World Happiness Report-2020: फिनलैंड फिर दुनिया का सबसे खुशहाल देश बना, भारत की रैंकिंग गिरी, पाक की सुधरी


न्यूयॉर्क (TEN वर्ल्ड डेस्क). World Happiness Report-2020 जारी कर दी गई है. फिनलैंड ने एक बार फिर दुनिया के सबसे खुशहाल देशों में पहला स्थान प्राप्त किया है. फिनलैंड ने तीसरी बार यह पहला स्थान हासिल करने का गौरव प्राप्त किया है. संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट-2020 के मुताबिक टॉप 10 (TEN) शीर्ष खुशहाल देशों में से 9 यूरोप के हैं. और तो और टॉप-20 शीर्ष खुशहाल देशों में एशिया का एक भी देश शामिल नहीं हो पाया है.

153 देशों को लेकर तैयार की गई इस रिपोर्ट में अफगानिस्तान, दक्षिणी सूडान, जिम्बाब्वे और रवांडा सबसे निचले पायदान पर हैं. फिनलैंड के बाद डेनमार्क, स्वीट्जरलैंड, आइसलैंड और नॉर्वे खुशहाल देशों की सूची में टॉप पर रहे हैं. आपको बता दें किसी देश की खुशहाली मापने के लिए 6 मानकों पर सवाल तैयार किए गए थे. इनमें संबंधित देश की प्रति व्यक्ति आय, जीडीपी, सामाजिक सहयोग-सौहार्द्ध-उदारता, भ्रष्टाचार, सामाजिक स्वतंत्रता, स्वास्थ्य से जुड़े सवाल तैयार किए गए थे. और स्थानीय लोगों से मिले उन सवालों के जवाब के आधार पर यह रैंकिंग तैयार की गई.

 

टॉप 10(TEN)सबसे खुशहाल देश:

1. फिनलैंड

2. डेनमार्क

3. स्विट्जरलैंड

4. आइसलैंड

5. नॉर्वे

6. नीदरलैंड्स

7. स्वीडन

8. न्यूजीलैंड

9. ऑस्ट्रिया

10. लग्जमबर्ग

 

10 (TEN)सबसे कम खुशहाल देश:

1. अफगानिस्तान

2. साउथ सूडान

3. जिम्बॉब्वे

4. रवांडा

5. अ. रिपब्लिक

6. तंजानिया

7. बोत्सवाना

8. यमन

9. मलावी

10. भारत

 

रिपोर्ट की 10 बड़ी बातें:

1- टॉप 10 खुशहाल देशों में नौ यूरोपीय देशों ने अपनी जगह बनाई.

2- फिनलैंड के बाद सबसे ज्यादा खुश रहने वाले देशों में डेनमार्क, स्विटजरलैंड, आईसलैंड, नॉर्वे, नीदरलैंड, स्वीडेन, न्यूजीलैंड और आस्ट्रिया शामिल हैं. लिस्ट में पहली बार लग्जमबर्ग का नाम सामने आया, जो हैप्पीनेस वाले देशों में 10 वें स्थान पर है.

3- यह सर्वे रिपोर्ट जारी करने का दौर वर्ष 2005 में शुरु हुआ था जिसमें 15 साल या उससे ऊपर की उम्र के लोगों को शामिल किया जाता है.

4- भारत इस रिपोर्ट में चार पायदान फिसलकर 144वें स्थान पर है. पिछले साल भारत को 140वां स्थान प्राप्त हुआ था.

5- भारत के पड़ोसी देशों की बात करें तो पाकिस्तान 66वें, चीन 94वें, बांग्लादेश 107वें, नेपाल 92वें स्थान पर रहे. पाकिस्तान पिछली बार 67वें और चीन 93वें स्थान पर था.

6- भारत 2019 में जारी रिपोर्ट में भी 2018 की तुलना में करीब सात पायदार लुढका था यानी भारत 2018 में जहां 133 वें स्थान पर था जबकि 2019 में 140 वें स्थान पर रहा.

7- विश्व में सबसे खुशहाल देशों को सूचीबद्ध करने के लिए भूटान ने 2011 में संयुक्त राष्ट्र में एक प्रस्ताव रखा था. इसे मंजूरी मिलने के बाद से हर साल 20 मार्च को ‘वर्ल्ड हैप्पीनेस-डे’मनाया जाता है और इसी दिन यह रिपोर्ट जारी की गई.

8- रुस को इस लिस्ट में 73वां स्थान मिला है वहीं इराक को 110 वां स्थान मिला है.

9- हैप्पीनेस लेवल वाली इस लिस्ट में नीचले पायदान पर वो देश रहे जो हिंसा से प्रभावित हुए, आर्थिक पिछड़ापन रहा. दो वक्त की रोटी बमुश्किल है. जिम्बाब्वे, साउथ सूडान और अफगानिस्तान दुनिया के सबसे कम खुश देशों में शामिल हैं.

10- आर्थिक तंगी, बडी आबादी, सीमाओं के तनावों के बीच एशिया का एक भी देश टॉप-20 शीर्ष खुशहाल देशों में अपनी जगह नहीं बना पाया.