सचिन पायलट सभी पदों से हटाए गए, गहलोत कैबिनेट से समर्थकों की भी छुट्टी


जयपुर. राजस्थान की सियासत में बडी हलचल हुई है सरकार से बगावत करने वाले सचिन पायलट और उनकी टीम के खिलाफ बडा एक्शन लिया गया है. विधायक दल की बैठक में अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव पास होने के बाद पायलट खेमे के खिलाफ बडी कार्रवाई की गई. इस बैठक में अशोक गहलोत, केसी वेणुगोपाल, अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला सहित कई विधायक मौजूद रहे.

- राजस्थान में सियासी उठापट के बीच कांग्रेस सरकार ने विधायक दल की बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को पद से हटाने की घोषणा.

- पायलट कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाते हुए शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को नया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की घोषणा की.

- पायलट खेमे में लगातार सक्रिय रहे मंत्री रमेश मीणा और मंत्री विश्वेन्द्र सिंह को भी मंत्री पद से हटा दिया गया.

- पायलट खेमे में मौजूद कांग्रेस सेवादल के मुख्य संगठक और विधायक राकेश पारीक को भी सेवादल से हटा दिया गया.

-  हेम सिंह शेखवात को सेवादल का मुख्य संघटक बनाया गया.

- मुकेश भाकर को युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाकर गणेश घूघरा को नया युवा कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया.

- इस पूरे घटनाक्रम के बीच एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पुनिया ने भी पायलट के समर्थन में अपने पद से इस्तीफा दे दिया.

- अनिल चोपड़ा ने पीसीसी सदस्य पद से इस्तीफा दिया.

- अभिषेक चौधरी को अभिमन्यु चौधरी की जगह NSUI प्रदेशाध्यक्ष का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया. NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने की नियुक्ति.

 

सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट:

कांग्रेस सरकार के इस फैसले के साथ ही पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर राजस्थान में गुर्जर बाहुल्य इलाकों में क़ानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हाई अलर्ट कर दिया गया है. वहीं रमेश मीना और विश्वेन्द्र समर्थकों के समर्थक भी आंदोलन कर सकते हैं या सड़कों पर आ सकते हैं. दौसा, सवाईमाधोपुर, टोंक़, भीलवाड़ा समेत कई जिलो में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सचिन पायलट समर्थक खासकर गुर्जर बाहुल्य इलाकों अतिरिक्त पुलिस फ़ोर्स तैनात की गई है.