घूसकांड में फंसे RSS के निम्बाराम को एसीबी तुरंत गिरफ्तार करे: कांग्रेस, हमारी सरकार बनी तो ऐसा करने वाले अफसरों के सामने आएंगी मुश्किलें: बीजेपी


जयपुर. ग्रेटर नगर निगम से जुड़ी सफाई कंपनी BVG के 276 करोड़ रूपए का अटका हुआ भुगतान कराने की एवज में 20 करोड़ की रिश्वत मांगने के मामले में वायलर वीडियो ने राजस्थान की सियासत में भूचाल ला दिया है. आरएसएस के खिलाफ अक्सर मुद्दा ढूंढने के लिए बेताब रहने वाली कांग्रेस को मानो आरएसएस के खिलाफ अलादीन का चिराग मिल गया हो. और अब कांग्रेस इस मौके को हाथ से यूं ही नहीं जाने देना चाहती है. 

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बीवीजी घूसकांड प्रकरण में नामजद आरोपी आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम की अविलम्ब गिरफ्तारी की मांग उठाई है, वहीं कहा है कि अपने आपको ईमानदार और अनुशासित कहे जाने वाले  आरएसएस व भाजपा दोनों का असली चेहरा सामने आ गया है. 

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डोटासरा ने अपनी ही सरकार के अण्डर में काम करने वाली एसीबी की कार्यशैली पर भी अप्रत्यक्ष रूप से सवाल उठाते हुए कहा कि जो वीडियो सामने आया है उसमें जिस व्यक्ति का चेहरा साफ दिखाई दे रहा है उसे आखिरकार गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा? जबकि एफएसएल और अन्य जांच एजेंसी इसकी तस्दीक भी कर चुकी है. ऐसे में चाहे वह कोई संघ का व्यक्ति हो या राजनेता उसे तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए.

उधर डोटासरा के इस बयान के ​बाद अब भाजपा खुली जंग का मानो ऐलान कर चुकी है. और निम्बाराम के बचाव में प्रत्यक्ष रूप से अफसरों की भूमिका पर चेतावनी भरे लफ्जों में कहा कि भाजपा की सरकार बनी तो ऐसे अफसरों के सामने मुश्किल आ सकती हैं.

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पत्रकारों से बातचीत भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने साफ कहा कि कांग्रेस सरकार ने लोक सेवकों का बेजा इस्तेमाल किया है, जो गलत है. ऐसे में अफसर कानून के दायरे में रहकर काम करें. अफसर ध्यान रखें समय का चक्र घूमेगा, कानून के दायरे से बाहर जाकर काम करेंगे तो परिणाम भुगतने होंगे.

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बीजेपी की और से एक और बयान में पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि सत्ताएं आती जाती रहती हैं. अफसर अपनी चाल बदलेंगे तो ऐसे अफसरों को भी जवाब देना होगा. अफसरों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए कानून के दायरे से बाहर जाकर काम नहीं करें. अगर अफसर आज अपने पॉलिटिकल बोसेज को खुश करने के लिए कानून के दायरे से बाहर जाकर काम करेंगे तो उन्हें जवाब देना पड़ेगा.