राहुल ने कहा अभी वक्त मोदी से नहीं कोरोना से लडने का है, पढें राहुल की 10 बड़ी बातें


नई दिल्ली. राहुल गांधी ने कहा है कि वे कई मुद्दों पर PM मोदी से असहमत हैं, लेकिन अभी मोदी से लडने का नहीं कोरोना से लडने का वक्त है. एक दूसरे से लडेंगे तो कोरोना से देश हार जाएगा. बीमारी से लडना है तो पूरे हिंदुस्तान को एक होना होगा. अभी कमी निकालने का समय नहीं. एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से मुखातिब होते हुए राहुल गांधी ने गरीब और मजदूरों को लेकर भी चिंता जाहिर की और सरकार से बारे में मजबूत रणनीति पर काम करने की मांग की. साथ ही राहुल गांधी ने लोग से घरों में रहने और आत्मविश्वास बनाए रखने की अपील की.

राहुल की 10 बड़ी बातें.

1- लॉकडाउन सिर्फ एक पॉज बटन है, ये कोरोना संकट का सॉल्यूशन नहीं है. जब लॉकडाउन से बाहर आएंगे, तो इसका असर फिर दिखना शुरू हो जाएगा. लॉकडाउन सिर्फ आपको एक वक्त देगा ताकि आप तैयारी कर सको. इसलिए अभी और प्रभावी कदम उठाने होंगे.

2- लॉकडाउन को रणनीति के तहत खोलना होगा. दो बुनियादी क्षेत्र बनाए जाने चाहिए, हॉटस्पॉट ज़ोन, नॉन-हॉटस्पॉट ज़ोन. इस वायरस को हराने का लॉकडाउन कोई रास्ता नहीं है. इसे सिर्फ कुछ समय के लिए रोका जा सकता है.

3- भारत की कोरोना टेस्टिंग की दर अभी 199 प्रति लाख है जो बहुत कम है. देश में तेज और आक्रामक रूप से कोरोना वायरस का परीक्षण करें, इससे लड़ने के लिए केन्द्र राज्यों की सहायता करे.

4- हम बहुत सारे मुद्दों से नरेंद्र मोदी से असहमत हैं लेकिन अब लड़ने का समय नहीं है. एकजुट होकर वायरस से लड़ने का समय है.

 

5- प्रवासियों के मुद्दे पर केंद्र को रणनीति पर काम करने की जरूरत है.

 

अभी मोदी से लडने का नहीं कोरोना से लडने का वक्त. एक दूसरे से लडेंगे तो कोरोना से देश हार जाएगा. बीमारी से लडना होगा तो पूरे हिंदुस्तान को एक होना होगा. अभी कमी निकालने का समय नहीं. अभी लडाई की शुरूआत में जीत घोषित करना गलती होगी. लोग घरों में रहें, आत्मविश्वास बनाए रखें.

 

 

6- कोरोना वायरस के कारण भारी आर्थिक परेशानियों को सामना करना पड़ सकता है. लॉकडाउन पर पीएम और मुख्यमंत्रियों के बीच अधिक विस्तृत बातचीत होनी चाहिए.

7- सबसे गरीब 20% लोगों के खातों में पैसा डाला जाए. गरीब और मजदूर वर्ग को लॉकडाउन की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मजदूरों के मसले पर सरकार को एक्सपर्ट्स से बात करके फैसला लेना चाहिए. दस किलो गेंहू-चावल, एक किलो दाल, एक किलो चीनी हर हफ्ते देनी चाहिए.

8- कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए हमारी मुख्य ताकत राज्य और जिला स्तरों पर काम कर रही है, जिला स्तर पर प्रभावी मशीनरी के कारण केरल के वायनाड में सफलता मिली है.

9- देश की आने वाले दिनों में वित्तीय दबाव बढने वाला है कोरोना से लडने और उनकी आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए केन्द्र राज्यों को पैसा दे.

10- अगर टेस्ट करने की रफ्तार नहीं बढ़ीं तो देश दोबारा लॉकडाउन की स्थिति में जा सकता है. साथ ही हमें आर्थिक मोर्चे पर सोचने की काफी जरूरत है. कोरोना के खिलाफ लड़ाई अभी शुरू हुई है, तुरंत जीत घोषित करना गलती होगी.