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अगला नम्बर अलगाववादी नेता यासिन मलित का, टाडा कोर्ट की सख्ती, कोर्ट में करो पेश

श्रीनगर. कश्मीर में अलगाववादियों की अब खैर नहीं. एक के बाद एक सख्त कदम सरकार उनके खिलाफ उठा रही है. पहले इनकी सुरक्षा हटाई गई, फिर अनुच्छेद 370 हटाते ही नजरबंद कर दिया गया और अब ऐसे अलगावादियों पर सरकार सख्त हो गई है जिनका आतंक और आतंकवादियों के साथ संबंध रहा है. कश्मीर में 1990 में भारतीय वायुसेना (IAF) के चार कर्मियों की हत्या के मामले में यासीन मलिक के खिलाफ जम्मू स्थित TADA कोर्ट में 1 अक्टूबर को सुनवाई होगी. इस समय मलिक नई दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैद है. न्यायालय और सरकार के इस कदम के बाद 30 साल बाद मामले में न्याय मिलने की उम्मीद जगी है. हत्या के इस मामले में जेकेएलएफ के चीफ यासीन मलिक को जम्मू की टाडा अदालत में पेश किए जाने के आदेश दिए गए थे. बड़ी बात यह है कि यासीन मिलक पिछले तीन दशकों से टाडा अदालत में पेश होने से खुद को बचाता रहा है. पहले उसे दो बार पेश होने का आदेश दिया गया था, ...

महिला ने 'सांवलिया सेठ' को चढ़ावे के लिए नोटों की इतनी गडि्डयां निकाली की सबकी आंखे फटी रह गईं

चित्तौडगढ़ (राजस्थान). आराध्य देव अनूठे सांवलिया सेठ धाम (Sanwaliya Seth Temple) में तीन दिन परम्परागत मेला चला. इस मेले में देश-दुनिया से हजारों श्रद्धालु सांवलिया सेठ के दर्शन करने पहुंचे लेकिन एक महिला सबके आकर्षण का केन्द्र बन गई. दरअसल इस महिला ने जैसे ही अपने बैग से नोटों की गडि्डयां चढावे के लिए निकालनी शुरु की तो हर कोई हदप्रद हो गया. महिला एक के बाद एक नोटों की गडि्डयां निकालकर दानपात्र में डालती गई और लोग फटी आंखों से देखते रहे. आलम यह रहा कि मौके पर सुरक्षा कर्मियों को अलर्ट कर दिया गया. करीब सवा करोड़ का यह चढावा बताया जा रहा है और सुरक्षा कारणों से महिला कौन थी, किस घराने से ताल्लुक रखती है यह नहीं बताया गया. सोशल मीडिया पर भी महिला का वीडियो लगातार वायरल हो रहा है.   मान्यता के अनुसार यहां आने वाले भक्त सांवलिया सेठ को अपना बिजनेस पार्टनर भी मानते हैं और अपनी ...

World Suicide Prevention Day -2019, हर 40 सेकेंड में एक आत्महत्या, जानें 10 बड़े फेक्ट

भारत. कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ की आत्महत्या के बाद हाल में सवाल फिर उठ खड़ा हुआ कि आखिर वो कौन सी वजहें होती हैं, जिनसे लोग आत्महत्या करने तक का फैसला कर डालते हैं. आर्थिक स्थिति, व्यापार घाटा, मानसिक तनाव, अकादमिक परेशानियां, काम का अत्यधिक दबाव, रिलेशनशिप की उलझनें, पारिवारिक झगड़े, विवाहेत्तर संबंध आदि कुछ ऐसे कारण है जो दुनियाभर में आज सुसाइड का प्रमुख कारण बन गए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में प्रतिवर्ष लगभग 8,00,000 लोग आत्महत्या करते हैं, यानी प्रति 40 सेकेंड में एक व्यक्ति खुद की जान ले लेता है. सुसाइड यानी आत्महत्या की इसी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए प्रतिवर्ष आत्महत्या रोकथाम दिवस भी मनाया जाता है ताकि जागरूकता बढ़ाई जा सके और सुसाइड के बढते आंकड़े को कम किया जा सके. गहरी निराशा की चरम अवस्था ही आत्महत्या के लिए प्रेरित करती है. अंग्...

अंतिम क्षण में चांद पर हिंदुस्तान का सम्पर्क टूटा, लेकिन ISRO के हौसले नहीं

बेंगलुरु. भारत के महत्‍वाकांक्षी मून मिशन Chandrayaan-2 का चांद पर लक्ष्य के ठीक नजदीक पहुंचते ही सम्पर्क टूट गया.  चांद पर उतरने को लेकर सस्‍पेंस बन गया. इसरो के मुताबिक विक्रम लैंडर से उनका संपर्क टूट गया. चांद से महज 2.1 किमी दूरी तक चंद्रयान-2 से संपर्क था, लेकिन फिलहाल संपर्क टूट गया. इसरो प्रमुख के सिवन ने बताया कि लैंडर 'विक्रम' को चंद्रमा की सतह पर लाने की प्रक्रिया सामान्य देखी गई, लेकिन बाद में लैंडर का संपर्क स्टेशन से टूट गया. डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है. उधर मौके पर इसरो मुख्‍यालय में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया. उन्‍होंने कहा, 'उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, देश आप पर गर्व करता है, सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करें, हौसला रखें. हमें उम्मीद है, अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में हम कठिन परिश...

दुआ करो की आज 'चांद पर हिंदुस्तान हो', मिशन चन्द्रयान-2 की लैंडिंग से जुड़ी 10 बड़ी बातें

बेंगलुरु. चांद पर हिंदुस्तान की ताकत देखने के लिए पूरी दुनिया टकटकी लगाए देख रही हैं. चांद के दक्षिणी ध्रुव चन्द्रयान-2 को उतारने की तैयारियां पूरी कर ली है. बड़ी बात यह है सबकुछ ठीक रहा तो भारत ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा. हालांकि रूस, यूएस और चीन इसके उत्तर में पहले यान उतार चुके हैं लेकिन चांद के दक्षिण में यान को उतारने वाला भारत पहला देश होगा. चंद्रयान-2 मिशन के शनिवार को चांद पर उतरने के अत्यंत महत्वपूर्ण घटनाक्रम से पहले इसरो के साथ देशवासियों के मन में तमाम तरह के भाव उमड़ रहे हैं और यहां सभी भारतीय चंद्रयान-2 के चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं ताकि भारत दुनिया के सामने अपनी ताकत को साबित कर सके और मिशन चन्द्रयान में भारत झंडा गाड़ सके. इस मिशन में रोवर को प्रज्ञान और लैंडर को विक्रम का नाम दिया गया है. बडी बात यह है कि चांद का दक्षिणी ध्रुव क्...

जानिए भारतीय सेना में शामिल हुए अपाचे हेलीकॉप्टर की 10 बड़ी बातें, जिससे चीन और पाकिस्तान की नींद उड़ी

पठानकोट (पंजाब). दुनिया के सबसे आधुनिक बहु-उद्देश्यीय लड़ाकू हेलीकाप्टरों में से एक है AH-64E अपाचे (Apache) भारतीय वायुसेना के बेडे में शामिल हो गए हैं. पिछले कुछ समय से भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच पाकिस्तानी सीमा के करीब पठानकोट एयरबेस पर अमेरिका से मिले अधुनिक तकनीक वाले आठ अपाचे हेलीकॉप्टर तैनात कर दिए गए हैं. बडी बात यह है कि अमेरिकी सेना भी इसका इस्तेमाल करती है. तैनाती से पहले अपाचे हेलीकॉप्टर्स को वॉटर कैनन से सलामी दी गई. पठानकोट एयर बेस में शामिल होने से पहले एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ और वेस्टर्न एयर कमांडर एयर मार्शल आर नांबियार ने अपाचे हेलीकॉप्टरों की पूजा की. इस एयरबेस पर अपाचे की तैनाती से भारतीय एयरफोर्स की ताकत और बढ़ जाएगी. वायुसेना ने 22 अपाचे हेलीकाप्टरों के लिए सितंबर 2015 में अमेरिकी सरकार और बोइंग लिमिटेड के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे. भारतीय वायुस...

ABHINANDAN RETURNS, 'देख लो पाकिस्तान, 'अभिनंदन' छू रहा आसमान'

पठानकोट (पंजाब)एयरफोर्स के एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ और विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने पठानकोट एयरबेस से मिग -21 लड़ाकू विमान उड़ाया. इस दौरान अभिनंदन नए लुक और नए जोश में नजर आए. वीर चक्र से सम्मानित अभिनंदन के साथ वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ भी विमान में थे. दोनों ट्रेनर वर्जन वाले मिग- 21 विमान में थोड़ी दूर उड़े. वायुसेना प्रमुख भी मिग- 21 के पायलट हैं. उन्होंने करगिल युद्ध के समय 17 स्क्वैड्रन की कमान संभालते हुए विमान उड़ाया था. वायुवीर की इस उड़ान का हर कोई 'अभिनंदन' करता हुआ नजर आया. मूंछों के नए गेटअप के साथ अभिनंदन के हौसले ऐसे दिखे मानों वो कह रहे हों कि 'पाकिस्तान तुम्हे देंगे गाड़, देख लो जरा फिर आखें फाड़'. गौरतलब है कि 27 फरवरी 2019 को अभिनंदन वर्तमान ने पाकिस्तानी विमानों को मिग-21 से खदेड़ा था. नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तानी एफ-16 विमान को मार गिर...

सेना प्रमुख जवानों से बोले- आपात स्थिति के लिए तैयार रहें, पाकिस्तान में हड़कंप

श्रीनगर. सेना प्रमुख बिपिन रावत (Bipin Rawat) ने अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार कश्मीर घाटी का दौरा किया. जम्मू-कश्मीर के अपने इस दौरे के दौरान बिपिन रावत ने घाटी के सुरक्षा हालात और कश्मीर में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षाबलों की तैयारियों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होने एलओसी पार पीओके की गतिविधियों का भी भारतीय सीमा क्षेत्र से जायजा लिया. इस दौरान बिपिन रावत ने सेना के जवानों से मुलाकात भी की. उन्होंने सेना के जवानों का मनोबल भी बढ़ाया. सेना प्रमुख ने जवानों की तारीफ करते हुए घुसपैठ रोकने के प्रयासों की सराहना की. गौरतलब है कि एलओसी पर पाकिस्तान द्वारा लगातार आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिशें की जा रही है और सेना लगातार मुंहतोड़ जवाब देकर हर हरकत नाकाम कर रही है. उधर इस दौरे के दौरान सेना प्रमुख ने जवानों से किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने की बात...

भारत में चर्चित असम NRC का मामला क्या है? जानें 10 बड़ी बातों के साथ

असम. एनआरसी यानी नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स. असम में सबसे पहले 1951 में इसे तैयार किया गया था ताकि ये तय किया जा सके कि कौन इस राज्य में पैदा हुआ है, और भारतीय है और कौन पड़ोसी मुस्लिम बहुल बांग्लादेश से असम में आया है. दरअसल यह प्रक्रिया राज्य में अवैध तरीके से घुस आए तथाकथित बंगलादेशियों के खिलाफ असम में हुए छह साल लंबे जनांदोलन का नतीजा है. इस जन आंदोलन के बाद असम समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे और साल 1986 में सिटिजनशिप एक्ट में संशोधन कर उसमें असम के लिए विशेष प्रावधान बनाया गया था. अब गृह मंत्रालय ने असम एनआरसी की फाइनल लिस्ट जारी कर दी गई है. इस मसले पर विवाद तब हुआ जब उत्तर प्रदेश के मेरठ में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के समापन सत्र में अमित शाह ने कहा कि 'विपक्षी दल चाहे जितना हो-हल्ला करें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार असम के 40 लाख घुसपैठियों में से एक-एक को बाहर करे...

बच्ची और गुडिया का अनोखा बंधन, पहले गुडिया का इलाज करवाया, फिर खुद का प्लास्टर करवाया

नई दिल्ली. बच्चे कितने मासूम होते हैं इसकी बानगी दिल्ली के लोकनायक अस्पाताल में देखने को मिली. दरियागंज निवासी फरीन की 11 माह की बच्ची बेड से गिरकर घायल हो गई थी. पैर में फ्रैक्चर हो गया था. दो सप्ताह पहले अपनी 11 माह की बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंची थीं, लेकिन बच्ची जिकरा मलिक दर्द से बहुत कराह रही थी, उसके लिए हर पल काटना बहुत मुश्किल था. मां की गोद में वह छटपटा रही थी, जब उसने डॉक्टर को इंजेक्शन लगाते देखा, तो और डर गई. काफी देर बाद भी जब जिकरा शांत नहीं हुई तो उसकी मां ने डॉक्टरों को बताया कि बच्ची की एक गुड़िया घर पर है, जिसे वो बहुत प्यार करती है. इतना ही नहीं उसे दूध पिलाने के बाद ही खुद पीती है. उसे खाना खिलाने के बाद ही खुद खाती है. बस फिर क्या था, डॉक्टरों की अनुमति से जब गुड़िया को अस्पताल लाया गया तो उसे देखते ही बच्ची खिल उठी. यह देख डॉक्टर भी हैरान थे. पर इस बीच जल्द ही डॉक्टर...