राजस्थान विधानसभा अध्‍यक्ष और उत्‍तर प्रदेश विधानसभा अध्‍यक्ष ने की मुलाक़ात, जानें क्या था इसका मकसद


जयपुर। राजस्‍थान विधानसभा अध्‍यक्ष डा. सी.पी. जोशी से जयपुर विधानसभा में उत्‍तरप्रदेश विधानसभा अध्‍यक्ष सतीश महाना ने मुलाक़ात की। दोनों अध्‍यक्षों में संयुक्‍त राष्‍ट्रसंघ के जोन को रिस्‍ट्रक्‍चर करने के बारे में विस्‍तार से विचार विमर्श हुआ। उल्‍लेखनीय है कि सी.पी.ए. के जोन को रिस्‍ट्रक्‍चर किये जाने वाली समिति के दोनो अध्‍यक्ष सदस्‍य है।

राजस्‍थान विधानसभा अध्‍यक्ष डा. सी.पी. जोशी ने बताया की अभी सीपीए के देश में 4 जोन कार्यरत है। सीपीए को अधिक प्रभावी बनाये जाने के लिए दोनों अध्‍यक्षों के मध्‍य जोन बढाए जाने पर चर्चा हुई। उन्‍होने बताया कि सात से नौं जोन किये जाने पर दोनो अध्‍यक्षों की चर्चा हुई। इस संबंध में देश के सभी राज्‍य की विधानसभाओ के अध्‍यक्षों से इस पर सुझाव मांगे गये है।

राजस्‍थान विधानसभा अध्‍यक्ष डा. जोशी ने महाना को स्‍मृति चिन्‍ह एवं राजस्‍थान विधानसभा की डायरी भेंट की । इस अवसर पर राजस्‍थान विधान सभा सचिव श्री महावीर प्रसाद शर्मा और उत्‍तर प्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव श्री प्रदीप दुबे भी मौजूद रहे। राजस्‍थान विधान सभा अध्‍यक्ष डॉ. जोशी ने उत्‍तर प्रदेश विधान सभा अध्‍यक्ष श्री महाना को राजस्‍थान विधान सभा के सदन और विभिन्‍न गैलरियों का अवलोकन करवाया।

डॉ. जोशी ने महाना को राजस्‍थान विधान सभा भवन में बन रहे म्‍यूजियम का भ्रमण करवाया और उसकी रूपरेखा बतायी। महाना ने बनने वाले म्‍यूजियम पर प्रसन्‍नता जाहिर करते हुए कहा कि यह ऐतिहासिक कार्य होगा। विधान सभा अध्‍यक्ष को वास्‍तु सार संग्रह भेंट- राजस्‍थान विधान सभा अध्‍यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी को ज्‍योतिष डॉ. योगेश व्‍यास ने अपनी नई कृति वास्‍तु सार संग्रह भेंट की । डॉ. व्‍यास ने डॉ. जोशी को बताया कि वास्‍तुशास्‍त्र भारत का प्राचीन विज्ञान है। वास्‍तु का प्रभाव चिरस्‍थायी होता है और इसके नियम शाश्‍वत होते है। डॉ. जोशी ने डॉ. व्‍यास को नवीन कृति के लिए बधाई एवं शुभकामनांए दी।