भ्रष्टाचार के खिलाफ राजस्थान एसीबी का सबसे बड़ा ऐतिहासिक महासंग्राम जारी, 4 माह में तोड़े कई पुराने रिकॉर्ड


जयपुर। राजस्थान एसीबी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपना महासंग्राम जारी रखे हुए है। राजस्थान के इतिहास में यह एसीबी का अब तक का सबसे बड़ा अभियान भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कहा जा सकता है।

यदि हाल ही में जारी राजस्थान एसीबी की कार्रवाइयों पर नजर डालें तो यह साफ हो जा सकता है कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ राजस्थान में आर-पार की जंग लड़ी जा रही है। और इस जंग का सफल नेतृत्व कर रहे हैं राजस्थान एसीबी केे डीजी बीएल सोनी।

राजस्थान ACB ने अप्रैल, 2021 में 28 ट्रैप किए गए। जबकि अप्रैल, 2020 में केवल 1 ट्रैप, अप्रैल, 2019 में केवल 16 ट्रैप किए गए थे।

इसी तरह 30 अप्रैल तक 2021 में, ACB द्वारा रिकॉर्ड 130 ट्रैप किए गए। जबकि 2020 में इसी अवधि में 50 ट्रैप और 2019 में 79 ट्रैप किए गए थे।

इस वर्ष 2021 में, 30 अप्रैल तक, आय से अधिक संपत्ति के चार मामले (अनुपातहीन संपत्ति) और 7 मुकदमे पद के दुरुपयोग के दर्ज किए गए। इस प्रकार, इस वर्ष एसीबी राजस्थान द्वारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत कुल 141 मामले दर्ज किए गए हैं।

राजस्थान एसीबी के डीजी बीएल सोनी का कहना है कि 'हमारा मकसद भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण तैयार करना है। ताकि किसी भी गरीब, जरूरतमंद के साथ अन्याय ना हो सके। और कोई सरकारी व्यक्ति अपने पद का दुरुपयोग ना करें, रिश्वतखोरी के आधार पर काम करने की जो प्रवृत्ति अधिकारियों और कर्मचारियों में पैदा हुई है उसको खत्म किया जा सके।'

सोनी का कहना है कि ACB की सफलताओं का कारण उनके पास मौजूद मजबूत टीम है और लोगों का वह भरोसा है जिसके जरिए वह लगातार एसीबी से संपर्क कर भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में आगे आकर ऐसे मामलों की शिकायत कर रहे हैं।

बीएल सोनी ने यह भी कहा कि राजस्थान एसीबी के एडीजी दिनेश एमएन का भी काफी अहम रोल रहा है। और उन्होंने कई बड़ी कार्रवाई में सफल मास्टर प्लान तैयार कर ट्रैप की कार्रवाइयों को अंजाम तक पहुंचाने में खुद की क्षमताओं को एक काबिल ऑफिसर के रूप में साबित किया।

बता दें कि 1064 हेल्पलाइन (कॉल) या 9413502834 व्हाट्सएप हेल्पलाइन पर टेक्स्ट, ऑडियो या वीडियो संदेश के जरिए आप राजस्थान के सरकारी कर्मचारी या भारत के सरकारी कर्मचारी से जुड़ी रिश्वत मांगने, अनुचित मांग करने की शिकायतें कर सकते हैं।