जयपुर. किसी ने सच ही कहा है कोरोना की जंग और लॉकडाउन के बीच अब दुनिया पहले जैसी नहीं रहने वाली है. ऐसे कई प्रयोग दुनिया में हो रहे हैं जो आज से पहले कभी नहीं हुए थे. अब आप जरा कल्पना कीजिए कि आपको किसी मैराथन में भाग लेना है जिसमें आपको दस किलोमीटर तक दौड़ लगानी है लेकिन घर से बाहर नहीं निकलना. पड़ गए ना चक्कर में! हां पर अब कुछ ऐसी ही मायावी दुनिया का सच आपके सामने होगा, जब 26 अप्रैल को 'लॉक डाउन रन' होगी.
यह पूरी तरह से एक वर्चुअल रन होगी जिसमें आप दौडेंगे और आपका हर कदम एक एप के जरिए काउंट होगा. जयपुर के युवाओं की इस अनूठी पहल को लेकर दुनियाभर में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है जिसको नाम दिया गया है 'लॉकडाउन इंडोर वर्चुअल रन'. 26 अप्रैल 2020 को होने वाली यह रन तीन श्रेणियों में होगी जिसमें 2.1 km., 4.2km., 10km. रन शामिल की गई है. इस रन का मुख्य उद्देश्य है लोगों ...
नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि देश के बैंकों के पास पैसों की कोई कमी नहीं है, बाजार में कैस की कमी नहीं आने दी जाएगी. कोरोना वायरस की वजह से अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है. संकट के बीच वित्तीय हालातों पर पूरी नजर है. देश की वित्तीय हालत पहले से बिगड़ी है. दुनियाभर में 9 ट्रिलियन डॉलर के नुकसान की आशंका है. हालांकि जी-20 देशों में भारत की स्थिति बेहतर है. 2020 वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ी मंदी का साल है.
RBI की बड़ी बातें:
1 - अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुसार इस साल 1.9% विकास दर रहने का अनुमान. कोरोना के बाद 7.4% विकास दर की उम्मीद है. कोरोना के बाद बैंको की हालात सुधारना बड़ी चुनौती.
2- ग्लोबल बिजनेस में 13-32% गिरावट की आशंका.
3- रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, यह 4.4 फीसदी पर स्थिर है. रिवर्स रेपो रेट 0.25 फीस...
नई दिल्ली. राहुल गांधी ने कहा है कि वे कई मुद्दों पर PM मोदी से असहमत हैं, लेकिन अभी मोदी से लडने का नहीं कोरोना से लडने का वक्त है. एक दूसरे से लडेंगे तो कोरोना से देश हार जाएगा. बीमारी से लडना है तो पूरे हिंदुस्तान को एक होना होगा. अभी कमी निकालने का समय नहीं. एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से मुखातिब होते हुए राहुल गांधी ने गरीब और मजदूरों को लेकर भी चिंता जाहिर की और सरकार से बारे में मजबूत रणनीति पर काम करने की मांग की. साथ ही राहुल गांधी ने लोग से घरों में रहने और आत्मविश्वास बनाए रखने की अपील की.
राहुल की 10 बड़ी बातें.
1- लॉकडाउन सिर्फ एक पॉज बटन है, ये कोरोना संकट का सॉल्यूशन नहीं है. जब लॉकडाउन से बाहर आएंगे, तो इसका असर फिर दिखना शुरू हो जाएगा. लॉकडाउन सिर्फ आपको एक वक्त देगा ताकि आप तैयारी कर सको. इसलिए अभी और प्रभावी कदम उठाने होंगे.
2- लॉकडाउन को रणनीति के...
नई दिल्ली. लॉकडाउन 2.0 के लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने जारी कर दी है. गाइडलाइन के मुताबिक न तो प्लेन चलेंगे, न ही मेट्रो या बस और ना ही यात्री रेल गाडी चलेगी. कृषि से जुड़े कामों को छूट दी गई है. इसके साथ ही हॉटस्पॉट वाले एरिया में और ज्यादा सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए हैं. पहले से जिन्हें छूट मिली है, वह जारी रहेगी. इसके अलावा कृषि से जुड़े कामों के लिए भी रियायत दी गई है.
गृह मंत्रालय के चीफ सेक्रेट्री और प्रशासनिक अधिकारियों को भेजे गए गाइडलाइन में बताया गया है कि कृषि से जुड़े कामों के लिए रियायत दी जाएगी. पर औद्योगिक गतिविधियों पर रोक जारी रहेगी. किसी तरह की परिवहन सेवाएं संचालित नहीं होंगी.
1- स्कूल-कॉलेज भी बंद रहेंगे. सिनेमा हॉल, मॉल्स, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, जिम, खेल परिसर, स्विमिंग पूल, बार बंद रहेंगे.
2- सामाजिक, राजनीतिक, खेल, धार्मिक समारोह, धार्मिक स्थल, प्रार्थन...
नई दिल्ली (सुभद्र पापड़ीवाल). भारत में कोरोना के आतंक से निपटने के लिए एक बार फिर लॉक डाउन को 3 मई तक बढा दिया गया है, पहले लॉक डाउन का वक्त 21 दिन का था जो 14 अप्रेल को समाप्त होने वाला था लेकिन इसे फिर बढा दिया गया. लेकिन इस बीच लगातार निराशा झेल रहे लोगों, व्यापारियों के लिए कुछ आशा की किरण भी बाजार में है.
लॉकडाउन के दौरान कई फार्मा, चिकित्सा और डिजिटल कंपनियों में उछाल देखा गया है. इंटरनेट आधारित व्यापार, ई-कॉमर्स से जुड़े सेक्टर बढेंगे वहीं परिवहन, भंडारण, वेयर हाउसिंग जैसे क्षेत्र लॉकडाउन खत्म होने के बाद तेजी से वापसी करेंगे. यात्रा, होटल, विदेश यात्रा और शॉपिंग मॉल जैसे क्षेत्रों में जल्द वापसी की उम्मीद नहीं है लेकिन दुनिया अब पहले जैसी नहीं रहते वाली है. अवसाद और निराशा के इस माहौल में जब हर व्यक्ति सकारात्मक (Positive) खबर की आस लगाए बैठा है तब हर तरफ से नकारात्मक (Negative...
नई दिल्ली. भारत मे लॉक डाउन 3 मई तक बढ़ा दिया गया है. प्रधानमंत्री ने सात बातों में साथ मांगा है.
पहली बात- अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें. विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें Extra Care करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है.
दूसरी बात- लॉकडाउन और Social Distancing की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें , घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें.
तीसरी बात- अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी, काढ़ा, इनका निरंतर सेवन करें.
चौथी बात- कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल App जरूर डाउनलोड करें। दूसरों को भी इस App को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें.
पांचवी बात- जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें, उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें.
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जापान. कोरोना के आतंक से दुनिया संकट में है. जापान भी इससे अछूता नहीं है. चीन का पड़ोसी होने से जापान को बड़ा खतरा है. पर जापान को दुनिया इस लिहाज से जानती है कि देश छोटा जरुर है लेकिन हौसले बहुत बड़े हैं. खत्म हो जाने के बाद फिर से खड़ा होना जापान से सीखा जा सकता है. हिरोशिमा और नागासाकी पर हमले के बावजूद खत्म हो चुके जापान ने विश्व के सामने जो उदाहरण पेश किया वो किसी से छुपा नहीं है.
अक्सर जापान ऐसे कई उदाहरण पेश कर चुका है जो वहां की तकनीक और हौसलों के जरिए दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचता है. ताजा मामला कोरोना के दुनियाभर के साथ जापान में फैले आतंक का है. जापान में कोरोना वायरस के चलते स्प्रिंग ग्रैजुएशन सेरिमनी कैंसल कर दी गईं. पर जापान के स्टूडेंट लाइफ का यह अहम दिन होता है.
स्टूडेंट्स की भावना समझते हुए जापान के टोक्यो की बिजनस ब्रेकथ्रू यूनिवर्सिटी ने अनूठा हाईटेक तरीका अपनाया....
नई दिल्ली. अभी जो खबर आप पढ़ने जा रहे हैं उसका मकसद दहशत या डर पैदा करना नहीं है. उसका मकसद सिर्फ और सिर्फ कोरोना वायरस से फैल रहे संक्रमण की गंभीरता को समझना है. केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा समय-समय पर जारी की जा रही गाइडलाइंस की पूरी गंभीरता से पालना करना है वरना कहीं ऐसा ना हो कि इटली, अमेरिका, चीन, जर्मनी जैसे हालात भारत के भी हो जाएं. सावधानी ही बचाव है.
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन द्वारा दुनिया भर में कोरोना के मामलों को लेकर अलग-अलग देशों पर लगातार स्टडी कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है. इसी रिपोर्ट में सामने आया है कि भारत ने यदि प्रभावी या ठोस कदम नहीं उठाए तो स्थिति बिगड़ सकती हैं. अभी भारत में और सख्ती और सावधानी की जरूरत है. रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका, जर्मनी, चीन में जब संख्या औसतन भारत के बराबर यानी करीब 7-8 हजार के बीच था, तब मौतों की संख्या भारत की तुलना में काफी कम थी. भार...
अहमदाबाद. भारत के लिए अच्छी खबर है. भारत में उस दवा की कोई कमी नहीं है जो इस वक्त दुनिया की सबसे बड़ी जरुरत बनी हुई है. हम बात कर रहे हैं कोरोना की रोकथाम के लिए इस वक्त सबसे बड़ी संजीवनी जड़ी बूटी बनी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (HCQ) दवा की.
जाइडस कैडिला के सीईओ पंकज पटेल ने अहमदाबाद में पत्रकारों को बताया कि 'फार्मास्यूटिकल उद्योग ने HCQ के उत्पादन में काफी वृद्धि कर दी है, इसी का नतीजा है कि इस महीने दवा उद्योग ने करीब 20 करोड़ हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा टैबलेट का उत्पादन किया है.'
इतना ही नहीं पंकज पटेल ने कहा कि 'हमारे पास दवा का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है, न केवल घरेलू बाजार भारत के लिए बल्कि जरुरत पड़ने पर हम दुनिया को भी आपूर्ति करने में सक्षम हैं. जाइडस कैडिला कंपनी ही अगले महीने 15 करोड़ गोलियों के बराबर 30 टन एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रीडीएंट (एपीआई) का उत्पादन करेगी...
मुबई. राधाकिशन दमानी, नाम तो सुना ही होगा. नहीं सुना तो आपको बता दें राजस्थान मूल के बीकानेर निवासी दमानी D-mart के मालिक हैं. देश में रिटेल किंग के नाम से जाना जाता है. देश और दुनिया में कोरोना के बीच जबरदस्त कड़की चल रही है, मुकेश अंबानी से लेकर दुनिया के सबसे अमीर शख्स अमेजोन के जेफ बेजोस हजारों, लाखों करोड़ गवा चुके हैं.
इन सबके बीच एक रिटेल किंग सफलता की नई इबादत लिख रहा है और वो शख्स है एवेन्यू सुपरमार्ट्स लिमिटेड को नियंत्रित करने वाले राधाकिशन दमानी. देश के सबसे अमीर 12 कारोबारियों में एक अमीर ऐसा है, जिसकी दौलत पर कोरोना के डंक का कोई असर नहीं हुआ है. भारत में करीब 1.3 अरब लोगों को लॉक डाउन में रखा गया है . लोग जरूरी घरेलू सामान को खरीदने को लेकर घबराए हुए हैं और इसकी वजह से वे अपनी जरूरत से ज्यादा सामान मंगवा रहे हैं. लॉकडाउन के कारण पिछले दिनों खूब स्टॉकिंग हुई, जिसका फायदा द...