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सावधान! कोरोना वायरस से भारत में हो सकती हैं 30,000 लोगों की मौत

नई दिल्ली. अन्य देशों की तरह भारत में भी कोरोना संक्रमण को लेकर हालात बिगड़ते जा रहे हैं. सरकार जिस लॉक डाउन के तहत लोगों को घर में रहने की अपील कर रही है यदि देश के लोगों ने इसकी गंभीरता से पालना नहीं की तो हो सकता है भारत में आने वाले दिनों में 30000 लोगों की मौत हो जाए. द प्रिंट की एक रिपोर्ट की मानें तो भारत में कोरोना के पहले मामलों को 50 के आंकड़े पर पहुंचने में 40 दिन लगे, 100 के आंकड़े को छूने में और पांच दिन लगे, इसके तीन दिन के भीतर यह आंकड़ा 150 का हो गया और महज दो और दिनों में 200 का आंकड़ा पहुंच गया. अब इसके बाद इसका पहिया और तेजी से घूमने वाला है. पक्के मामलों की संख्या पांच या उससे भी कम दिनों में दोगुनी हो रही है, जबकि इस महीने के शुरू में ऐसा होने में छह दिन लग रहे थे. इस तरह भारत में भी इसकी रफ्तार दुनिया के दूसरे देशों में जो रफ्तार है उसके बराबर हो गई...

World Happiness Report-2020: फिनलैंड फिर दुनिया का सबसे खुशहाल देश बना, भारत की रैंकिंग गिरी, पाक की सुधरी

न्यूयॉर्क (TEN वर्ल्ड डेस्क). World Happiness Report-2020 जारी कर दी गई है. फिनलैंड ने एक बार फिर दुनिया के सबसे खुशहाल देशों में पहला स्थान प्राप्त किया है. फिनलैंड ने तीसरी बार यह पहला स्थान हासिल करने का गौरव प्राप्त किया है. संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट-2020 के मुताबिक टॉप 10 (TEN) शीर्ष खुशहाल देशों में से 9 यूरोप के हैं. और तो और टॉप-20 शीर्ष खुशहाल देशों में एशिया का एक भी देश शामिल नहीं हो पाया है. 153 देशों को लेकर तैयार की गई इस रिपोर्ट में अफगानिस्तान, दक्षिणी सूडान, जिम्बाब्वे और रवांडा सबसे निचले पायदान पर हैं. फिनलैंड के बाद डेनमार्क, स्वीट्जरलैंड, आइसलैंड और नॉर्वे खुशहाल देशों की सूची में टॉप पर रहे हैं. आपको बता दें किसी देश की खुशहाली मापने के लिए 6 मानकों पर सवाल तैयार किए गए थे. इनमें संबंधित देश की प्रति व्यक्ति आय, जीडीपी, सामाजिक सहयोग-सौहा...

कोरोना वायरस: जानिए इससे जुड़े 10 बड़े सच

कोरोना संक्रमण की दहशत पुरी दुनिया के साथ भारत में भी ऐसे फैल चुकी है. ऐसा माहौल बन गया है जैसे हर किसी को मानो सामने मौत खड़ी नजर आ रही है. सोशल मीडिया पर चल रहे भ्रामक प्रचार, गलत खबरों से ऐसा माहौल बन गया है जैसे हर आदमी की मौत निश्चित है. लेकिन यह सच नहीं है. इस वक्त देश की केन्द्र और राज्य सरकारें जो गाइडलान्स जारी कर रही हैं उन्हें यदि समय रहते, सतर्क रहते हुए ही फोलो कर लिया जाए तो आपको कोई खतरा नहीं. लेकिन भारतीय लोग अभी भी इसको हल्के में ले रहे हैं. खुद का और परिवार का बचाव करने के उपाय अपनाने के बजाए भारतीय बेवजह के जॉक्स और भ्रामक प्रचार में अपना समय जाया कर रहे हैं. Breaking News >> अमेरिकी सांसद ने चीन पर ठोका 200 खरब डॉलर का केस, COVID-19 जैविक हथियार बनाने का आरोप इस वक्त हमें दो बड़े सच जानना बेहद जरुरी है. पहला सच यह है कि जरुरी नहीं आप कोरोना संक्रमित के सम्पर...

चीन से करीब 7, 562 km दूर इटली को कैसे बना डाला कोरोना ने दुनिया की सबसे बड़ी कब्रगाह? पढें पूरी रिपोर्ट

रोम/नई दिल्ली. हम सब सोच रहे होंगे कि आखिर भारत में इतना डर कोरोना को लेकर क्यों बना हुआ है, कहीं धारा 144 लगाई जा रही है तो कहीं शॉपिंग मॉल, सिनेमाघर, रेस्त्रां बंद किए जा रहे हैं, और तो और अब जनता कर्फ्यू के हालात देखने को मिल रहे हैं. लेकिन इन सब के पीछे क्या आप जानते हैं क्या कारण है? इसके पीछे का एकमात्र कारण है इटली. इटली ने जो गलती की वो भारत या कोई भी समझदार देश नहीं करना चाहेगा. क्योंकि चीन से करीब 7, 562 किलोमीटर दूर होने के बावजूद इटली में कोरोना वायरस का ऐसा कहर देखने को मिला कि जिस देश में कोरोना का दूर दूर तक नाम नहीं था वो आज दुनिया की सबसे बडी कब्रगाह बन गया है. कोरोना के कहर से चीन में भले ही मौत का सिलसिला थम गया है लेकिन इटली में इस महामारी ने दुनिया की सबसे बड़ी कब्रगाह बना दी है. चीन में मरने वाले लोगों की संख्या को इटली ने पीछे छोड़ दिया है. चीन में जहां कोरोना...

7 साल 3 महीने और 3 दिन... निर्भया के दोषियों को लटकाया गया फांसी पर

-निर्भया केस के चारों आरोपियों को फांसी पर लटकाया गया -सुबह 5.30 बजे दी गई चारों दोषियों को फांसी -आधे घंटे बाद तक लटकाए रखा फांसी पर -जेलर के निर्देश पर जल्लाद पवन ने दी फांसी - मेडिकल अफसर ने चारों को मृत घोषित किया - फांसी से पहले SC और HC ने खारिज की थी याचिका - निर्भया के माता-पिता ने 20 मार्च, निर्भया दिवस के रूप में मनाने को कहा. नई दिल्ली. देश और दुनियाभर में मानवता को शर्मसार कर देने वाले निर्भया के केस के चारों गुनहगारों को आखिरकार 20 मार्च की सुबह साढ़े पांच बजे फांसी के तख्ते पर लटका दिया गया. 7 साल 3 महीने और 3 दिन बाद मिले इस इंसाफ को लेकर देशभर में जश्न भी देखने को मिला कहीं आतिशबाजी हुई तो कहीं मुंह मीठा कराकर देश की बेटी के गुनहगारों का फांसी मिलने पर खुशी जाहिर की गई. तिहाड़ जेल इस दौरान कई लोग मौजूद रहे जिन्होने इसे न्याय की जीत बताई. निर्भया ...

कोरोना से दूर रहना हो तो इन दस (TEN) कामों के दौरान जरुर धोएं हाथ!

नई दिल्ली (ऋचा शर्मा). वैसे तो हमें बचपन से ही स्कूल में हाथ धोने की आदतों को लेकर बहुत कुछ सिखाया जाता है. समझाया जाता है कि किन कामों को करते हुए हाथ धोना चाहिए. हाथ धोने की आदत हमें हमारे घर पर भी डालनी होती है. स्वस्थ रहने के लिए हाथ धोने का महत्व किसी से छुपा नहीं है. बावजूद इसके कई बार हम जल्दबाजी या यों कहें कि आलस के चलते हाथ धोने में लापरवाही करते हैं. और यही लापरवाही आज देश और दुनिया में जानलेवा साबित हो रही है. कोरोना जैसे गंभीर वायरस के संक्रमण का सबसे बड़ा कारण हाथ को साफ ना करना बना हुआ है. इसके लिए सैनिटाइजर या साबुन का इस्तेमाल किया जा सकता है. ध्यान रखा जाए कि हाथों में लेकर कम से कम 40 सेकंड तक हाथों को अच्छी तरह से रगड़ कर धोना जरुरी है. ऐसा करने पर ही बैक्टीरिया और गंदगी हाथों से निकल जाती है अन्यथा यह गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैँ. आपको यह भी बता दें कि WHO के ...

किसने और क्यों की कोरोना से US में 22 लाख और UK में 5 लाख मौत की भविष्यवाणी?

लंदन (सौम्यता मिश्रा). दुनिया भर में हाहाकार मचा देने वाले कोरोना वायरस को लेकर खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. लोगों का सुख चैन इस कोरोना वायरस ने छीन लिया है. इस बीच अमेरिका और लंदन के लोगों के लिए एक और डरावनी खबर सामने आई है. हालांकि ब्रिटेन सरकार ने इस डरावनी खबर के बाद और सख्त एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. और पूरे देश में अलर्ट मोड पर सरकार आ गई है. बड़ी बात यह है यदि इंपीरियल कॉलेज लंदन में मैथामेटिकल बायोलोजी के प्रोफेसर और कोरोना पर स्टडी करने वाली टीम के प्रमुख नील फर्ग्यूसन की स्टडी पर नजर डालें तो उनका मानना है कि कोरोना वायरस का खतरा अभी टलने वाला नहीं है. इससे अमेरिका में 22 लाख और लंदन में कई 5 लाख लोगों की मौत हो सकती है. नील फर्ग्यूसन ने अपनी स्टडी के आधार पर ये आशंका जताते हुए भविष्यवाणी की है. उन्होंने इटली से कोरोना पीड़ितों और मरने वालों का ताजा आंकड़ा एकत्रित कि...

9 साल पहले आई फ़िल्म 'कंटेजियन', कोरोना जैसे वायरस की खौफनाक कहानी अब हो रही सच साबित

बीजिंग/ लंदन. बात करीब 40 साल पहले की है, जब 1981 में लिखी एक किताब में कोरोना वायरस जैसी महामारी के चीन में फैलने का जिक्र किया गया था. यानी कोरोना वायरस की भविष्यवाणी करीब 40 साल पहले ही एक किताब में कर दी गई थी और किताब का नाम था 'The Eyes of Darkness'. अमरीकी उपन्यासकार डीन कोन्ट्ज की लिखी यह पुस्तक अचानक जहां रातों रात चर्चा में आ गई वहीं अब एक फिल्म फिर से सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी है. 2011 में आई स्टीवन सोडरबर्ग की फिल्म 'कंटेजियन' की चर्चा रिलीज हुई थी तब उतनी नहीं थी जितनी आज हो रही है. चर्चा भी इतनी की सोशल मीडिया पर जबरदस्त ट्रेंड हो रही है. इस फिल्म में ग्वेनिथ पल्ट्रो, मारिऑन कोटिलार्ड, ब्रेयान क्रेन्सटन, मैट डेमन, लॉरेन्स फिशबर्न, जूड लॉ, केट विंसलेट और जेनिफर जैसे एक्टर्स ने बेहतरीन एक्टिंग की है. यह अमेरिकी फिल्म 2003 में फैले सार्स और 2009 में फैले ...

निर्भया के दोषियों की फांसी तीसरी बार फिर टली

नई दिल्ली. निर्भया केस के दोषियों के सारे विकल्प समाप्त हो चुके थे. लाइफ लाइन से जुड़े हर विकल्प को आजमाए जाने के बावजूद अब कोई रास्ता बचने का नजर नहीं आ रहा था. राष्ट्रपति की ओर से दया याचिका खारिज होने के बाद अब तीन मार्च को दोषियों को होने वाली फांसी का रास्ता लगभग साफ हो चुका था. लेकिन पटियाला हाउस कोर्ट ने एक बार फिर निर्भया के दोषियों की फांसी टाल दी है. मौत की पहली तारीख 22 जनवरी 2020 थी, जो बाद में टाल दी गई थी. अगली तारीख 1 फरवरी 2020को तय की गई लेकिन फिर टल गई और इसके बाद एक बार फिर 3 मार्च 2020 को सुबह 6 बजे फांसी की सजा मुकर्रर की गई थी.लेकिन अब फिर फांसी टाल दी गई. गौर करने वाली बात यह है कि भारत में आखिरी फांसी जुलाई 2015 में याकूब मेमन को दी गई थी. याकूब मेमन 1993 के मुंबई धमाकों का दोषी था. यदि बलात्कार के मामले में दी गई आखिरी फांसी की बात करें तो धनंजय चटर्जी को ...

यह हैं दुनिया के 10 (TEN) सबसे बडे पैसेंजर एयर क्राफ्ट

सिंगापुर/ बेंगलुरु. स्ट्रैटोलॉन्च क्या आपने यह नाम सुना है? नहीं तो हम आपको बता दें यह है दुनिया का सबसे बड़ा विमान जिसने सबसे पहली उड़ान 2019 में कैलिफोर्निया में भरी थी. करीब ढाई घंटे तक मोजावे रेगिस्तान के ऊपर इसका सफल परीक्षण हुआ. यह इतना बडा है कि इसको उडाने के लिए बोइंग-747 के छह इंजन का इस्तेमाल किया जाता है. विमान के पंख का फैलाव एक फुटबॉल मैदान से भी ज्यादा है. इस विमान का निर्माण सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्माता कंपनियों में से एक माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक पॉल एलन के विजन पर हुआ, और 2011 में इसका निर्माण शुरु हुआ. स्ट्रेटोलॉन्च ने डैनों की चौड़ाई को आधार बनाकर इसे दुनिया का सबसे बड़ा विमान बताया. 385 फीट लंबे इस विमान के पंख किसी फुटबॉल मैदान के जितने बड़े हैं, तो 17 हजार फीट की ऊंचाई तक यह विमान उडान भरने में सक्षम है. इस विमान के निर्माण का मकसद सैटेलाइट के लॉन्च पैड के रूप में क...