India

PM मोदी और स्पेन के पीएम सांचेज़ करेंगे सी-295 एयरक्राफ्ट की फाइनल एसेंबली लाइन का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ 28 अक्टूबर को गुजरात के वडोदरा में भारत के पहले सी-295 एयरक्राफ्ट की फाइनल एसेंबली लाइन का उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम भारत में 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत देश का पहला निजी क्षेत्र का एयरोस्पेस प्रोजेक्ट है। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में दोनों नेता एक साथ मिलकर इस महत्वपूर्ण परियोजना की शुरुआत करेंगे, जिससे भारत की वायु रक्षा क्षमता में वृद्धि होगी। सी-295 एयरक्राफ्ट को भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स फैसिलिटी में बनाया जाएगा। यह सैन्य परिवहन विमान 5 से 10 टन की क्षमता रखता है, जो 71 ट्रूप्स या 49-50 पैरा ट्रूपर्स को ले जाने में सक्षम है। पहले विमान की डिलिवरी सितंबर 2026 तक होने की संभावना है, जबकि सभी 40 एयरक्राफ्ट की फाइनल डिलिवरी अगस्त 2031 तक की जाएगी। यह परियोजना न केवल देश की स्वदेशी रक्षा ...

Nvidia ने भारत के लिए लॉन्च किया हिंदी AI मॉडल ‘Nemotron-4-Mini-Hindi-4B’, कंपनियां बना सकेंगी अपना कस्टम AI

Nvidia ने भारत के लिए एक खास हिंदी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल लॉन्च किया है, जिसका नाम Nemotron-4-Mini-Hindi-4B है। इस मॉडल के जरिए भारतीय कंपनियां अब अपना कस्टम AI मॉडल तैयार कर सकेंगी। यह AI मॉडल भारतीय बाजार की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है, जिसमें हिंदी भाषा की समझ और उसके विभिन्न उपयोग शामिल हैं। Nvidia के इस नए प्रयास से भारतीय टेक्नोलॉजी और एंटरप्राइज सेक्टर को नए आयाम मिल सकते हैं, जो AI तकनीक को स्थानीय भाषाओं में ढालकर काम में लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। Nvidia के हिंदी AI मॉडल की खासियतें Nemotron-4-Mini-Hindi-4B एक लाइटवेट AI मॉडल है, जिसे हिंदी भाषा के लिए खासतौर पर विकसित किया गया है। यह मॉडल रियल वर्ल्ड डेटा पर आधारित है, जिसे भारत के विभिन्न क्षेत्रों से एकत्र किया गया है। Nvidia का यह AI मॉडल कंपनियों को अपने खुद के AI मॉडल्स को आ...

भारत-कनाडा रिश्तों में तनाव: जस्टिन ट्रूडो की नई घोषणा से अप्रवासी भारतीयों पर संकट

हाल ही में भारत और कनाडा के बीच संबंधों में गंभीर तनाव उत्पन्न हुआ है, जिसके बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक नई नीति की घोषणा की है। इस नीति के तहत कनाडा में विदेशी कामगारों की संख्या घटाई जाएगी, जो विशेष रूप से भारतीय अप्रवासियों और छात्रों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रही है। भारत ने कनाडा के साथ रिश्तों में आई इस खटास के लिए जस्टिन ट्रूडो को जिम्मेदार ठहराया है, और अब उनकी इस नई घोषणा ने कनाडा में बसे भारतीयों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। जस्टिन ट्रूडो की नई घोषणा ट्रूडो ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए बताया कि कनाडा में विदेशी कामगारों की संख्या को सीमित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कंपनियों के लिए सख्त नियम लागू किए जाएंगे, जिनके तहत उन्हें यह साबित करना होगा कि वे पहले कनाडाई कर्मचारियों को क्यों नियुक्त नहीं क...

प्रियंका गांधी का ऐतिहासिक नामांकन: 35 साल बाद पहली बार खुद के लिए मांगा समर्थन, वायनाड को संजीवनी देने का किया संकल्प

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने वायनाड लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है, जिसमें उनके साथ भाई राहुल गांधी, मां सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद रहे। रोड शो के बाद प्रियंका ने कहा, "जब मैं 17 साल की थी, तब मैंने पहली बार 1989 में अपने पिता के लिए कैंपेन किया था। तब से 35 सालों में मां और भाई के लिए वोट मांगते आए हैं, लेकिन अब पहली बार अपने लिए समर्थन मांग रही हूं।" राहुल गांधी ने इस अवसर पर कहा, "वायनाड ऐसा क्षेत्र है जहां दो सांसद हैं—एक आधिकारिक और दूसरा अनौपचारिक। दोनों वायनाड के विकास के लिए काम करेंगे।" प्रियंका गांधी इस चुनाव में पहली बार उम्मीदवार हैं, और भाजपा ने उनके खिलाफ नाव्या हरिदास को उतारा है। हालिया लोकसभा चुनाव 2024 में राहुल गांधी ने केरल की वायनाड और यूपी की रायबरेली सीट से जीत हासिल की थी, लेकिन इस ब...

पीएम मोदी ने कजान में पुतिन से की मुलाकात, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने की दिशा में उठाए कदम

BRICS Summit 2024: (आलोक शर्मा ) पीएम मोदी ने कजान में पुतिन से की मुलाकात, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने की दिशा में उठाए कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के कजान शहर में ब्रिक्स समिट 2024 में भाग लेने के लिए अपनी यात्रा शुरू की। मंगलवार को उनके आगमन पर भारतीय समुदाय ने एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी की यह रूस यात्रा इस वर्ष में दूसरी बार हो रही है, इससे पहले वह जुलाई में मॉस्को गए थे। कजान में, प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। पुतिन ने भारत के कजान में वाणिज्य दूतावास खोलने के निर्णय का स्वागत किया, जिसे दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। पुतिन ने कहा, "हमारी संयुक्त परियोजनाएं लगातार प्रगति कर रही ह...

पटाखों के धुएं से आंखों को बचाव कैसे करें, अपनाएं यह टिप्स

दिवाली जैसे त्योहारों पर पटाखे चलाना आम है, लेकिन इसके धुएं से आंखों को गंभीर नुकसान हो सकता है। आंखों में जलन, खुजली, और लालिमा जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यहां कुछ घरेलू नुस्खे और उपाय दिए गए हैं, जो पटाखों के धुएं से आंखों की सुरक्षा में मदद कर सकते हैं: 1. सुरक्षात्मक चश्मा पहनें पटाखों के धुएं और अन्य कणों से आंखों को बचाने के लिए बाहर जाने पर सुरक्षात्मक चश्मा पहनें। यह साधारण धूप का चश्मा भी हो सकता है, जो आंखों को सुरक्षित रखने में मदद करेगा। 2. आंखों को धोएं यदि आंखों में धुएं के संपर्क में आने पर जलन हो रही है, तो तुरंत आंखों को साफ पानी से धोएं। इससे आंखों में जमा धूल और धुएं के कण बाहर निकल जाएंगे। 3. गुलाब जल का उपयोग गुलाब जल आंखों को ठंडक पहुंचाने और जलन से राहत देने में मदद कर सकता है। सोने से पहले या दिन में एक बार आंखों में कुछ बूँदें डालें। 4. खीरे ...

कौन है बाबा सिद्धीकी मर्डर केस में शामिल लॉरेंस बिश्नोई और कैसे फैला है इसका नेटवर्क?

लॉरेंस बिश्नोई एक कुख्यात गैंगस्टर है, जिसका नाम भारत के कई हाई-प्रोफाइल अपराधों में सामने आया है। वह पंजाब से ताल्लुक रखता है और अपने आपराधिक नेटवर्क को उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और महाराष्ट्र तक फैला चुका है। बिश्नोई गैंग ड्रग्स, अवैध हथियारों की तस्करी, फिरौती और हत्या जैसे अपराधों में शामिल है। प्रारंभिक जीवन और अपराध जगत में प्रवेश लॉरेंस बिश्नोई का जन्म पंजाब के फाजिल्का जिले में हुआ था। कॉलेज के दिनों में वह छात्र राजनीति में सक्रिय था और वहीं से उसके अपराधी बनने की शुरुआत हुई। धीरे-धीरे उसने एक गैंग बना ली, जो फिरौती मांगने और हत्याओं में लिप्त हो गई। बिश्नोई के नाम कई हत्या और हत्या के प्रयास के मामले दर्ज हैं। नेटवर्क और कनेक्शन लॉरेंस बिश्नोई का नेटवर्क सिर्फ पंजाब तक सीमित नहीं है, बल्कि हरियाणा, राजस्थान, और दिल्ली तक फैला हुआ ...

डेंगू का मुकाबला कैसे करें? अपनाएं यह पांच तरीकें

डेंगू एक वायरल बुखार है जो मच्छरों, विशेष रूप से एडीज मच्छरों (Aedes) के काटने से फैलता है। यह बीमारी बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, और त्वचा पर चकत्तों जैसी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकती है। डेंगू से बचने और उसका मुकाबला करने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए: मच्छरों से बचाव: डेंगू फैलाने वाले मच्छर दिन में, खासकर सुबह और शाम के समय काटते हैं। ऐसे में पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें और मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे भी उपयोगी हो सकते हैं। पानी का ठहराव रोकें: मच्छर साफ और स्थिर पानी में पनपते हैं, इसलिए घर के आसपास पानी जमा न होने दें। पानी के बर्तन, टंकी, गमले, और कूलर नियमित रूप से साफ करें और ढककर रखें। India Health TV: Video: Dengue से बचाव के लिए खाएं यह 10 चीजें | Dengue Fever Home Remedies, Treatment ...

दिग्गज कारोबारी देश के रतन टाटा का निधन

मुंबई। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में ली अंतिम सांस. टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा का के निधन से देश में शोक की लहर है। उन्हें सोमवार को उम्र संबंधी बीमारियों के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद उनकी हालत गंभीर होने की खबर सामने आई थी। और सेहत में सुधार नहीं हो रहा था।  बता दें कि 0रतन टाटा भारत के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक थे और टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष के रूप में दुनिया भर में जाने जाते थे। उनका जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था। रतन टाटा को उनकी सादगी, विनम्रता, और व्यवसायिक उत्कृष्टता के लिए विशेष रूप से सराहा जाता रहा है। उन्होंने 1991 में टाटा समूह की कमान संभाली और इस समूह को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी पहचान दिलाई। उनकी नेतृत्व क्षमता के तहत टाटा समूह ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल कीं, जिनमें टाटा मोटर्स द्वारा जगुआर लैंड रोवर और टाटा स्टील द्वा...

नौसेना की नजर राफेल मरीन जेट्स पर, 114 विमानों की खरीद लेकिन कीमत बनी चुनौती

भारतीय सेना के लिए राफेल जेट्स की सफलता के बाद, अब नौसेना भी फ्रांसीसी कंपनी डसॉल्ट एविएशन से राफेल के मरीन वर्जन को अपने बेड़े में शामिल करने की योजना बना रही है। नौसेना ने 114 राफेल मरीन जेट्स की खरीद पर विचार किया है, लेकिन इस डील में एक बड़ा अड़चन सामने आ रही है – कीमत। हालांकि, राफेल की मारक क्षमता और प्रदर्शन ने भारतीय सेना को काफी प्रभावित किया है, फिर भी नौसेना और सरकार के बीच इस खरीद को लेकर गहन मंथन जारी है, खासकर कॉस्ट इफेक्टिवनेस के पहलू को लेकर। राफेल की विशेषताएं और सेना में सफलता राफेल की तकनीकी विशेषताएं और मारक क्षमता ने इसे भारतीय वायुसेना के लिए अत्यधिक उपयुक्त साबित किया है। 2016 में राफेल की डील के बाद से, इस जेट ने वायुसेना के अभियान और भारत की सुरक्षा व्यवस्था को एक नई दिशा दी है। राफेल की तेज गति, अत्याधुनिक तकनीक और दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमले की क्षमत...