पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के खिलाफ सड़कों पर कांग्रेस, सोनिया-राहुल ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना


नई दिल्ली. पेट्रोल डीजल के दामों को लेकर सोमवार को देशभर में कांग्रेस सड़कों पर उतरी और केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. राहुल गांधी ने इस दौरान #SpeakUpAgainstFuelHike डि़जिटल कैंपेन लॉन्च किया. दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कमेटी के कुछ सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया. तो देश के कुछ इलाकों में प्रदर्शनकारियों और पुलिस में तकरात भी देखने को मिली.

 

कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने #SpeakUpAgainstFuelHike अभियान के तहत एक वीडियो मैसेज जारी कर कहा कि 'कोरोना महामारी के बीच पेट्रोल-डीजल में लगातार हो रही बढ़ोतरी ने देशवासियों का जीना बेहद मुश्किल कर दिया है. दिल्ली और अन्य बढ़े शहरों में पेट्रोल की कीमतें 80 रुपये प्रति लीटर के पार हो गई है. 25 मार्च को लॉकडाउन के बाद पिछले तीन महीने में मोदी सरकार ने 22 बार लगातार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाए. ये सब तब हो रहा है जब कच्चे तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगातार कम हो रही हैं. 2014 के बाद मोदी सरकार ने लोगों को कच्चे तेल की गिरती कीमतों का फायदा देने के बजाय 12 बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी, जिससे पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं.'

सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि 'मोदी सरकार ने तेल की कीमतें बढ़ाकर जनता से जबरन वसूले 18 लाख करोड़ रुपए वसूले. पेट्रोल के बढ़ते दामों ने मध्यमवर्ग को झकझोर कर रख दिया है. लगातार बढ़ रही कीमतें हर वर्ग को प्रभावित कर रही हैं.'

 

उधर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमत को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि 'सरकार पेट्रोल-डीज़ल से मुनाफाखोरी बंद करे. एक्साइज़ दर तुरंत घटाए और दाम कम करे. पेट्रोल और डीजल के दाम 3 महीने में 22 बार बढ़ाए हैं, जिसका सीधा असर गरीब और मध्यम वर्ग पर पड़ा है.'