दिल्ली-एनसीआर में इस साल भी दीपावली के दौरान पटाखों पर प्रतिबंध जारी है। वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या को देखते हुए दिल्ली सरकार और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इस पर कड़ा रुख अपनाया है। बाजार में पटाखों की बिक्री को प्रतिबंधित करने के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। इसके बावजूद, कुछ दुकानदार छोटे पटाखे चोरी-छिपे बेचते हुए देखे गए हैं, जो प्रदूषण के खिलाफ सरकार की कोशिशों को कमजोर कर सकते हैं।
दिल्ली-एनसीआर हर साल दीपावली के बाद वायु प्रदूषण के उच्च स्तर का सामना करता है। स्मॉग और प्रदूषक कणों की अधिकता के कारण स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के रोगियों पर। इन सबको ध्यान में रखते हुए, अधिकारियों ने इस साल भी पटाखों की बिक्री और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। पर्यावरण विशेषज्ञों और सरकार का मानना है कि यह कदम वायु की गुणवत्ता में सुधार के लिए आवश्यक है और लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाने में सहायक होगा।
सदर बाजार में एक मुआयना के दौरान, देखा गया कि कई दुकानदार छोटे पटाखे और फुलझड़ियां बेच रहे थे। दुकानदारों का कहना था कि ये पटाखे छोटे बच्चों के लिए हैं और इन्हें दीपावली की खुशी मनाने के लिए बेचा जा रहा है। कुछ दुकानदार कैमरा देखते ही पटाखों को छुपाने की कोशिश करते नजर आए, जो स्पष्ट रूप से दिखाता है कि बाजार में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध होने के बावजूद, कुछ लोग नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।
बाजार के एक दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बड़े पटाखे जैसे अनार, रॉकेट, और धमाके वाले पारंपरिक पटाखे इस साल बाजार में नहीं बिक रहे हैं। लेकिन छोटे पटाखे और फुलझड़ियों की बिक्री अभी भी चोरी-छिपे चल रही है। उन्होंने कहा कि यह पटाखे बच्चों के मनोरंजन के लिए हैं और इन्हें कम मात्रा में बेचा जा रहा है, ताकि कोई समस्या न हो।
दिल्ली-एनसीआर के बाजारों में प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है और किसी भी तरह की अवैध पटाखा बिक्री पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी नियमित रूप से बाजारों का निरीक्षण कर रहे हैं। जिन दुकानदारों पर पटाखे बेचने का शक होता है, उनकी दुकानों की तलाशी ली जा रही है। इसके बावजूद, बाजार में फुलझड़ियों और छोटे पटाखों की चोरी-छिपे बिक्री चल रही है, जिससे प्रतिबंध को पूरी तरह से लागू करने में कठिनाई हो रही है।
सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे प्रदूषण मुक्त और हरित दीपावली मनाने के लिए जागरूकता फैलाएं और पटाखे न जलाएं। सरकार और पर्यावरण संगठनों ने कई जागरूकता अभियानों की शुरुआत की है, जिनमें बताया जा रहा है कि कैसे पटाखे जलाने से वायु प्रदूषण और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ती हैं। इसके अलावा, नागरिकों को पटाखे की अवैध बिक्री की सूचना देने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
दिल्ली-एनसीआर में इस दीपावली पर पटाखों पर प्रतिबंध को लागू करने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। हालांकि, छोटे दुकानदार चोरी-छिपे छोटे पटाखे और फुलझड़ियां बेच रहे हैं, जो प्रदूषण को नियंत्रित करने की कोशिशों में बाधा डाल सकते हैं। सरकार और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें और एक स्वच्छ और हरित दीपावली मनाएं।