अनाथ बच्चों के बेहतर भविष्य के​ लिए आर्थिक सम्बल की मांग, CM आवास के बाहर बच्चों के साथ दिया राज्यसभा सांसद ने धरना


जयपुर. राजस्थान से बीजेपी राज्यसभा सांसद शनिवार को अचानक सीएम आउस के बाहर पहुंचे और करीब चालीस अनाथ बच्चों के साथ धरने पर बैठ गए. बच्चों के हाथों में तख्तियां भी थी जिन पर उनकी मांगें और पीड़ा दोनों लिखी थीं.  
यहां सांसद ने अनाथ बच्चों के लिए पैकेज और विशेष योजना बनाने की मांग की. 

उधर मामले में तुरंत वार्ता के लिए सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सांसद किरोड़ी मीणा से मिलने पहुंचे, उनकी बात सुनी और बच्चों की पीड़ा को जायज बताते हुए इस मसले पर सांसद की बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का सकारात्मक आश्वासन भी दिया. और जल्द ही इस दिशा में सरकार की ओर से उचित कदम उठाने के लिए आश्वस्त किया गया जिसके बाद यह धरना समाप्त किया गया.

MP kirodi meena

राजसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीना ने कहा कि कोविड 19 महासंकट के दौरान अनाथ हुए बच्चों व अन्य कारण से अनाथ हुए सभी बच्चों को विशेष आर्थिक पेकेज देने की माँग उन्होंने मुख्यमंत्री से की है. अपनी माँगो को लेकर प्रदेश भर से आए अनाथ बच्चों के साथ वे जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे जहां करीब दो घंटे तक मुख्यमंत्री आवास के आगे धरने पर बेठे. अनाथ और बेसहारा बच्चों की देखभाल बेहतर हो सके इस लिहाज से विशेष पैकेज और योजना इनके लिए होनी चाहिए. और इनकी देखभाल, संरक्षण और पालन पोषण सरकार का जिम्मा है.


मीना ने कहा की मै अनाथ बच्चों के मुद्दे को लेकर गम्भीर हूँ ओर इसे राजनीति से नहीं जोड़ा जाए क्योंकि ये प्रदेश के अनाथ बच्चों के न्याय का मामला है. 

 

किरोड़ी मीणा की प्रमुख मांगे


1. प्रत्येक अनाथ बच्चे को एक लाख रूपए की एकमुश्त राशि दी जाए.
2. प्रतिमाह अनाथ बच्चे को करीब 7 हजार रूपए से अधिक की सहायता मिले.
3. अनाथ बच्चों को लेपटॉप, टेबलेट की जरूरत के मुताबिक व्यवस्था हो.
4. 12वीं के बाद बच्चों के सारी पढाई का खर्चा सरकार उठाए.
5. जो बच्चे नवीं से बाहरवीं में निजी स्कूलों में पढते हैं उन्हें एकमुश्त सालाना पच्चीस हजार रूपए दिए जाएं.