जयपुर. राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े तीन ऑडियो वायरल होने के बाद में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की टीम ने प्रदेश के वरिष्ठतम विधायकों में शुमार भंवर लाल शर्मा पर सीधा प्रहार किया. ऑडियो वायरल होने के बाद में अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की टीम ने आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री एवं विधायक भंवरलाल शर्मा ने 90 के दशक के अंदर भाजपा में और बाहर रहते हुए सरकार गिराने के कई प्रयास किये थे. ये सचिन पायलट के साथ मिलकर सरकार गिराने का उनका 5वां प्रयास है. पर ये कभी सफल नहीं हुए.
उस वक्त आशोक गहलोत ने केन्द्रीय मंत्री रहते हुए एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए हमेशा भाजपा की सरकार गिराने का कड़ा विरोध किया और कहा कि ये हॉर्स ट्रेडिंग एवं खरीद-फरोख्त के द्वारा सरकार गिराना हमारे राजस्थान में परम्परा नहीं है. भैरोसिंह शेखावत जब गंभीर स्थिति में हार्ट ऑपरेशन के लिए क्लीवलैण्ड (अमेरिका) गये थे तब भंवरलाल शर्मा गहलोत से मिले पर उन्होंने इन्हें समझाते हुए कहा था कि बीमार व्यक्ति के विदेश जाने पर पीछे से सरकार गिराने का षड़्यन्त्र भी नैतिकता के खिलाफ है.
एक मौका ऐसा भी आया जब अशोक गहलोत ने इसके लिए तत्कालीन राज्यपाल बलिराम भगत से तथा प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव से मिलकर कहा था कि हम इस प्रकार के षड़्यन्त्र में किसी भी कीमत पर भाग नहीं लेंगे. उस वक्त भी शर्मा द्वारा विधायकों को पैसे भी बांटे गये थे तथा एक विधायक ने तो मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत को बता भी दिया था कि उन्हें 5 लाख रुपये दिये गये थे. यह बात उस वक्त मीडिया में खूब प्रचारित हुई थी. वही भंवरलाल शर्मा फिर सचिन पायलट के षड़्यन्त्र में शामिल होकर पार्टी को तोड़कर भाजपा के सहयोग से सरकार बनाने के दिवास्वपन देखने लगे हैं.
यह भी सर्वविदित है कि जब शेखावत इलाज कराकर लौटे एवं राज्यपाल श्री भगत ने उन्हें गहलोत की भूमिका से अवगत कराया तो वो भावुक हो गये.
यह सभी जानते हैं कि उस समय एक बार तो शेखावत को चौखी ढ़ाणी में विधायकों की बाड़ाबांदी करने के बाद विधायकों को विधानसभा सत्र में ले जाया गया तथा विधानसभा में भी अतिरिक्त जाब्ता लगाकर अपना बहुमत साबित कर सरकार बचानी पड़ी थी.
उधर जब इस पूरे मसले पर विधायक भंवरलाल शर्मा से बात की गई तो उन्होंने ऑडियो में खुद की आवाज होने से इनकार कर दिया और मुख्यमंत्री के करीबी पर इस तरह के ऑडियो वायरल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह ऑडियो फर्जी है अब सच्चाई जो भी हो बहरहाल इस ऑडियो ने प्रदेश की सियासत में एक नई हलचल पैदा कर दी है देखना दिलचस्प होगा पर देश की राजनीति इस करवट जाकर बैठती है.