सरकार गिराने के लिए विधायकों को 10 करोड़ एडवांस, 15 करोड़ सरकार गिरने के बाद के दिए जा रहे ऑफर : अशोक गहलोत


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जयपुर. सियासत में चल रही उठापटक के बीच राजस्थान की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिशों के आरोप के बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर खुलकर निशाना साधा और साफ किया कि पूरे पांच साल कांग्रेस की सरकार चलेगी और अगला चुनाव भी कांग्रेस ही जीतेगी जिसकी तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं.

बता दें राज्य विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक और भाजपा के पास 72 विधायक हैं. राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है. बावजूद इसके प्रदेश में सरकार को अस्थित करने की साजिशों का खुलासा हो रहा है. इस मामले में जहां एसओजी ने भाजपा से जुड़े दो लोगों का गिरफ्तार कर लिया है वहीं एसीबी ने भी तीन निर्दलीय विधायकों के खिलाफ इस मामले में जांच शुरू कर दी है.

 

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इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को एक प्रेसवार्ता की और इस मसले पर खुलकर अपनी बात रखी.

 

गहलोत की 10 बड़ी बातें.


1- बीजेपी ने मानवता और इंसानीयत की सारी हदें पार कर दी है. एक तरफ हम कोरोना से जीवन बचाने में लगे हैं दूसरी तरफ यह सरकार गिराने में लगे हैं. हमारा ध्यान पूरी तरह कोरोना की जंग पर होना चाहिए लेकिन यह लोग सरकार कैसे गिरे, कैसे तोडफोड करें, खरीद-फराख्त करें इन तमाम काम में लगे हुए है.


2- मैंने देखा बीजेपी के नेताओं को 14 के बाद अहकार देख रहा हूं, , महाराष्ट्र में तो कमाल ही गया मैजोरिटी नहीं थी फिर भी सुबह सुबह शपथ दिला दी.


3- इन्होंने पिछले महीने राज्यसभा चुनाव में जीतने के लिए गुजरात में सात विधायकों को खरीदा. राजस्थान में भी ऐसा ही करने की कोशिश की गई लेकिन हमने उन्हें रोक दिया और ऐसा सबक सीखाया कि वो लंबे समय तक याद रखेंगे.


4- यह लोग लोकतंत्र की हत्या में लगे हैं. फासिस्ट इनकी सोच है. जब जब मौका लगा यह खरीद फरोख्त और सरकारें गिराने में लग गए. बीजेपी का असली चेहरा साल 2014 की जीत के बाद ही सामने आ गया था. पहले वो जो काम छुप कर कर रही थे अब वो खुलकर कर रहे हैं. आपने गोवा, मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों में यह देखा. विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों के बीच कर्नाटक में पिछले साल और मध्य प्रदेश में जून में बीजेपी सत्तासीन हुई थी. मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी जबकि कर्नाटक में कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार थी.


5- राजस्थान में 5 साल सरकार चलेगी और अगला चुनाव जीतने में हम लग गए हैं. उसी के अनुसार बजट आवंटित किया गया है.


6- गुलाब चंद कटारिया, राजेन्द्र राठौड़, सतीश पूनिया पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश के बीजेपी के नेताओं के आका दिल्ली में बैठे हुए हैं और अब उनके दिए टारगेट पूरा करने के लिए इन तीन नेताओं में होड़ मची हुई है. उनके सामने नम्बर बढाने की इनमें होड मची हुई है.


7- बीजेपी उनकी सरकार गिराने की साजिश रच रही है. सीएम गहलोत ने सीधा आरोप लगाय कि विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये का ऑफर दिया जा रहा है. कहा, 'चाहे सतीश पूनिया हों या राजेंद्र राठौर, वे केंद्रीय नेतृत्व के इशारों पर हमारी सरकार गिराने के लिए गेम कर रहे हैं'


8- मुख्यमंत्री ने दावा किया कि विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये एडवांस देने और सरकार गिरने के बाद 15-15 करोड़ रुपये देने का लालच दिया जा रहा है.


9- पायलट को सीएम बनाने की साजिश और कांग्रेस में गुटबाजी की पूछे गए एक सवाल के जवाब में गहलोत ने चुटकी लेते हुए कहा कि 'कौन नहीं चाहता मुख्यमंत्री बनना? हमारी तरफ से 5-7 कैंडिडेट मुख्यमंत्री बनने के लायक होंगे. लेकिन सिर्फ एक ही सीएम बन सकता है. जब कोई सीएम बन जाता है तो बाकी दूसरे अपने आप शांत हो जाते हैं.' हालांकि, बाद में उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस में ऐसा बिल्कुल नहीं है.


10- राजस्थान में राजनीति की अच्छी परम्परा रही है लेकिन अब बकरा मंडी की तरह विधायक खरीदना चाहते हैं, यह बेशर्म और तिकडमबाज लोग हैं.


 

बीजेपी ने किया पलटवार :

कांग्रेस विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर षड़यंत्र का आरोप लगाने के बाद भाजपा ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर प्रेसवार्ता कर पलटवार किया. पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि कोरोना के प्रबंधन में राज्य सरकार पूरी तरह से विफल रही. अब इन विफलता की बातों से ध्यान डायवर्ट करने के लिए राजस्थान सरकार ने ये पैंतरा अपनाया है. एसओजी और एटीएस को इतना अरसा हो गया, वे जांच में कुछ कर नहीं पाए तो कहीं से नंबर ढूंढें. उसमें कहीं ना कहीं बीजेपी को लांछित करने का प्रयास किया है. एसओजी एक तरफ नाम उजागर करती है तो दूसरी तरफ वही विधायक खंडन भी करती है. मुझे लगता है कि यह सरकार खुद अंतर्कलह और गुटबाजी का शिकार है. बेवजह भाजपा पर आरोप लगा रही है. पूनियां ने कहा कि कांग्रेस सरकार पहले अपना घर संभाल लें, बाद में हम पर तोहमत लगा ले.