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किसान आंदोलन की आवाज़ को बुलंद करने के लिए राजस्थान कांग्रेस 28 से 30 दिसंबर तक करेगी 'किसान संवाद कार्यक्रम' आयोजित

जयपुर. देशभर में चल रहे किसान आंदोलन की आवाज को बुलंद करने में राजस्थान सरकार और मुस्तैदी से जुट गई है. इसी दिशा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसानों की आवाज़ को और अधिक बुलंद करने के उद्देश्य से राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रत्येक जिले में दिनांक 28 दिसंबर से 30 दिसंबर तक विधानसभावार किसान संवाद कार्यक्रम "जय जवान जय किसान" नारे के साथ आयोजित करेगी. इस अभियान में राज्य सरकार के मंत्रीगण एवं किसान हस्ताक्षर अभियान से जुड़े प्रभारीगण किसानों से संवाद स्थापित करेंगे. साथ ही राज्य सरकार की उपलब्धियों, काले कृषि कानूनों के प्रति जागरूकता हेतु ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं की बैठक, प्रेस वार्ता तथा जन जागरण अभियान चलाकर किसानों को काले कानूनों की वास्तविकता से अवगत करवाएंगे. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस इस आयोजन को सफल बनाने में जुट गई ह...

राहुल गांधी के नेतृत्व पर उठे सवाल तो बचाव में फ्रंट फुट पर आए अशोक गहलोत

जयपुर. राहुल गांधी की लीडरशिप पर उठाए जा रहे सवालों के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनके बचाव में फ्रंट फुट पर आए हैं. और राहुल के नेतृत्व पर सवाल उठाने वालों को दो टूक जवाब भी दिया है. अशोक गहलोत ने कहा कि'राहुल गांधी की ताकत का एहसास इसी बात से किया जा सकता है कि राहुल जी कोई भी मुद्दा उठाते हैं तो मोदी सरकार के सभी मंत्री अपना सारा काम छोड़कर राहुल गांधी को घेरने लगते हैं.' गौरतलब है कि कांग्रेस के सहयोग से महाराष्ट्र में सत्ता पर काबिज शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर सवाल खड़े किए थे वहीं, यूपीए काेेे NGO करार देते हुए शिवसेना ने इसका नेतृत्व NCP के मुखिया शरद पवार को सौंपने की वकालत की. सामना में लिखा गया कि यूपीए की हालत एनजीओ जैसी हो गई है. संपादकीय में शिवसेना ने कहा कि किसान आंदोल...

ये क्या हो रहा है? शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में राहुल के नेतृत्व पर सवाल, UPA को बताया NGO

मुम्बई. क्या शिवसेना और कांग्रेस का महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए जो गठबंधन हुआ था इस गठबंधन के बीच राजनीतिक तलाक होने वाला है? यह सवाल इस वक्त राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. क्योंकि पिछले कुछ समय से ऐसा देखने में आ रहा है कि शिवसेना लगातार कांग्रेस के नेतृत्व के खिलाफ मुखर सी होती जा रही है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर सवाल खड़े किए हैं वहीं, यूपीए काेेे NGO करार देते हुए शिवसेना ने इसका नेतृत्व NCP के मुखिया शरद पवार को सौंपने की वकालत की है. हालांकि राहुल पर सवाल उठाने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि शिवसेना के इस कदम का प्रभाव महाराष्ट्र की महाविकास अघाडी सरकार पर पड़ता है या नहीं. बता दें, महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने मिलकर सरकार का गठन किया है. सामना में लिखा गया है कि ...

NDA और RLP में हुआ तलाक, हनुमान बेनीवाल ने की NDA से अलग होने की घोषणा

जयपुर/नई दिल्ली. किसानों के मुद्दों को लेकर लगातार एनडीए से नाराज चल रहे आरएलपी के हनुमान बेनीवाल ने आखिरकार अपना गठबंधन तोड़ लिया है. हनुमान बेनीवाल ने एनडीए से अलग होने की घोषणा कर दी है. कहा- लोगों को तकलीफ है कि मैं एनडीए में हूँ. ऐसे में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी आज एनडीए गठबंधन से अलग हुई. राष्ट्रीय संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने इसकी घोषणा की. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार किसानों के साथ बेनीवाल ने आज दिल्ली कूच किया था. शाहजहांपुर बॉर्डर पर धरने पर हनुमान बेनीवाल अपने समर्थकों के साथ बैठे और किसानों को लेकर अपने मन की पीड़ा भी साझा की. इससे पहले संसद की तीन कार्यसमितियों से बेनीवाल इस्तीफा दे चुके हैं....

बगावतियों पर बोले गहलोत- 'भूलो और माफ करो', अब जो ना समझे वो अनाड़ी है

जयपुर. ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनकी सरकार को गिराने की साजिश करने वालों को आसानी से माफ करने वाले नहीं हैं. चाहे आलाकमान के निर्देश पर कितने भी प्रयास कर लिए जाएं लेकिन सचिन पायलट और अशोक गहलोत खेमे में बढ़ी दूरियां कम होने वाली नहीं हैं और CM अशोक गहलोत पायलट खेमे को इतनी आसानी से स्वीकार नहीं करने वाले. मौका था सरकार की दो साल की उपलब्धियां गिनाने के लिए आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस का. जहां प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन सहित सरकार के मंत्रियों की मौजूदगी में गहलोत ने कहा कि दिल्ली की अफवाह के चक्कर में नहीं आना चाहिए. दिल्ली की अफवाह किसी को भी नेता बना देती है. वह व्यक्ति फिर नेता बने हुए फिरता रहता है. गहलोत ने भले ही नाम न लिया हो लेकिन इशारा साफ तौर पर सचिन पायलट की ओर था. इतना ही नहीं गहलोत ने यहां तक कहा कि जब हम जैसलमेर में होटल से निकले थे, तब दिल्ली से मैस...

राजनीतिक मैदान में जिंदा रहने के लिए किसान आंदोलन में जड़ी बूटी खोज रहे हैं नेता: PM, कही यह 10 बड़ी बातें

नई दिल्ली. देशभर में चल रहे किसान आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमकर किसान आंदोलन को बढ़ावा देने वाले नेताओं पर और राज्य सरकारों पर बरसे. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक तरह से साफ मैसेज भी दिया कि सरकार इस मामले में कहीं बैकफुट पर आने वाली नहीं है, हां किसानों के हित में सरकार को जो भी कदम उठाना होगा उसके लिए मोदी ने सहमति जताई.  गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत वित्तीय लाभ की किश्त जारी की. प्रधानमंत्री ने 9 करोड़ 4 लाख से अधिक लाभार्थी किसान परिवारों को लगभग 18,000 करोड़ की राशि हस्तांतरित की. पीएम मोदी ने इस आयोजन के दौरान 6 राज्यों के किसानों के साथ बातचीत भी की. किसानों के कल्याण के लिए सरकार ने जो कदम उठाएं हैं, उनसे कैसे लाभ मिला, इसके अनुभव साझा किए. इस दौरान केंद्र...

प्रियंका गांधी समेत अन्य कांग्रेस नेता हिरासत में लिए गए

नई दिल्ली.राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेता कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति को 2 करोड़ हस्ताक्षर का ज्ञापन सौंप दिया है. इस दौरान दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत अन्य कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया. राहुल गांधी और सिर्फ दो नेताओं को राष्ट्रपति भवन जाने की अनुमति मिली थी. मार्च की इजाजत ना मिलने के कारण 10 जनपथ के बाहर कई कांग्रेसी नेता धरने पर बैठ गए. कांग्रेस दफ्तर के आसपास दिल्ली पुलिस ने धारा 144 लगा दी....

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का निधन

नई दिल्ली. पिछले लंबे समय से बीमार चल रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का निधन हो गया है . उनके निधन पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने शोक जताया है. मोतीलाल वोरा ने करीब दो दशक तक बतौर कोषाध्यक्ष राष्ट्रीय कांग्रेस में जिम्मेदारी को संभाला था. वे 92 साल के थे. दिल्ली के फोर्टिंस अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. वे 2 बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे. वोरा ने कल (20 दिसंबर) ही अपना 93वां जन्मदिन भी मनाया था....

50 में से 36 निकायों में कांग्रेस पार्टी एवं दो में निर्दलीय का बोर्ड बनना बेहद सुखद: अशोक गहलोत

जयपुर. राजस्थान के निकाय चुनाव में कांग्रेस को मिली बड़ी जीत ने पूरी कांग्रेस में उत्साह का संचार कर दिया है. बड़ी बात यह है कि कांग्रेस ने एक तरह से एकतरफा जीत हासिल की है. इस जीत के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपना वक्तव्य जारी किया और कहा कि '50 में से 36 निकायों में कांग्रेस पार्टी एवं दो में निर्दलीय का बोर्ड बनना बेहद सुखद है. इन निकायों में अध्यक्ष पद पर चुने गए सभी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं.' साथ ही गहलोत ने कहा कि 'सभी के सहयोग से हम प्रदेश में सुशासन व विकास को गति प्रदान करते रहेंगे. सभी कार्यकर्ताओं, नेताओं को भी बहुत-बहुत बधाई एवं धन्यवाद देता हूं. मतदाताओं का भी आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने कांग्रेस पार्टी की नीतियों और जनकल्याण के कार्यक्रमों में अपना विश्वास व्यक्त किया है. इन चुनावों में बीजेपी 50 में से 12 बोर्डों तक ही सि...

कमल पर भारी 'हाथ' पड़ा! राजस्थान के निकाय चुनावों में कांग्रेस की बल्ले-बल्ले

जयपुर. राजस्थान के 12 जिलों के 50 निकायों में हुए चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस की बल्ले-बल्ले हुई है. कांग्रेस ने इन निकाय चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 36 अपना चेयरमैन बनाने में कामयाब रही. जबकि महज 12 पर भाजपा और 2 पर निर्दलीय जीते. रविवार को आए परिणामों को देखें तो 12 जिलों में से 6 में कांग्रेस पूरी तरह अपना परचम लहराने में कामयाब रही. सिर्फ दो जगह निर्दलीयों को 1-1 सीट हासिल हुई. अलवर के 6 अध्यक्षों में भाजपा के 4 और कांग्रेस के 2 जीते. उधर श्रीगंगानगर में भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही 4-4 अध्यक्ष चुने गए, तो जोधपुर, कोटा और सवाई माधोपुर में कांग्रेस और भाजपा 1-1 अध्यक्ष बनाने में कामयाब रहे. भरतपुर के नदबई में 20 साल बाद कांग्रेस का बोर्ड बना. यहां कांग्रेस की हरवती देवी ने जीत हासिल की. इस जीत के बाद कांग्रेस में एक बार फिर से नए उत्साह का संचार हुआ है. राजस्थान के मुख...