देश में लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाया गया


नई दिल्ली. भारत मे लॉक डाउन 3 मई तक बढ़ा दिया गया है. प्रधानमंत्री ने सात बातों में साथ मांगा है.

पहली बात- अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें. विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें Extra Care करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है.

दूसरी बात- लॉकडाउन और Social Distancing की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें , घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें.

तीसरी बात- अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी, काढ़ा, इनका निरंतर सेवन करें.

चौथी बात- कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल App जरूर डाउनलोड करें। दूसरों को भी इस App को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें.

पांचवी बात- जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें, उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें.

छठी बात- आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें, किसी को नौकरी से न निकालें.

सातवीं बात- देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर- नर्सेस, सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें.

 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधन में कहा- कोरोना के खिलाफ भारत की जंग जारी है. कोरोना की लडाई मजबूती से आगे बढ़ रही है. मैं जानता हूं लॉकडाउन में कितनी दिक्कतें आई. सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का बडा लाभ भारत को मिला है. दुनिया के बडे बडे सक्षम देशों की तुलना में भारत आज बहुत सुलझी हुई स्थिति में है. भारत ने नुकसान काफी हद तक टाला है. भारत के पास भले ही सीमित साधन हो लेकिन भारत के युवा वैज्ञानिकों से अपील है कि भारत कल्याण के लिए आए आएं. कोरोना के लिए भारत में एक लाख से ज्यादा बैड की व्यवस्था कर चुके हैं, छह सौ से ज्यादा अस्पताल सिर्फ कोरोना इलाज का काम कर रहे हैं.

गौरतलब है कि इससे पहले ओडिशा, महाराष्‍ट्र, तेलंगाना, पंजाब, बंगाल के बाद तमिलनाडु ने भी राज्य सरकार के स्तर पर ही लॉक डाउन बढा दिया था. इन राज्यों ने पूरे अप्रैल माह लॉकडाउन रखने का फैसला किया था.

बड़ी बात यह रही कि मार्च माह में प्रधानमंत्री मोदी ने दो बार 19 और 24 मार्च को देश को संबोधित किया था. 19 मार्च को उन्‍होंने कोरोना वायरस से जंग और इसे रोकने के बारे में बात की थी. इस संबोधन के दौरान 22 मार्च, रविवार को 'जनता कर्फ्यू' की घोषणा करते हुए देशवासियों को एकजुटता दिखाने का संदेश दिया था. साथ ही इसी दिन शाम को जनता से घंटी बजाने, थाली बजाने या फिर ताली बजाने का आग्रह भी किया था. प्रधानमंत्री की अपील का असर यह हुआ कि देशवासियों को भी जबरदस्त समर्थन प्रधानमंत्री को मिला था.

जनता कर्फ्यू की सफलता के बाद 24 मार्च को प्रधानमंत्री ने इस घातक महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए 21-दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया था. इसके बाद 3 अप्रैल को सुबह 9 बजे उन्‍होंने एक वीडियो संदेश देकर जनता से रात 9 बजे लाइट बंद कर 9 मिनट के लिए एक दीया, मोमबत्‍ती, टॉर्च, मोबाइल फोन का फ्लैश लाइट में से किसी एक को जलाने का निवेदन किया था. प्रधानमंत्री के इस आग्रह का भी जबरदस्त असर देश में '9 मिनट की दिवाली' के रुप में देखने को मिली, जिसे 'कोरोना विजय दिवस' भी देशवासियों ने कहा.' और इसी कड़ी में आज फिर प्रधानमंत्री देशवासियों से मुखातिब हुए.