चीनी कोरोना ने दुनिया में तबाही मचाई, अब वही बेच रहा है बचने के उत्पाद


वुहान. कोरोना के महायुद्ध में हर ओर हाहाकार मचा है. पूरी दुनिया डरी हुई है. करोड़ों लोग लॉकडाउन के बीच घरों में दुबके हुए हैं. दुनिया के 90 फीसदी देशों में कारोबार ठप हो चुका है. लेकिन इस बीच एक देश दिन-रात उन्नति कर रहा है. करोड़ों का नहीं, अरबों का नहीं, खरबों का निर्यात कर रहा है. दुनिया के टॉप 100 अरबपतियों की सूची में उस देश के कई उद्योगपतियों का नाम आ गया है.

यह सब ऐसी चीज हैं जो सोचने को मजबूर करती है कि आखिर इस दुनिया में जब हर कोई रो रहा है तो चीन कैसे खुश है? चीन में लोग सड़कों पर घूमने लगे हैं. उत्पादन शुरू हो चुका है. होटल रेस्टोरेंट खुल गए हैं. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग दौरे करने लगे हैं. देश के कई इलाकों में घूम कर उत्पादकों का हौसला बढ़ा रहे हैं.

अमेरिका, स्पेन, इटली, ब्रिटेन, जापान, जर्मनी जैसे कई दिग्गज इस महामारी से मानो पस्त हो चुके हों. दवाइयां नहीं हैं. मास्क नहीं हैं. वेंटिलेटर नहीं हैं. इलाज करने वाले डॉक्टर खुद संक्रमित हो रहे हैं. लेकिन चीन इससे उलट दिन-रात उत्पादन कर अब दुनिया के इन्हीं सैकड़ों पीड़ित देशों को अपना उत्पादन बेच रहा है,जो चीन के वुहान से निकले वायरस के आतंक से त्राहिमाम कर रहे हैं.

ताजा आंकड़ों पर नजर डाले तो चीन के निर्यात विभाग के मुताबिक 50 से भी ज़्यादा देशों में चीन ने 3.86 बिलियन (3.60 अरब) मास्क भेजे हैं. 3.7 बिलियन (3.7 अरब) प्रोटेक्टिव क्लोथिंग पीस चीन ने पूरी दुनिया में पहुंचा दिए हैं. 16000 वेंटिलेटर और 2.84 मिलियन (20.84 लाख) कोरोना टेस्ट किट चीन दुनिया को बेच चुका है. ताज्जुब की बात यह है कि दुनिया में ये सारा निर्यात चीन ने 1 मार्च से लेकर 1 अप्रैल के बीच यानी सिर्फ एक माह में किया. सोचने वाली बात यह है कि इस महामारी के दौर में तबाही हर कहीं आफत बनी हुई है. कोरोना से बचने के हर संभव प्रयास विफल हो रहे हैं, और इस बीच चीनी दुनिया को इस संक्रमण से बचने के लिए उपकरण, दवाएं और आवश्यक चीजें बेच रहा है. सैंकड़ों देशों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है लेकिन चीन की अर्थव्यवस्था चमक रही है. आखिर यह सब कैसे हो रहा है?

क्या वाकई लोगों का शक सही है जो चीन को लेकर अब तक वहां से निकले इस वायरस को लेकर किए जा रहे थे कि यह चीन की सोची समझी चाल है.