India

क्या है INX मीडिया केस? मामले में कब कब क्या हुआ? जानिए 10 बड़ी बातें

INX Media Case इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है. इसमें CBI ने आरोप लगाया है कि कार्ति चिदंबरम के कंट्रोल वाली एक निजी कंपनी को इंद्राणी और पीटर मुखर्जी के मीडिया हाउस से फंड ट्रांसफर हुआ था. कार्ति ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके INX को फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट क्लियरेंस हासिल करने में मदद की थी. INX मीडिया मामले में सीबीआई ने 15 मई 2017 को प्राथमिकी दर्ज की थी. इसके बाद ईडी ने पिछले साल इस संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. जांच एजेंसियों का दावा है कि सन 2007 में जब चिदंबरम वित्त मंत्री थे तब उन्होंने पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी की कंपनी INX मीडिया (INX Media) को मंज़ूरी दिलवाई. इसके बाद इस कंपनी में कथित रूप से 305 करोड़ का विदेशी निवेश आया जबकि अनुमति मात्र 5 करोड़ के निवेश की थी. यानी INX मीडिया में 300 करोड़ से अधिक का निवेश हुआ. कथित रूप से खुद को बचाने क...

'हमें गिरफ्तारी का डर है, हमारी याचिका सुन लीजिए' सुप्रीम कोर्ट में चिदंबरम के वकील

नई दिल्ली. INX media हेराफेरी के मामले में SC ने बुधवार को कांग्रेस के पूर्व वित्‍त मंत्री पी चिदंबरम की अग्रिम याचिका खारिज कर दी. चिदंबरम के वकीलों ने सुबह 10:30 बजे जस्टिस NV रमन्ना की बेंच से जल्‍द सुनवाई की मांग की , जस्टिस रमन्ना की बेंच ने याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया और इस याचिका को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के पास भेज दिया.  चिंदबरम के वकील कपिल सिब्‍बल की ओर से न्‍यायालय से आग्रह किया गया कि उनकी अपील को जल्द सुन लिया जाए, लेकिन इसका सॉलिसिटर जनरल की तरफ से यह कहते हुए विरोध किया गया कि यह मामला गंभीर है. इस पर कपिल सिब्बल ने कहा कि हमें गिरफ्तारी का डर है. हमारी याचिका सुन लीजिए. इस पर सिब्बल ने कहा कि हमें दिल्‍ली हाईकोर्ट ने भी अपील का समय नहीं दिया है, लिहाजा, गिरफ्तारी से फिलहाल राहत मिले. चिदंबरम की तरफ से कहा गया कि वो राज्यसभा सदस्य है...

इमरान की पूर्व पत्नी बोली, इमरान ने मोदी के साथ मिलकर कश्मीर का सौदा किया

इमरान की पूर्व पत्नी बोली, इमरान ने मोदी के साथ मिलकर कश्मीर का सौदा किया नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर (#JammuKashmir) से आर्टिकल 370 (#Article370) के हटने के बाद पाक पीएम इमरान खान की परेशानियां समाप्त होने का नाम नहीं ले रही हैं. राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के भारत सरकार के ऐतिहासिक फैसले से पाक पहले ही सदमे में है वहीं दुनियाभर में भारत के खिलाफ इस फैसले का इस्तेमाल करने की पाक की कोशिशें ना'पाक साबित हो रही हैं. इमरान खान नामक बम को फुस्स कर देने वाले भारत के इस कदम के बीच इमरान हर तरफ खुद को लाचार बता रहे हैं. अब एक और नया बम फोड़ा है उनकी ही पूर्व पत्नी रेहम खान ने. रेहम खान (#RehamKhan) ने भी अब इमरान खान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. रेहम ने जम्मू-कश्मीर को लेकर एक बड़ा खुलासा करते हुए आरोप लगाए कि इमरान खान ने भारत के पीएम नरेंद्र मोदी (#PMNarendraModi) के साथ एक गोप...

ट्रेड वॉर के बीच सावधान! 11 साल बाद फिर बड़ी मंदी का खतरा

वाशिंगटन. मंदी की मार एक बार फिर परवान चढ़ सकती है. अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर सुलझ न पाने से वैश्विक अर्थव्यवस्था को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ब्रिटेन, जर्मनी, रूस, सिंगापुर और ब्राजील मंदी सहित दुनिया के 9 देश मंदी की चपेट में आने वाले हैं या आ चुके हैं. आर्थिक विश्लेषकों की माने तो यदि इसका समाधान नहीं निकाला गया और ट्रेड वॉर जारी रहा तो इससे साल 2021 तक अमेरिकी अर्थव्यवस्था फिर से मंदी की शिकार होगी. इतना ही नहीं पूरी दुनिया की इकोनॉमी को करीब 585 अरब डॉलर का चूना लग सकता है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पिछले दिनों चीन के साथ ट्रेड वॉर खत्म करने की पहल कर चुके हैं और दोनों देश इस महीने के अंत तक फिर से वार्ता शुरू करने जा रहे हैं. लेकिन इस बारे में चर्चा होने लगी है कि वैश्विक मंदी अब करीब आ रही है और समय निकलता जा रहा है. नेशनल एसोसिएशन फॉर बिजनेस इकोनॉमिक्स के एक सर्व...

देश कर रहा है पूर्व पीएम स्व. राजीव गांधी को नमन्, जानिए उनके जीवन से जुड़ी 10 बड़ी बातें

नई दिल्ली. राजीव गांधी की 75वीं जयंती पर पूरे देश में आयोजन हो रहे हैं। पूरा देश एक ऐसे देशभक्त और दूरदर्शी व्यक्ति को याद कर रहा है जिनकी दूरदर्शी नीतियों ने भारत के निर्माण में मदद की। 40 की उम्र में देश के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने राजीव गांधी आज भी युवाओं के लिए किसी बड़ी प्रेरणा से कम नहीं हैं राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 में मुंबई में हुआ। जब भारत को अंग्रेजी शासन की गुलामी से आजादी मिली तो उनकी उम्र महज तीन साल थी। देश आज़ाद हुआ और राजीव गांधी के नाना यानी जवाहर लाल नेहरू आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। राजीव गांधी के पिता का नाम फिरोज गांधी और माता का नाम इंदिरा गांधी था। उनका बचपन दिल्ली के तीन मुर्ति भवन में बीता। राजीव गांधी के जीवन से जुड़ी दस बड़ी बातें- 1- राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को मुंबई में हुआ। भारत की स्वतंत्रता के समय वह मात्र 3 वर्ष के थे...

मोदी और ट्रम्प में 30 मिनट बातचीत, पाक पर निशाना

नई दिल्ली: अनुच्‍छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की फोन पर बातचीत हुई. दोनों नेताओं के बीच लगभग 30 मिनट बातचीत चली. मोदी ने ट्रंप से बातचीत में आतंकवाद और सीमा सुरक्षा के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया. पीएम मोदी ने इमरान खान का बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि कुछ नेताओं के बयान शांति के लिए खतरा है. सीमा पार से आतंकवाद का रोक लगना जरूरी है. यह बातचीत दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय मुद्दों पर आधारित थी. पीएम मोदी ने ट्रंप से पाकिस्तान से संबंध पर भी बातचीत करते हुए कहा कि पाकिस्तान की ऐसी गतिविधियों को भारत बर्दाश्त नहीं करेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप से बातचीत में कहा कि उम्मीद करते हैं जल्द भारत के वाणिज्य मंत्री और अमेरिकी प्रशासन के बीच भी बातचीत होगी और द्विपक्षीय व्यापार को आगे बढ़ाएंगे. सूत्र...

अफगानिस्तान के पूर्व PM करजई की मोदी से मुलाकात

नई दिल्ली : अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की. दोनों के बीच यह शिष्टाचार मुलाकात थी, हालांकि इस दौरान दोनों देशों में चल रहे राजनीतिक हालातों पर भी बातचीत हुई. आपको बात दें कि अनच्छेद 370 हटाए जाने के बाद करजई ने कहा था कि 'देश को उम्मीद है कि भारत सरकार के नये कदम से जम्मू कश्मीर के लोगों की उन्नति होगी और खुशहाल होंगे.' करजई ने इस दौरान पाकिस्तान से क्षेत्र में नीति के एक साधन के रूप में चरमपंथी हिंसा का इस्तेमाल बंद करने के लिए भी कहा था. करजई का बयान तब आया जब केंद्र सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को प्राप्त विशेष दर्जा वापस ले लेते हुए राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया. इसके बाद करजई का यह बयान काफी महत्वपूर्ण और भारत के हित में रहा. अफगानिस्तान के 2001 से 2014 तक राष्ट्रपति रहे करजई ...

राजस्थान के हुए 'मनमोहन', निर्विरोध राज्यसभा सांसद निर्वाचित

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राजस्थान से निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुन लिए गए हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जादुई रणनीति का ही परिणाम रहा कि मनमोहन सिंह को निर्विरोध राज्यसभा सांसद बनाया जा सका. मनमोहन सिंह लगभग तीन दशकों से असम से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य रहे हैं. उनका कार्यकाल 14 जून को समाप्त हो चुका है. ऐसे में अब राजस्थान से राज्यसभा सांसद चुने जाने के बाद मनमोहन सिंह 3 अप्रैल, 2024 तक राज्यसभा सदस्य रहेंगे. पिछले दो दशक में मनमोहन सिंह राष्ट्रीय स्तर के आठवें नेता हैं, जो राजस्थान के मूल निवासी नहीं होने के बावजूद यहां से चुनकर राज्यसभा पहुंचे हैं. पिछले दो दशकों में राजस्थान में हर पांच सालों में सरकार बदलती रही है, जिसमें तीन बार कांग्रेस की और दो बार भाजपा की सरकारें बनी. 2008 को छोड़ इस दौरान सत्ता में रहने वाली पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला है. इसी के चलते पिछले दो...

क्यों है मोदी का नेतृत्व करिश्माई? किन 10 बड़े कारणों से आज उनकी लोकप्रियता है चरम पर, जानिए

नई दिल्ली. आज न केवल देश में बल्कि पूरी दुनिया में एक बहस छिड़ी है कि क्या नरेंद्र मोदी आजाद भारत के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री बन चुके हैं? चाहे बात मोदी के काम करने के तरीके की हो या बोल्ड डिसीजन लेने का तरीका, या फिर बात हो उनके भाषण शैली की. उनकी लोकप्रियता हर स्तर पर चरम पर है. हाल में आज तक चैनल और कार्वी इनसाइट ने अपने सर्वे में पाया कि नरेंद्र मोदी भारत के सबसे लोकप्रिय नेताओं में शुमार है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी अपने पीछे छोड़ दिया है. पर ऐसे क्या 10 बड़े कारण हैं, जो मोदी की लोकप्रियता को इस तरह से चरम पर पहुंचाएं हुए हैं. देश के जाने-माने राजनीतिक विश्लेषक सुभद्र पापड़ीवाल ने क्या 10 कारण मोदी की लोकप्रियता के बताए हैं जानिए. "नरेंद्र मोदी की सफलता के 10 प्रमुख कारण" 1- कृषि क्षेत्र में फ़सल बीमा योजना, यूरिया नीम कोटिंग, सोईल हैल्थ कार...

राजस्थान में पदक विजेता खिलाड़ियों के लिए खुशखबरी, बकाया पुरस्कार राशि जल्द होगी जारी

जयपुर. विभिन्न खेलों में जबरदस्त प्रदर्शन कर राजस्थान का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों के लिए खुशखबरी है.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लंबे समय से बकाया चल रहे पुरस्कार राशि के भुगतान का ऐलान कर दिया है. यह राशि उन खिलाड़ियों को दी जाएगी जिन्होंने अलग-अलग खेलों में पदक जीतकर राजस्थान का गौरव बढ़ाया है. इस पुरस्कार राशि के हकदार ज्यादातर वह खिलाड़ी है जिन्होंने वसुंधरा सरकार के कार्यकाल के दौरान अलग-अलग खेलों में अलग-अलग पदक जीते और राजस्थान का नाम रोशन किया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के उद्देश्य से पदक विजेताओं को 4 वर्षों से राशि नहीं दी थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए जो भी आवश्यक कदम उठाने होंगे, वह जरूर उठाए जाएंगे. कोई कमी नहीं रखी जाएगी. खिलाड़ियों की बक...