच गया. अब इसके बाद इसका पहिया और तेजी से घूमने वाला है. पक्के मामलों की संख्या पांच या उससे भी कम दिनों में दोगुनी हो रही है, जबकि इस महीने के शुरू में ऐसा होने में छह दिन लग रहे थे. इस तरह भारत में भी इसकी रफ्तार दुनिया के दूसरे देशों में जो रफ्तार है उसके बराबर हो गई...
न्यूयॉर्क (TEN वर्ल्ड डेस्क). World Happiness Report-2020 जारी कर दी गई है. फिनलैंड ने एक बार फिर दुनिया के सबसे खुशहाल देशों में पहला स्थान प्राप्त किया है. फिनलैंड ने तीसरी बार यह पहला स्थान हासिल करने का गौरव प्राप्त किया है. संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट-2020 के मुताबिक टॉप 10 (TEN) शीर्ष खुशहाल देशों में से 9 यूरोप के हैं. और तो और टॉप-20 शीर्ष खुशहाल देशों में एशिया का एक भी देश शामिल नहीं हो पाया है.
153 देशों को लेकर तैयार की गई इस रिपोर्ट में अफगानिस्तान, दक्षिणी सूडान, जिम्बाब्वे और रवांडा सबसे निचले पायदान पर हैं. फिनलैंड के बाद डेनमार्क, स्वीट्जरलैंड, आइसलैंड और नॉर्वे खुशहाल देशों की सूची में टॉप पर रहे हैं. आपको बता दें किसी देश की खुशहाली मापने के लिए 6 मानकों पर सवाल तैयार किए गए थे. इनमें संबंधित देश की प्रति व्यक्ति आय, जीडीपी, सामाजिक सहयोग-सौहा...
कोरोना संक्रमण की दहशत पुरी दुनिया के साथ भारत में भी ऐसे फैल चुकी है. ऐसा माहौल बन गया है जैसे हर किसी को मानो सामने मौत खड़ी नजर आ रही है. सोशल मीडिया पर चल रहे भ्रामक प्रचार, गलत खबरों से ऐसा माहौल बन गया है जैसे हर आदमी की मौत निश्चित है. लेकिन यह सच नहीं है. इस वक्त देश की केन्द्र और राज्य सरकारें जो गाइडलान्स जारी कर रही हैं उन्हें यदि समय रहते, सतर्क रहते हुए ही फोलो कर लिया जाए तो आपको कोई खतरा नहीं. लेकिन भारतीय लोग अभी भी इसको हल्के में ले रहे हैं. खुद का और परिवार का बचाव करने के उपाय अपनाने के बजाए भारतीय बेवजह के जॉक्स और भ्रामक प्रचार में अपना समय जाया कर रहे हैं.
Breaking News >> अमेरिकी सांसद ने चीन पर ठोका 200 खरब डॉलर का केस, COVID-19 जैविक हथियार बनाने का आरोप
इस वक्त हमें दो बड़े सच जानना बेहद जरुरी है. पहला सच यह है कि जरुरी नहीं आप कोरोना संक्रमित के सम्पर...
रोम/नई दिल्ली. हम सब सोच रहे होंगे कि आखिर भारत में इतना डर कोरोना को लेकर क्यों बना हुआ है, कहीं धारा 144 लगाई जा रही है तो कहीं शॉपिंग मॉल, सिनेमाघर, रेस्त्रां बंद किए जा रहे हैं, और तो और अब जनता कर्फ्यू के हालात देखने को मिल रहे हैं. लेकिन इन सब के पीछे क्या आप जानते हैं क्या कारण है? इसके पीछे का एकमात्र कारण है इटली.
इटली ने जो गलती की वो भारत या कोई भी समझदार देश नहीं करना चाहेगा. क्योंकि चीन से करीब 7, 562 किलोमीटर दूर होने के बावजूद इटली में कोरोना वायरस का ऐसा कहर देखने को मिला कि जिस देश में कोरोना का दूर दूर तक नाम नहीं था वो आज दुनिया की सबसे बडी कब्रगाह बन गया है. कोरोना के कहर से चीन में भले ही मौत का सिलसिला थम गया है लेकिन इटली में इस महामारी ने दुनिया की सबसे बड़ी कब्रगाह बना दी है.
चीन में मरने वाले लोगों की संख्या को इटली ने पीछे छोड़ दिया है. चीन में जहां कोरोना...
-निर्भया केस के चारों आरोपियों को फांसी पर लटकाया गया
-सुबह 5.30 बजे दी गई चारों दोषियों को फांसी
-आधे घंटे बाद तक लटकाए रखा फांसी पर
-जेलर के निर्देश पर जल्लाद पवन ने दी फांसी
- मेडिकल अफसर ने चारों को मृत घोषित किया
- फांसी से पहले SC और HC ने खारिज की थी याचिका
- निर्भया के माता-पिता ने 20 मार्च, निर्भया दिवस के रूप में मनाने को कहा.
नई दिल्ली. देश और दुनियाभर में मानवता को शर्मसार कर देने वाले निर्भया के केस के चारों गुनहगारों को आखिरकार 20 मार्च की सुबह साढ़े पांच बजे फांसी के तख्ते पर लटका दिया गया. 7 साल 3 महीने और 3 दिन बाद मिले इस इंसाफ को लेकर देशभर में जश्न भी देखने को मिला कहीं आतिशबाजी हुई तो कहीं मुंह मीठा कराकर देश की बेटी के गुनहगारों का फांसी मिलने पर खुशी जाहिर की गई.
तिहाड़ जेल इस दौरान कई लोग मौजूद रहे जिन्होने इसे न्याय की जीत बताई. निर्भया ...
नई दिल्ली (ऋचा शर्मा). वैसे तो हमें बचपन से ही स्कूल में हाथ धोने की आदतों को लेकर बहुत कुछ सिखाया जाता है. समझाया जाता है कि किन कामों को करते हुए हाथ धोना चाहिए. हाथ धोने की आदत हमें हमारे घर पर भी डालनी होती है. स्वस्थ रहने के लिए हाथ धोने का महत्व किसी से छुपा नहीं है. बावजूद इसके कई बार हम जल्दबाजी या यों कहें कि आलस के चलते हाथ धोने में लापरवाही करते हैं. और यही लापरवाही आज देश और दुनिया में जानलेवा साबित हो रही है.
कोरोना जैसे गंभीर वायरस के संक्रमण का सबसे बड़ा कारण हाथ को साफ ना करना बना हुआ है. इसके लिए सैनिटाइजर या साबुन का इस्तेमाल किया जा सकता है. ध्यान रखा जाए कि हाथों में लेकर कम से कम 40 सेकंड तक हाथों को अच्छी तरह से रगड़ कर धोना जरुरी है. ऐसा करने पर ही बैक्टीरिया और गंदगी हाथों से निकल जाती है अन्यथा यह गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैँ.
आपको यह भी बता दें कि WHO के ...