नई दिल्ली (आलोक शर्मा) अमेरिका और भारत के बीच आर्थिक संबंधों में हाल ही में एक नई चुनौती सामने आई है। अमेरिका ने कुछ भारतीय उत्पादों पर 50% तक का आयात शुल्क (टैरिफ) लगाने का फैसला किया है। यह कदम अमेरिका की घरेलू उद्योगों को संरक्षण देने के लिए उठाया गया है, लेकिन इसका असर केवल भारत पर नहीं बल्कि अमेरिका के खुद के बाजार और उपभोक्ताओं पर भी पड़ेगा।
1. क्या है यह टैरिफ और किन उत्पादों पर लागू है?
अमेरिका ने यह टैरिफ मुख्यतः स्टील, एल्यूमिनियम, फार्मास्यूटिकल्स, टेक्सटाइल्स, और इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर लगाया है। ये वे उत्पाद हैं जो बड़ी मात्रा में भारत से अमेरिका को निर्यात किए जाते हैं और अमेरिका में इनकी मांग भी स्थिर बनी रहती है।
2. अमेरिका में महंगाई को बढ़ावा:
जब किसी वस्तु पर टैरिफ लगाया जाता है, तो उस वस्तु की लागत बढ़ जाती है। भारत से आने वाले सस्ते उत्पादों पर टैरिफ लगने क...
अमेरिका को सता रहा है डॉलर की वैश्विक हैसियत को खतरा
नई दिल्ली (आलोक शर्मा) अमेरिका और भारत के बीच ट्रेड वॉर का प्रमुख कारण क्या है, क्या सच में यह रूस से ऑयल लेने के कारण है या इसके पीछे कोई और कारण है? यह सबसे बड़ा सवाल सबके सामने है। आखिर दुनिया के सामने दो मजबूत दोस्त कैसे दुश्मन बन सकते हैं। क्या भारत-रूस ऑयल डील अमेरिका-भारत ट्रेड वॉर का प्रमुख कारण है? कहने को तो ऊपरी तौर पर दिखने वाला यह एक कारण है, लेकिन पूर्ण रूप से यही कारण नहीं है। भारत रूस से कच्चा तेल इसलिए खरीद रहा है क्योंकि यह भारत को सस्ते दामों में मिल रहा है, जिससे भारत अपने नागरिकों को राहत दे पा रहा है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद अमेरिका चाहता है कि रूस की अर्थव्यवस्था को किसी तरह का सपोर्ट न मिले, लेकिन भारत ने अपने हितों को प्राथमिकता दी — जो किसी भी संप्रभु राष्ट्र का अधिकार है। पर इस ट्रेड व...
इस्लामाबाद। भारत पाक युद्ध के बीच ब्लूच विद्रोही बिना किसी की परवाह किए, और बिना डरे पूरी तरह से भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर भारत का साथ दे रहे हैं। एक तरफ जहां भारत लगातार पाकिस्तान पर जोरदार हमला कर रहा है वहीं दूसरी तरफ ब्लूच विद्रोहियों ने भी पिछले 24 घंटों में करीब 20 से ज्यादा पाक सैनिकों को मार गिराया है और पाकिस्तान की कई चौकियों पर हमला कर तबाह कर दिया है। बताया जा रहा है कि ब्लूच विद्रोहियों के पास सीमित हथियार हैं लेकिन उनके हौसले देखकर पाक आर्मी डरी हुई है। उनका जिस तरह से जोश, उत्साह भारत के समर्थन में देखने को मिल रहा है उससे पाक घबरा गया है। ब्लूच विद्रोही सेना पर बिना डरे रॉकेट से भी हमला कर रहे हैं। ...
इस्लामाबाद। पहलगाम हमले के बाद भारत को गीदड़ भभकियां देने वाले पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ को कुत्ते की मौत मारे जाने का डर सताने लगा है। पाकिस्तान धुंआ धुंआ हो चुका है और अब भारत के जबरदस्त जवाबी हमले के बाद पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ भूमिगत हो गए हैं। पाकिस्तानी पीएम डरकर बंकर में छिप गए हैं।
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ चुका है। पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे ड्रोन और मिसाइल हमलों का भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के घर से 20 किलोमीटर दूर धमाके की खबर सामने आई थी जिसके बाद उन्हें अपनी जान का खतरा सताने लगा और वो बंकर में दुबक गए।
भारत ने इससे पहले जवाबी एक्शन में भारत ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम से लेकर कई मिसाइलों को ध्वस्त कर दिया है। पाकिस्तान के करीब 6 हाईटेक फाइटर जेट F-16 और जेएफ 17 को भारतीय सेना ने मा...
जम्मू कश्मीर। जिस चीन के भरोसे पाकिस्तान भारत से युद्ध को लेकर बडी बडी डिंगे हांक रहा था वहीं पाकिस्तान अब पस्त नजर आ रहा है। चीनी एयर डिफेंस सिस्टम HQ-9 जो पाकिस्तान को मिला था वो भारत ने नेस्तनाबूत कर दिया। जैसे ही पाकिस्तान ने भारतीय सीमा पर हमला किया तो भारत ने एक के बाद एक पाकिस्तान में मिसाइल दागी और उनके एयर डिफेंस सिस्टम तक को तबाह कर दिया। जबकि दूसरी तरफ भारत का S-400 बड़े-बड़े फाइटर जेट्स, क्रूज मिसाइलों, बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन्स को नष्ट करने की अद्भुत क्षमता रखता है। जो लगातार अपने आप को इस भारत पाक युद्ध में साबित भी कर रहा है। भारत के इस एयर डिफेन्स सिस्टम को भारतीय सेना ने सुदर्शन चक्र नाम दिया है। भारत सहित कई देशों ने इसकी ताकत को अपनी रक्षा प्रणाली का हिस्सा बनाया है।
बता दें कि HQ-9 को चीन ने रूस के S-300 सिस्टम और अमेरिका के Patriot सिस्टम की टेक्नोलॉजी को च...
अमेरिका (आलोक शर्मा) । राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने बहुमत हासिल कर दूसरी बार व्हाइट हाउस में कदम रखने की तैयारी कर ली है। इलेक्टोरल वोटों में 270 के बहुमत से आगे निकलते हुए ट्रंप 277 वोटों तक पहुंचे, जबकि डेमोक्रेट्स की उम्मीदवार और मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस 226 वोटों पर रहीं। जैसे ही ट्रंप की जीत की घोषणा हुई, अमेरिका समेत दुनियाभर में उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई।
फ्लोरिडा में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी जनता को संबोधित किया और इस ऐतिहासिक जीत के लिए आभार व्यक्त किया। ट्रंप ने इस जीत को अमेरिका की जनता की जीत करार दिया और कहा, "ये जीत आपके हर एक वोट का नतीजा है। मेरी हर सांस अमेरिका के लिए है, और मैं आपके भविष्य के लिए पूरी ताकत से काम करूंगा।" ट्रंप ने कहा कि स्विंग स्टेट्स में जनता का समर्थन इस जीत म...
कनाडा (आलोक शर्मा )। ब्रैम्पटन शहर में एक हिंदू मंदिर पर हुए खालिस्तानी हमले के बाद देशभर में निंदा और विरोध की लहर फैल गई है। रविवार को हुए इस हमले में एक समूह ने हिंदू सभा मंदिर में पूजा के लिए एकत्रित श्रद्धालुओं पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया, जिससे कनाडा में हिंदू समुदाय के बीच भय और आक्रोश का माहौल बन गया है। इस घटना के वीडियो और तस्वीरों में हमलावरों को मंदिर के बाहर हिंसा करते देखा गया, जिसने कनाडा में खालिस्तानी गतिविधियों पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि ब्रैम्पटन के हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा अस्वीकार्य है। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि हर कनाडाई नागरिक को अपने विश्वास का सुरक्षित रूप से पालन करने का अधिकार है, और उन्होंने इस घटना पर त्वरित कार्रवाई के लिए पील क्षेत्रीय पुलिस को धन्यवाद दिय...
BRICS Summit 2024: (आलोक शर्मा ) पीएम मोदी ने कजान में पुतिन से की मुलाकात, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने की दिशा में उठाए कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के कजान शहर में ब्रिक्स समिट 2024 में भाग लेने के लिए अपनी यात्रा शुरू की। मंगलवार को उनके आगमन पर भारतीय समुदाय ने एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी की यह रूस यात्रा इस वर्ष में दूसरी बार हो रही है, इससे पहले वह जुलाई में मॉस्को गए थे। कजान में, प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। पुतिन ने भारत के कजान में वाणिज्य दूतावास खोलने के निर्णय का स्वागत किया, जिसे दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। पुतिन ने कहा, "हमारी संयुक्त परियोजनाएं लगातार प्रगति कर रही ह...
नई दिल्ली (अंजली दाधीच)। रूस-यूक्रेन संघर्ष 2022 में शुरू हुआ था, और तब से यह संकट वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों पर गहरा प्रभाव डाल रहा है। इस संघर्ष ने न केवल यूरोप, बल्कि दुनिया भर में बड़े आर्थिक और सामाजिक बदलावों को जन्म दिया है।
ऊर्जा संकट और वैश्विक अर्थव्यवस्था
रूस दुनिया का सबसे बड़ा ऊर्जा निर्यातक देश है, और यूक्रेन यूरोप को गैस पहुंचाने वाले महत्वपूर्ण मार्गों में से एक है। संघर्ष के कारण रूस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों और यूरोप में रूसी गैस की आपूर्ति में कटौती से वैश्विक ऊर्जा संकट गहरा गया है। इसके परिणामस्वरूप कच्चे तेल और गैस की कीमतों में तेज़ी से वृद्धि हुई, जिससे वैश्विक मुद्रास्फीति दर बढ़ी और आर्थिक अस्थिरता पैदा हुई। यूरोप को विशेष रूप से सर्दियों में ऊर्जा आपूर्ति के संकट का सामना करना पड़ा, जिससे कई देशों को वैकल्पिक ऊर्जा...
नई दिल्ली । इजरायल और लेबनान के बीच संघर्ष से पूरी दुनिया चिंतित है। इन दोनों देशों का इतिहास जटिल और गहरा है, जो कई दशकों से जारी है। इस युद्ध के संभावित दूरगामी परिणाम न केवल इन दोनों देशों पर, बल्कि सम्पूर्ण मध्य पूर्व और वैश्विक राजनीति पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं। एक तरफ रूस यूक्रेन युद्ध तो दूसरी तरफ इजरायल लेबनान युद्ध ने पूरी दुनिया एक और युद्ध की मुहाने पर खड़ा कर दिया है। शुरूआत में इस बात की कल्पना भी नहीं की गई थी कि इजरायल-हमास युद्ध के बीच अब इजरायल और लेबनान युद्ध की शुरुआत भी हो जाएगी। जिस तरह लोगों की जान जा रही है, दोनों तरफ बेकसूर महिलाएं, युवा और बच्चे मारे जा रह हैं जानकार मानते हैं कि एक और लंबी जंग दस्तक दे चुकी है। ऐसे में भले ही जंग तो लेबनान और इजरायल के बीच में हो लेकिन करीब चार हजार किलोमीटर दूर स्थित भारत भी चिंता में है। भारत इसे संभावित एक बड़े आर्थि...