मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा, PM ने देश के नाम पत्र में लिखी यह 10 बड़ी बातें


नई दिल्ली. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा हो गया है. कोरोना संकट के बीच हालांकि भाजपा किसी भी बडे भीड़भाड़ भरे जश्न से दूर है लेकिन इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों के नाम पत्र लिखा है. इस पत्र में पीएम मोदी ने पिछले 1 साल की सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया है, तो कोरोना संकट से आई आपदा के इस दौर में एकजुट रहने का भी संदेश दिया है. मोदी ने इस पत्र में कई उपलब्धियों के साथ गरीब, किसान, महिलाओं और युवाओं का भी जिक्र किया.

पत्र की 10 बड़ी बातें:

 


1- कोरोना संकट:

 

पीएम मोदी ने पत्र के जरिए भरोसा जताया है कि 'देश कोरोना संकट से जंग जीत जाएगा. आपदा से निकलने के लिए धैर्य बनाए रखने की जरूरत है. कोरोना की मार से देश की अर्थव्यवस्था भी उबर जाएगी. हम तेज गति से आगे बढ़ रहे थे कि कोरोना वैश्विक महामारी ने भारत को भी घेर लिया. कई लोगों ने आशंका जताई थी जब कोरोना भारत पर हमला करेगा तो भारत पूरी दुनिया के लिए संकट बन जाएगा. लेकिन आज आपने भारत को देखने का नजरिया बदलकर रख दिया है. ताली-थाली बजाने और दीया जलाने से लेकर भारत की सेनाओं द्वारा कोरोना वॉरियर्स का सम्मान हो, जनता कर्फ्यू या देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान नियमों का निष्ठा से पालन हो, हर अवसर पर आपने ये दिखाया है कि एक भारत ही श्रेष्ठ भारत की गारंटी है. वैश्विक महामारी के कारण यह संकट की घड़ी तो है ही, लेकिन हम देशवासियों के लिए यह संकल्प की घड़ी भी है. हमें याद रखना है कि 130 करोड़ भारतीयों का वर्तमान और भविष्य कोई आपदा या कोई विपत्ती तय नहीं कर सकती.


2- प्रवासी श्रमिक:

प्रवासी श्रमिकों को हो रही असुविधा पर पीएम मोदी ने कहा कि निश्चित तौर पर इतने बड़े संकट में कोई ये दावा नहीं कर सकता कि किसी को कोई तकलीफ या असुविधा न हुई हो. श्रमिक, प्रवासी मजदूर भाई-बहन, छोटे-छोटे उद्योगों में काम करने वाले कारीगर, पटरी पर सामान बेचने वाले, रेहड़ी-ठेला लगाने वाले, दुकानदार, लघु उद्धमियों ने असीमित कष्ट सहा है. इनकी परेशानियों को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं.


3- जनता का आभार:

पत्र में पीएम मोदी ने कहा कि 'आज से एक साल पहले भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ा. देश में दशकों बाद पूर्ण बहुमत की किसी सरकार को लगातार दूसरी बार जनता ने जिम्मेदारी सौंपी. इस अध्याय को रचने में आपकी बहुत बड़ी भूमिका रही है. ऐसे में आज का यह दिन मेरे लिए, अवसर है आपको नमन करने का, भारत और भारतीय लोकतंत्र के प्रति आपनी इस निष्ठा को प्रणाम करने का है.' मोदी ने लिखा कि '2019 में आपका आशीर्वाद, जनता का आशीर्वाद, देश के बड़े सपनों के लिए था, आशाओं-आकंक्षाओं की पूर्ति के लिए था. इस एक साल में लिए गए फैसले इन्हीं बड़े सपनों की उड़ान है.


4- सबका साथ, सबका विकास:

'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' इस मंत्र को लेकर आज देश सामाजिक हो या आर्थिक, वैश्विक हो या आंतरिक, हर दिशा में आगे बढ़ रहा है.'


5- पत्र के जरिए आशीर्वाद:

कोरोना संकट और लॉकडाउन के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'अगर सामान्य स्थिति होती तो मुझे आपके बीच आकर आपके दर्शन का सौभाग्य मिलता, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के कारण से जो परिस्थितियां बनी हैं उन परिस्थितियों में, मैं इस पत्र के द्वारा आपका आशीर्वाद लेने आया हूं.


6- लोकतंत्र की सामूहिक शक्ति:

बीते साल में आपके स्नेह, शुभाशीष और आपके सक्रिय सहयोग ने मुझे निरंतर एक नई ऊर्जा, नई प्रेरणा दी है. इस दौरान आपने लोकतंत्र की जिस सामूहिक शक्ति के दर्शन कराए वह आज पूरे विश्व के लिए एक मिसाल बन चुकी है.'


7- महत्वपूर्ण निर्णय:

पिछले एक साल में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ज्यादा चर्चा में रहे और इस वजह से इन उपलब्धियों का स्मृति में रहना भी बहुत स्वाभाविक है. अनुच्छेद 370, राम मंदिर निर्माण, तीन तलाक हो या फिर नागरिकता संशोधन कानून, ये सारी उपलब्धियां सभी को स्मरण हैं. 'एक के बाद एक हुए इन ऐतिहासिक निर्णयों के बीच अनेक फैसले और बदलाव ऐसे भी हैं जिन्होंने भारत की विकास यात्रा को नई गति और नए लक्ष्य दिए हैं. लोगों की अपेक्षाओं को भी पूरा किया है.


8- चीफ ऑफ डिंफेंस:

'चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद के गठन ने जहां सेनाओं में समन्वय को बढ़ाया है, मिशन गगनयान के लिए भी भारत ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं.'


9- किसान, गरीब:

अब पीएम किसान सम्मान निधि के दायरे में हर किसान आ चुका है. पिछले एक साल में एस योजना के तहत 9.50 करोड़ से ज्यादा किसानों के खातों में 72 हजार करोड़ रुपये से अधिक राशि जमा कराई गई है. 15 करोड़ से अधिक ग्रामीण घरों में पीने का शुद्ध पानी पाइप से मिले, इसके लिए जल जीवन मिशन शुरू किया गया. 50 करोड़ से अधिक के पशुधन के बेहतर स्वास्थ्य के लिए मुफ्त टीकाकरण का बड़ी अभियान चलाया जा रहा है. पहली बार ऐसा हुआ है जब गांव में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों की संख्या शहर में इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों से 10 फीसदी ज्यादा हो गई.


10- जनहित के कानून:

'सामान्य जन के हित से जुड़े बेहतर कानून बनाए गए. इसके लिए भी पिछले 1 साल में तेजी से काम हुआ और पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया. यही कारण है कि कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट हो, चिटफंड कानून में संशोधन हो, दिव्यांगों, महिलाओं और बच्चों को अधिक सुरक्षा देने वाले कानून हों, ये सब तेजी से बन पाए हैं.

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