मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता के निर्देशन में चुनाव आचार संहिता को लेकर जबरदस्त सख्ती, अब तक 500 करोड़ की अवैध नकदी और अवैध सामग्री जब्त


जयपुर। जयपुर। राजस्थान के विधानसभा चुनावों में मुख्य निर्वाचन अधिकारी सीनियर आईएएस प्रवीण गुप्ता के निर्देशन में एक के बाद एक सख्त एक्शन लिए जा रहे हैं। यही कारण है कि राजस्थान में आचार संहिता लगने के बाद अब तक करीब 500 करोड़ की अवैध नकदी और अवैध सामग्री जब्त की जा चुकी है। जो राजस्थान के चुनावी इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी सीजर की कार्रवाई है। आलम यह है कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता चाहते हैं कि निष्पक्ष, भयमुक्त और धनबल मुक्त वातावरण में चुनाव हों इस लिहाज से खुद दिन रात हर जिले में नजर रखे हुए है। बताया जा रहा है कि उनकी स्वयं के स्तर पर तैयार एक स्पेशल विंग भी खूफिया तंत्र की तरह लगातार गुप्त सूचनाएं उन्हें उपलब्ध करा रही हैं। सोर्स का इस्तेमाल कर विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई को अंजाम दे रहे हैं। लापरवाही बरतने पर अधिकारियों और कार्मिकों के खिलाफ भी तुरंत एक्शन लिया जा रहा है। 

विधानसभा आम चुनाव - 2023 के मद्देनजर निर्वाचन विभाग के निर्देश पर प्रदेश में विभिन्न एनफोर्समेंट एजेंसियों द्वारा 9 अक्टूबर को आदर्श आचार संहिता लागू होने से अब तक 500 करोड़ रुपए मूल्य की अवैध नकदी और अवैध सामग्री जब्त की गई है। प्रदेश में गत विधानसभा आम चुनाव में पूरी आचार संहिता के दौरान की गई जब्ती के मुकाबले अब तक 702% की बढोतरी हो चुकी है। 
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश के  23 जिलों में अलग-अलग एजेंसियों की ओर से अब तक 10 करोड़ रुपए से अधिक की जब्ती की गई है। जयपुर 83 करोड़ 34 लाख रूपए के सीजर के साथ प्रदेश में सबसे आगे है। दूसरे स्थान पर 30.52 करोड़ की जब्ती के साथ अलवर है। जोधपुर 20.96 करोड़ के साथ तीसरे, उदयपुर 20.38 करोड़ के साथ चौथे, नागौर 19 करोड़ 88 लाख रुपए के साथ पांचवे, बीकानेर 19.34 करोड़ के साथ 6वें, बूंदी  18.41 करोड़ के साथ 7वें,  चित्तौड़गढ़  17.84 करोड़ के साथ आठवें,  श्रीगंगानगर 17.79 करोड़ के साथ 9 वें और भीलवाड़ा 17.07  करोड़ के साथ 10 वें स्थान पर है। 
गुप्ता ने बताया कि प्रदेश भर में विभागों द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है और किसी भी संदेहास्पद मामले पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।