Politics

नहीं रहे 'अमर', कभी देश के कद्दावर और प्रभावी नेताओं में थे शुमार

लखनऊ. भारत के कभी कद्दावर नेताओं में शुमार रहे पूर्व समाजवादी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद अमर सिंह का लबी बीमारी के बाद निधन हो गया है. सिंगापुर में पिछले लम्बे समय से उनका इलाज चल रहा था. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी रहे थे अमर सिंह. इसी साल फरवरी में उन्होंने अमिताभ बच्चन से माफी भी मांगी थी. अमर सिंह वर्तमान में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सांसद थे. 5 जुलाई 2016 को उन्हें राज्यसभा सदस्य चुना गया था. समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद उनकी सक्रियता राजनीति में काफी कम हो गई थी. उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत 1996 में राज्यसभा का सदस्य चुने जाने के साथ ही हुई थी, जिसके बाद उन्हें कभी पीछे मुडकर नहीं देखना पड़ा था लेकिन सपा से अलग होने के बाद उनकी राजनीतिक चमक फीकी पडने लगी थी....

'हाथ' से ना फिसल जाए सरकार, गहलोत अपने कैम्प के साथ जैसलमेर में, बीजेपी ने पूछा- क्यों दर-दर भटक रहे हो 'सरकार'!

जयपुर. 'अपने ही राज्य में राजस्थान सरकार असुरक्षित दर-दर भटक रही है! यह गहलोत जी का प्रदेश वासियों को स्पष्ट संदेश है, अपनी रक्षा स्वयं करें!' विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में फंसे केन्द्र सरकार के मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने यह ट्वीट उस वक्त किया जब राजस्थान की गहलोत सरकार ने अपने विधायकों की बाड़ेबंदी जयपुर से जैसलमेर कर दी. चूंकि विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से शुरु होना है तो पूरे चांस है कि कहीं इतने लम्बे अंतराल में 'हाथ' से विधायक ना फिसल जाएं. मानेसर में पायलट 'कैम्प' किए हुए हैं तो अब जैसलमेर में गहलोत का 'कैम्प' लग गया. असुरक्षा, आशंका, शक का दौर राजस्थान की राजनीति में इस कदर परवान पर है कि पायलट कैम्प कहां लुका छिपी खेल रहा है कोई थप्पी नहीं कर पा रहा. सरकार के साथ एसओजी, एसीबी भी दिन रात चक्कर खा-खा कर घनचक्कर हो रही है लेकिन ढूंढे विधायक...

'मान गए' राज्यपाल, 14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा के सत्र को मंजूरी

जयपुर. राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने 14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा सत्र को आखिरकार मंजूरी दे दी है. इससे पहले तीन बार राज्यपाल कलराज मिश्र कैबिनेट नोट को तीन बार लोटा चुके हैं. माना जा रहा है कि टकराव के हालात जो राजभवन और मुख्यमंत्री के बीच में बन रहे थे वह हालात कहीं ना कहीं अब नियंत्रण में आते नजर आएंगे. हालांकि राज्य सरकार की मंशा के मुताबिक यह सत्र जल्दी ना बुलाए जाकर राज्यपाल ने नियमानुसार ही सत्र बुलाने का निर्णय किया. बता दें बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष ने भी मुख्यमंत्री के बाद राज्यपाल से मुलाकात की थी और इस मुद्दे पर उनकी चर्चा भी हुई थी. राजभवन से जारी जानकारी के मुताबिक राज्यपाल ने राजस्थान विधानसभा के पंचम सत्र को मंत्रिमंडल द्वारा भेजे गए 14 अगस्त से आरंभ करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है. राज्यपाल मिश्र ने राजस्थान विधानसभा के सत्र के दौरान कोविड-19 से बचाव के...

31 अगस्त तक स्कूल कॉलेज बंद रहेंगे. 5 अगस्त से खुले सकेंगे जिम. 1 अगस्त से नाइट कर्फ्यू हटाया गया

नई दिल्ली.देश मे अनलॉक 3.0 की गाइड लाइन्स जारी कर दी गई है. केंद्र सरकार ने बुधवार को बडे बदलावों के साथ अनलॉक 3 के लिए नई गाइडलाइन जारी की. इसके तहत पांच अगस्त से जिम और योग के संस्थानों को खोलने की इजाजत दे दी गई है. वहीं, रात के कर्फ्यू को भी हटा दिया गया है. 31 अगस्त तक स्कूल, कॉलेज, कोचिंग बंद रहेंगे. 5 अगस्त से जिम खुल सकेंगे. 1 अगस्त से नाइट कर्फ्यू हटाया गया. बड़ी बातें: - 1 अगस्त से नाइट कर्फ्यू हटाया गया. -5 अगस्त से खुले सकेंगे जिम. -31 अगस्त तक स्कूल, कॉलेज, कोचिंग बंद रहेंगे. -कंटेनमेंट जोन के बाहर कंटेनमेंट जॉन मैट्रो रेल चलाने को मिली अनुमति. -सिनेमा हॉल भी खोलने की अनुमति नहीं. - बार रहेंगे बंद. - स्विमिंग पूल बंद रहेंगे....

गहलोत को सबक सिखाने के लिए सही समय का इंतजार कर रही थी: मायावती, कही यह 10 बड़ी बातें

जयपुर. राजनीति मौका परस्त होती है और हर परिपक्व राजनेता हमेशा सही समय का इंतजार अपने राजनीतिक दुश्मनों को ठीकाने लगाने के लिए करता है. ऐसी ही बानगी इस वक्त राजस्थान की सियासत में देखने को मिल रही है. अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही सियासी जंग में अब बसपा ने भी ताल ठोक दी है. इस मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती ने अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और साफ कहा है कि उनके जिन छह विधायकों को कांग्रेस में असवैंधानिक और अनैतिक तरीके से कांग्रेस में शामिल किया गया उस कांग्रेस को अब इसका सबक जरुर सीखाया जाएगा. मंगलवार सुबह मीडिया से मुखातिब होत हुए मायावती ने अपने इरादे साफ कर दिए कि वो इस मौके पर अपना बदला लेने में कहीं पीछे नहीं रहने वालीं.   मायावती ने कही 10 बड़ी बातें: 1- 26 जुलाई को हमने राजस्थान में अपने छह बसपा विधायकों को व्हिप जारी करके साफ कहा कि वो सदन...

CM गहलोत ने की राज्यपाल के बर्ताव पर PM से बात, तो राज्यपाल बोले विधानसभा सत्र संवैधानिक प्रावधानों के अनुकूल ही आहूत हो, सुझाए तीन बिंदू

जयपुर. राजस्थान के सियासी घमासान में राजभवन भी राजनीति का प्रमुख केन्द्र बन गया है. अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच शुरु हुई राजनीतिक वर्चस्व की जंग में केन्द्र सरकार, बीजेपी, कोर्ट, पुलिस, एसओजी, सीबीआई, ईडी सब शामिल हो चले हैं. और प्रयास इस बात के हैं कि किसी भी तरह से यह संकट निपटे लेकिन यह बढता ही जा रहा है. इसी कड़ी में सोमवार को एक बार फिर राज्यपाल ने विधानसभा सत्र बुलाने के लिए भेजे गए कैबिनेट नोट को कुछ संशोधनों के लिहाज से लौटा दिया. राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि विधानसभा सत्र संवैधानिक प्रावधानों के अनुकूल आहूत होना आवश्यक है. राजभवन से जारी सूचना के मुताबिक राजस्थान विधानसभा का पंचम सत्र आहूत करने हेतु राज्य सरकार ने राज्यपाल से मिले परामर्श के अनुरूप प्रक्रियागत सुधार के साथ पुनः 25 जुलाई की रात प्रस्ताव राजभवन को भेजा था. राज्य सरकार द्वारा 31 जुलाई से सत्राहूत करने का ...

राजस्थान में BSP ने 6 विधायकों को जारी किया व्हिप, कहा- विधानसभा की किसी भी कार्यवाही में कांग्रेस के खिलाफ वोट करें

जयपुर. राजस्थान के सियासी संग्राम में एक नए घटनाक्रम ने अशोक गहलोत सरकार की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. अब BSP के 6 विधायकों को BSP महासचिव सतीश मिश्रा ने जारी किया व्हिप. सभी को विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस के खिलाफ वोट देने के निर्देश. हालांकि ये विधायक हो चुके हैं कांग्रेस में शामिल. लेकिन व्हिप उल्लंघन पर दलबदल कानून के तहत अब विधायकों की सदस्यता रद्द करने का है प्लान. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को भी भेजा गया पत्र. इसके साथ ही मौके का फायदा उठाने के लिए राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) कांग्रेस के विरोध में मजबूती से आ गई है. बीएसपी ने अपने विधायकों को व्हिप जारी करते हुए निर्देश दिया है कि विधानसभा में किसी भी तरह के ‘अविश्वास प्रस्ताव’ या किसी भी तरह की कार्यवाही में कांग्रेस के खिलाफ वोट करें. पार्टी ने ये व्हिप अपने छह विधायको...

संवैधानिक मर्यादा से ऊपर कोई नहीं, CM बताएं राज्यपाल की सुरक्षा के लिए किस एजेंसी से संपर्क करें: कलराज मिश्र

जयपुर. राजस्थान की सियासत में राज भवन और मुख्यमंत्री में टकराव होता दिख रहा है. एक ओर जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा सत्र नहीं बुलाए जाने से खफा होकर शुक्रवार सुबह कहा था कि 'यह सारा सियासी घटनाक्रम बीजेपी के नेताओं की साजिश है. ऐसा नंगा नाच देश में कभी नहीं देखा और यदि इस दौरान जनता ने राजभवन घेरा तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी.' राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस बयान के बाद में जहां ना केवल बीजेपी ने अशोक गहलोत को जमकर घेरा और बीजेपी ने तुरंत राजभवन की सुरक्षा सीआरपीएफ के हवाले करने की मांग की, वहीं इसे मुख्यमंत्री द्वारा राज्यपाल को दी गई धमकी भी बताया गया. अब इस पूरे घटनाक्रम के बाद सियासत में एक नया मोड़ आया है. राजभवन में धरने पर बैठे अशोक गहलोत के विधायकों द्वारा की गई नारेबाजी और मुख्यमंत्री की बयानबाजी से राज्यपाल कलराज मिश्र खफा हो गए हैं. सूत्रों से मिल...

सियासत हुई SOG, ATS, ACB V/S CBI, ED, IT... CM के बेटे वैभव गहलोत, भाई पर कसा शिकंजा

जयपुर. राजस्थान की सियासत में चल रही उठापटक और सियासी जंग व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप पर पहुंच चुकी है. आलम यह कि एक ओर जहां राजस्थान सरकार ने एसीबी एटीएस और एसओजी के मार्फत कांग्रेस के बागी विधायकों, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह के साथ अन्य लोगों पर शिकंजा कसने की शुरुआत की तो भाजपा की केंद्र सरकार ने भी अशोक गहलोत के करीबियों पर सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स का शिकंजा कस डाला. अब यह शिकंजा अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत और बेटे वैभव गहलोत तक भी पहुंच गया है. और बुधवार को ईडी ने CM गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत के जोधपुर स्थित ठिकानों पर छापेमारी की. छापेमारी 2007 से 2009 के बीच हुए फर्टिलाइजर घोटाले में अग्रसेन गहलोत का नाम आने के चलते की गई. प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच सीबीआई और ईडी की छापेमारी पहले से ही जगह-जगह चल रही है. एक तरफ खुफिया एंजेसियां विधायकों की खरीद फरोख्त...

विधायकों को अयोग्य ठहराने का पूरा अधिकार, कोर्ट हस्तक्षेप नहीं कर सकता, सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करेंगे SLP: सीपी जोशी, विधानसभा अध्यक्ष

राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष की विधायकों के नोटिस पर प्रेसवार्ता - कहा, विधायकों को सिर्फ नोटिस भेजा, फैसला नहीं सुनाया. - संसदीय कार्यप्रणाली में सबका कार्य परिभाषित है. - हाईकोर्ट के फैसले में 'डायरेक्शन' शब्द पर आपत्ति जताई. - स्पीकर के फैसले पर कोर्ट हस्तक्षेप नहीं कर सकता. - इस स्टेज पर हस्तक्षेप करना संसदीय लोकतंत्र के लिए खतरा - हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ जाएंगे सुप्रीम कोर्ट   जयपुर. राजस्थान में सत्ता के संग्राम के बीच रोज नए सियासी रंग देखने को मिल रहे हैं. पहले पायलट वर्सेज गहलोत का संघर्ष था तो फिर बीजेपी और हाईकोर्ट इस पिक्चर में आ गए. वहीं अब मामला विधायिका वर्सेज न्यायपालिका होता नजर आ रहा है. राजस्थान की सियासी जंग सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे पर पहुंच गई है. बुधवार सुबह राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सीपी जोशी ने सचिन पायलट और अन्य 18 क...