जयपुर. राजस्थान में पल पल बदलते सियासी समीकरणों, आशाओं और निराशाओं के बीच अब एक और नई पिक्चर अभी देखनी बाकी है. अभी तक राजस्थान कांग्रेस में गहलोत और पायलट खेमा ही था वहीं अब सरकार के समर्थन में खड़े निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों ने एक नया खेमा तैयार करने का फैसला किया है.
सियासी उठापटक और जोड़-तोड़ के बीच यह नया समीकरण गहलोत और पायलट दोनों ही खेमों के लिए चिंता का विषय कहा जा सकता है. लेकिन राजनीति के जानकार इसे किसी राजनीतिज्ञ की जादूगरी का एक और नया कदम बता रहे हैं, जिसका साफ मकसद है आने वाले दिनों में होने वाली राजनीतिक नियुक्तियों और मंत्रिमण्डल विस्तार में पायलट खेमे के विरोध में इस खेमे को खड़ा करना और खुद को सेफ जोन में रखना.
माना जा रहा है कि मानेसर घटनाक्रम के बाद गहलोत की तल्ख बयानबाजी जायज थी लेकिन कुछ राजनीतिक मित्रों ने गहलोत को अभी ऐसी तल्ख बयान...
जयपुर. राजस्थान से बीजेपी राज्यसभा सांसद शनिवार को अचानक सीएम आउस के बाहर पहुंचे और करीब चालीस अनाथ बच्चों के साथ धरने पर बैठ गए. बच्चों के हाथों में तख्तियां भी थी जिन पर उनकी मांगें और पीड़ा दोनों लिखी थीं.
यहां सांसद ने अनाथ बच्चों के लिए पैकेज और विशेष योजना बनाने की मांग की.
उधर मामले में तुरंत वार्ता के लिए सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सांसद किरोड़ी मीणा से मिलने पहुंचे, उनकी बात सुनी और बच्चों की पीड़ा को जायज बताते हुए इस मसले पर सांसद की बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का सकारात्मक आश्वासन भी दिया. और जल्द ही इस दिशा में सरकार की ओर से उचित कदम उठाने के लिए आश्वस्त किया गया जिसके बाद यह धरना समाप्त किया गया.
राजसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीना ने कहा कि कोविड 19 महासंकट के दौरान अनाथ हुए बच्चों व अन्य कारण से अनाथ हुए सभी ब...
जयपुर। राजस्थान की सियासत में एक बार फिर गहलोत और पायलट खेमा आमने सामने नजर आ रहा है। राजनीतिक महत्वाकांक्षा के बीच कांग्रेस के विधायकों के लगातार सामने आ रहे हैं बयानों से ना केवल पार्टी की छवि खराब हो रही है बल्कि सरकार पर भी सवालिया निशान उठ रहे हैं। अब सवाल यह भी उठता है कि ऐसी परिस्थिति में क्या किया जाए?
बहरहाल अब इस पूरे मामले में सचिन पायलट के साथ पिछले साल सरकार के खिलाफ मानेसर जाने वाले विधायक भंवरलाल शर्मा ने अशोक गहलोत का समर्थन किया है। अशोक गहलोत को खुद का नेता बताया है। उन्होंने कहा जब आलाकमान ने अशोक गहलोत को राजस्थान का CM बनाया है वह भी गहलोत को अपना नेता मानते हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि विधायकों और मंत्रियों को बेवजह की बयानबाजी से बचना चाहिए फिलहाल वक्त कोरोना संकटकाल का है। तीसरी लहर आने वाली है, उससे निपटने के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने की जरूरत है। और दोनों ही...
जयपुर। राजस्थान में पहले ही जहां फोन टैपिंग को लेकर बड़ा सियासी बवाल 1 साल पहले हो चुका है। वहीं एक बार फिर फोन टैपिंग के आरोपों का दौर शुरू हो गया है। राजस्थान में उनकी सरकार के चाकसू से कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने फोन टैपिंग के आरोप लगाए हैं।
सचिन पायलट एक ओर जहां लगातार विभिन्न मंचों पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं वहीं उनके खेमे से ताल्लुक रखने वाले विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने एक बार फिर गहलोत सरकार पर फोन टैपिंग के आरोप लगाए हैं। साथ ही उन्होंने विधायकों की सिफारिश पर लगे अधिकारी और कर्मचारियों पर एसीबी ट्रैप की कार्रवाई की धमकी देने के भी आरोप लगाए।
सोलंकी ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मेरा फ़ोन टैप हो रहा है या नहीं लेकिन हमारे दो तीन विधायकों ने मुझसे कहा है कि उनके फोन टैप हो रहे हैं। उनकी जासूसी कराई जा रही है। हमारे विधायकों की सिफारिश पर लगे अधिकारी और कर्मचारी...
जयपुर। जयपुर ग्रेटर नगर निगम के महापौर सौम्या गुर्जर को उनके महापौर पद से तुरंत निलंबित कर दिया गया है। राजस्थान सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।आईएएस और जयपुर ग्रेटर नगर निगम के आयुक्त यज्ञ मित्र देव सिंह से हाल ही में हुई मारपीट के मामले में यह कार्रवाई की गई है। राज्य सरकार ने इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लिया था। इतना ही नहीं महापौर के साथ इस घटनाक्रम में शामिल अन्य पार्षदों को भी उनके पद से निलंबित कर दिया गया है। और इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट जल्द पेश करने के आदेश दिए गए हैं।
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स्वायत्त शासन विभाग ने मेयर सोम्या गुर्जर के साथ चेयरमैन पारस जैन, पार्षद अजय सिंह चौहान, शंकर शर्मा को भी पार्षद पद से किया निलम्बित कर दिया है। स्वायत्त शासन...
जयपुर. राजस्थान में अफसरों और नेताओं के बीच की खींचतान जगजाहिर होती जा रही है. आलम यह है कि जनप्रतिधि चाहते हैं कि अफसर उनकी अनदेखी ना करें तो अफसर चाहते हैं उनको भी पूरा सम्मान मिले. अब इसी कशमकश में हालात ऐसे हो चले हैं कि राजस्थान के आठ एसपी और छह कलेक्टर जनप्रतिनिधियों के निशाने पर आ गए हैं. नेशनल दुनिया की एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह सब इसलिए हो रहा है कि एक तरफ जहां जनप्रतिनिधियों को दरकिनार कर जिलों के कलेक्टर-एसपी अपनी मनमर्जियां कर रहे हैं तो कोई राजधानी तक अपनी पहुंच तो कोई अफसरी की धौंस में स्थानीय नेताओं को तवज्जो नहीं दे रहे.
यह सब उस वक्त हो रहा है जब कोरोना संकटकाल में सबको मिलकर एकजुटता के साथ काम करना है, पर ऐसा होता नजर नहीं आ रहा. ऐसे में अब जनप्रतिनिधि खुलकर विरोध में सामने आ गए हैं. कहीं जन प्रतिनिधि उनके खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं तो कभी सोशल मीडिय...
जयपुर। ग्रेटर नगर निगम जयपुर में राजनेता वर्सेस अधिकारियों की लड़ाई अब मारपीट तक पहुंच गई है। जयपुर ग्रेटर नगर निगम के आयुक्त आईएएस यज्ञ मित्र देव सिंह ने आरोप लगाया कि महापौर सौम्या गुर्जर के रूम में उनके कमरे का दरवाजा बंद कर तीन पार्षदों ने उनके साथ मारपीट की।
बीवीजी से जुड़े मुद्दे पर यह संग्राम हुआ जहां आयुक्त और भाजपा पार्षदों आमने—सामने सामने हो गए। आयुक्त यज्ञमित्र सिंह ने भाजपा पार्षदों पर मारपीट का आरोप लगाया।
वहीं महापौर डॉ. सौम्या ने इसे सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का जरिया बताया। साथ ही कहा कि आयुक्त की बीवीजी कंपनी से सांठगांठ है। शहर में डोर टू डोर कचरा संग्रहण कर रही BVG कंपनी भुगतान नही होने से कंपनी ने दो दिन से काम बंद कर रखा है। इसे लेकर महापौर ने सभी उपायुक्तों की बैठक बुलाई थी। ताकि सफाई को लेकर कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जा सके। इस दौरान आयुक्त यज्ञमित्र सिं...
भरतपुर/जयपुर। भरतपुर राज परिवार में पूर्व मंत्री, वर्तमान विधायक और राज परिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह ने भले ही अपने पिता के खिलाफ 31 मई को किए गए ट्वीट को हटा लिया हो लेकिन उनके इस ट्वीट के बाद में राजस्थान की सियासत में एक नई राजनीतिक कहानी तैयार होती नजर आ रही है।
बताया जा रहा है कि 31 मई को विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह ने जो ट्वीट किया था उसे महज 4 घंटे बाद डिलीट कर देने का बड़ा कारण सचिन पायलट रहे। उन्होंने सचिन पायलट के समझाने के बाद में तुरंत अपनी गलती को स्वीकारते हुए उस ट्वीट को हटाया। जिसमें अपने पिता विश्वेन्द्र सिंह के खिलाफ बयान बाजी की थी।
इस बात को बल एक ट्वीट के जरिए मिला। दरअसल टोंक से पायलट समर्थक युवा नेता देवराज डॉई ने ट्वीट कर लिखा कि अच्छे इंसान से संगत का असर, सचिन पायलट ने भरतपुर राजघराने में सुलह करवाई। पायलट साहब के एक कॉल पर...
भरतपुर। राजस्थान की राजनीति में ट्वीट ने फिर भूचाल ला दिया है। यह भूचाल इसलिए भी है क्योंकि कद्दावर नेता और राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री है विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह ने यह ट्वीट किया है।
कुछ दिनों पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत करके चर्चा में आए विश्वेन्द्र सिंह इस ट्वीट के बाद एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं।
ट्वीट को देखने के बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि विश्वेन्द्र के यहां सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, हालांकि यह उनका व्यक्तिगत विवाद है। पर जिस तरह से इस विवाद को ट्विटर के जरिए सार्वजनिक किया गया है उसे कुछ लोग ठीक भी नहीं मान रहे हैं। इससे बैठे बिठाए उनके राजनीतिक विरोधियों को बोलने का एक मौका मिल गया है।
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सचिन पायलट के...
जयपुर। पूर्व राज्यपाल, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता जगन्नाथ पहाड़िया का कोरोना से निधन हो गया। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनके निधन पर शोक जताया और कहा कि 'प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री जगन्नाथ पहाड़िया जी के निधन की खबर बेहद दुखद है। श्री पहाड़िया ने मुख्यमंत्री के रूप में, राज्यपाल के रूप में, केंद्रीय मंत्री के रूप में लम्बे समय तक देश की सेवा की, वे देश के वरिष्ठ नेताओं में से थे। श्री पहाड़िया हमारे बीच से कोविड की वजह से चले गए, उनके निधन से मुझे बेहद आघात पहुंचा है। प्रारम्भ से ही उनका मेरे प्रति बहुत स्नेह था, उनके जाने से मुझे व्यक्तिगत क्षति हुई है। ईश्वर से प्रार्थना है शोकाकुल परिजनों को इस कठिन समय में सम्बल दें एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।'
उधर राजस्थान सरकार ने फैसला किया है कि 20 मई, गुरूवार को जगन्नाथ पहा...