फोर्टिस अस्पताल में औचक निरीक्षण करने पहुंचे राजस्थान के मंत्री. बोले 'पैसों के मोल भाव के आधार पर किसी मरीज ने दम तोड़ा तो खैर नहीं'


जयपुर। कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में लापरवाही और ज्यादा पैसा वसूलने की शिकायतें आने के बाद अब राजस्थान सरकार एक्शन में आ गई है। सरकार ने निजी अस्पतालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

इसी कड़ी में राजस्थान सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास फोर्टिस हॉस्पिटल के औचक निरीक्षण पर पहुंचे। यहां फोर्टिस अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिवारजनों से मुलाकात की और आवश्यक फीडबैक लिया। फोर्टिस अस्पताल का निरीक्षण किया और करोना इलाज में कितनी दरें वसूल की जा रही हैं इन सब की जानकारी प्राप्त करते हुए फोर्टिस अस्पताल के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि कोई भी मरीज इलाज के अभाव में वापस नहीं जाना चाहिए। पैसों के आधार पर किसी भी मरीज का इलाज नहीं रोका जाना चाहिए, यदि पैसों के मोल भाव के आधार पर किसी मरीज ने दम तोड़ा तो सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।

मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि फोर्टिस अस्पताल व अन्य प्राइवेट अस्पतालों को सरकार ने नाम मात्र की दर पर जमीन इसलिए दी थी कि प्राइवेट अस्पताल शर्तों के आधार पर 25% मरीजों का इलाज मुफ्त करेगा और पिछली बार कोरोना संकट के समय में बजट नोटिफिकेशन जारी भी कर दिया गया था। प्राइवेट अस्पतालों की दरें कोरोना मरीजों को लेकर निर्धारित कर दी गई थी ऐसे में यदि कोई भी निर्धारित दरों से ज्यादा कोरोना मरीजों के इलाज में वसूली करेगा तो वह पूरी तरह से गैरकानूनी है। ऐसे लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करना हमारी जिम्मेदारी है।

साथ ही बोले 'बड़े अस्पतालों की बड़ी जिम्मेदारी है अब तक तो बड़े अस्पतालों को और छोटे अस्पतालों को भी ऑक्सीजन प्लांट लगा लेनी चाहिए थे। यह वक्त है वार स्तर पर काम करने का इसलिए कोई भी अस्पताल इलाज के अभाव में मरीज को बाहर नहीं निकाले। यदि बेड फुल है उसको फर्स्ट एड देकर ऑक्सीजन उपलब्ध करवाकर दूसरे अस्पताल के लिए रेफर करें।'

प्रताप सिंह ने अस्पताल प्रबंधन को फटकारते हुए यह भी कहा कि अभी तक तो ऑक्सीजन प्लांट लग जाना चाहिए था, इतना माल कमा रहे हो, बावजूद इसके प्लांट लगाने में लापरवाही बरत रहे हो, यह सोचने वाली बात है।

उन्होंने साफ कहा कि राजस्थान में किसी भी मरीज को तड़पने के लिए सड़क पर छोड़ना मानवता के हिसाब से ठीक नहीं है। इसलिए सबको जिम्मेदारी के साथ सेवा भावना के साथ मरीजों का इलाज करना होगा। प्राइवेट अस्पतालों को भी यह तय कर लेना चाहिए यह समय पैसा कमाने से ज्यादा सेवा करने का है और इस वक्त जो सेवा करेगा भगवान उसके आगे बढ़ने के रास्ते अपने अपने आप बढ़ाएगा।

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आरोप है कि फोर्टिस में हाल ही में एक महिला की मौत सिर्फ इसलिए हो गई थी कि अस्पताल में समय पर उसके इलाज में तत्परता नहीं दिखाई गई। जिसके चलते महिला ने दम तोड़ दिया और इसी मामले की शिकायत के बाद में प्रताप सिंह खाचरियावास ने तुरंत अस्पताल पहुंचकर अस्पताल प्रबंधन को दो टूक मैसेज दिया कि इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। और यह लापरवाही जारी रही तो फिर सरकार सख्त एक्शन लेगी।