राधास्वामी सत्संग केन्द्र में बना 20 फुटबॉल के मैदान जितना बड़ा दुनिया का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर


नई दिल्ली. एक ओर जहां दुनियाभर में कोरोना महामारी लाखों लोगों की जान ले चुकी है और हाहाकार मचा है. उसी चुनौतीपूर्ण माहौल के बीच कई भारतीय लोगों और संस्थाओं ने दुनिया के सामने वो मिसाल पेश की है जो हर किसी के लिए नजीर बने है. संकट की इस घड़ी में लगातार सेवाएं देने वाला राधास्वामी सत्संग केन्द्र अपने सामाजिक उत्तरदायित्व और जनसेवा के लिए एक बार फिर दुनिया में चर्चा का केन्द्र बन गया है.

रविवार को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल छतरपुर स्थित राधा स्वामी सत्संग ब्यास केंद्र पहुंचे और दुनिया के सबसे बडे कोविड केयर सेंटर की शुरुआत की. इस दौरान कोविड केयर सेंटर की जिम्मेदारी संभाल रहे आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देसवाल भी उनके साथ थे.

बिना समय गवाए रविवार से यहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों को आइसोलेट करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई. 10,000 बेड की क्षमता वाले इस कोविड केयर सेंटर को फिलहाल 2000 बेड की सुविधा के साथ शुरू कर दिया गया है. यहां वो तमाम व्यवस्थाएं हैं जो कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए आवश्यक हैं.

कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बेड की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही थी. दिल्ली सरकार को उम्मीद है कि इस कोविड केयर सेंटर की शुरुआत के बाद मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी और समय रहते एक बेहतर माहौल में इलाज भी मिल पाएगा. दिल्ली में कोरोना के लगातार बढते मामलों के बीच यह एक बड़ी राहत की खबर कही है.

सेंटर की बात करें तो यह करीब 17,00 फीट लंबा और 700 फीट चौड़ा. लगभग 20 फुटबॉल का मैदान इस सेंटर में समा सकते हैं. इसमें 200 अहाते हैं, सभी में 50 बेड लगे हैं. इस व्यवस्था को मूर्त रुप देने वाली अथॉरिटी का दावा है कि यह विश्व में सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर है. 10 फीसदी बेड्स ऐसे हैं जिनमें ऑक्सीजन की सुविधा भी है. यहां भर्ती होने से लेकर डिस्चार्ज होने तक की पूरी प्रक्रिया इलेक्ट्रॉनिक है. मरीजों की जांच के लिए यहां हमेशा नर्सिंग स्टाफ मौजूद रहेगा.

फिलहाल सभी 2000 बेड की जिम्मेदारी आईटीबीपी को सौंपी गई है. इसके अलावा राधास्वामी सत्संग केन्द्र का मैनेजमेंट भी सरकार को हर जरुरी सहयोग प्रदान कर रहा है. गौरतलब है कि राधास्वामी सत्संग केन्द्र ना केवल दिल्ली में बल्कि पूरे देश में कोरोना की लडाई में राज्य और केन्द्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. इस दौरान करोड़ों रुपए की आर्थिक मदद भी अब तक केन्द्र और राज्य सरकार को दी है. देशभर में अपने जितने भी सत्संग केन्द्र हैं उनकी सेवाएं स्थानीय प्रशासन को कोरोना की जंग से मुकाबले के लिए दी है. लॉकडाउन के दौरान भी देश में सबसे ज्यादा खाने के निशुल्क पैकेट उपलब्ध कराने वाली संस्था के नाम पर राधास्वामी सत्संग केन्द्र को काफ सराहना मिली है.

बता दें राधा स्वामी सत्संग ब्यास दुनिया के करीब 90 देशों में फैला हुआ है. यूएसए, स्पेन, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, जापान, अफ्रीका सहित कई देशों में इनके सत्संग केन्द्र हैं वहीं भारत में भी हजारों केन्द्र संचालित हैं. सभी जगह संगठन की अपनी प्रॉपर्टी है, जिसे 'साइंस ऑफ द सोल स्टडी सेंटर' के नाम से जाना जाता है. इनका किसी भी पॉलिटिकल और कॉमर्शियल ऑर्गनाइजेशन से कोई लेना-देना नहीं है. राधा स्वामी सत्संग ब्यास की स्थापना 1891 में की गई थी, जिनका मकसद लोगों को धार्मिक और आत्मिक शांति, सौहार्द्ध का संदेश देना है. राधा स्वामी का मतलब होता है आत्मा के भगवान. सत्संग का मतलब होता है सच्चाई से परिचय कराना.