जयपुर ग्रेटर नगर निगम महापौर सौम्या गुर्जर को राज्य सरकार ने किया निलंबित, IAS से अभद्रता पड़ी भारी, सहयोगी पार्षद भी निलंबित


जयपुर। जयपुर ग्रेटर नगर निगम के महापौर सौम्या गुर्जर को उनके महापौर पद से तुरंत निलंबित कर दिया गया है। राजस्थान सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।आईएएस और जयपुर ग्रेटर नगर निगम के आयुक्त यज्ञ मित्र देव सिंह से हाल ही में हुई मारपीट के मामले में यह कार्रवाई की गई है। राज्य सरकार ने इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लिया था। इतना ही नहीं महापौर के साथ इस घटनाक्रम में शामिल अन्य पार्षदों को भी उनके पद से निलंबित कर दिया गया है। और इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट जल्द पेश करने के आदेश दिए गए हैं।

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स्वायत्त शासन विभाग ने मेयर सोम्या गुर्जर के साथ चेयरमैन पारस जैन, पार्षद अजय सिंह चौहान, शंकर शर्मा को भी पार्षद पद से किया निलम्बित कर दिया है। स्वायत्त शासन निदेशक दीपक नंदी ने यह आदेश जारी किए। सौम्या गुर्जर को उनकेे पार्षद पद से भी निलंबित कर दिया गया है।

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बता दें कि नगर निगम आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव के साथ भाजपा ग्रेटर मुख्यालय में हुई मारपीट के मामले में स्वायत्त शासन विभाग ने महापौर सौम्या गुर्जर सहित चार पार्षदों को निलंबित कर दिया है। राजस्थान के इतिहास में यह पहला मौका है, जब किसी महापौर को निलंबित किया गया है।

 

उधर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर लिखा“विनाश काले विपरीत बुद्धि”इतिहास गवाह है देश में जून के महीने में ही आपातकाल लगा था और कांग्रेस के पतन की शुरूआत हुई थी;जयपुर ग्रेटर की मेयर और पार्षदों का निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण तो है लेकिन यही राजस्थान में कांग्रेस के पतन का कारण बनेगा।पार्टी हर तरीक़े से न्याय की लड़ाई लड़ेगी।