बिहार चुनाव के तीसरे चरण में बीजेपी, कांग्रेस और RJD के करीब हर दूसरे उम्मीदवार का आपराधिक रिकॉर्ड, तो BJP के 90% प्रत्याशी करोड़पति


पटना (आलोक शर्मा). राजनीति में बाहुबल और धनबल का कितना बोलबाला है. इसका अंदाजा बिहार में तीसरे चरण के चुनाव को लेकर सहज ही लगाया जा सकता है. जहां तीसरे चरण में चुनाव लड़ रहे करीब आधे प्रत्याशी गंभीर आपराधिक रिकॉर्ड वाले हैं, तो कई प्रत्याशी ऐसे हैं जो अकूत धन संपत्ति के मालिक हैं.

ये बातें हम नहीं कह रहे बल्कि चुनावों पर नज़र रखने वाली बिहार इलेक्शन वॉच (BEW) टीम और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) के एक अध्ययन में सामने आई हैं. ये आंकड़े उम्मीदवारों के उन चुनावी हलफनामों से लिए गए हैं, जिनमें उम्मीदवारों ने खुद उनके खिलाफ आपराधिक मामलों का ब्योरा दिया है.

बता दें कि बिहार में 7 नवंबर को तीसरे और अंतिम चरण की वोटिंग होगी और 10 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे. इस बीच यह आंकड़े स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि राजनीतिक दलों को चुनाव प्रणाली में सुधार करने में कोई दिलचस्पी नहीं है और हमारा लोकतंत्र इसकी कीमत कानून तोड़ने वालों को ही कानून बनाने की जिम्मेदारी सौंपकर चुका रहा है.


बड़ी बातें:


अंतिम चरण का चुनाव लड़ने वाले करीब एक तिहाई उम्मीदवारों पर रेप, हत्या और फिरौती वसूलने जैसे गंभीर अपराध के आरोप हैं.


तीसरे चरण में सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवार दो राष्ट्रीय पार्टियों- बीजेपी और कांग्रेस जिनकी संख्या करीब 76 फीसदी हैं. इसके बाद आरजेडी का नंबर है जिसके 73 फीसदी उम्मीदवार दागी हैं. जेडीयू के 57 फीसदी और एलजेपी के 43 फीसदी उम्मीदवार दागी हैं.


अधिकांश बड़े दलों ने 50 फीसदी से ज्यादा टिकट गंभीर आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे उम्मीदवारों को दिए हैं.


इस चरण के लिए बीजेपी ने कुल 34, जेडीयू ने 37, आरजेडी ने 44, कांग्रेस ने 25 और एलजेपी ने 42 उम्मीदवार उतारे हैं. जिनके दस्तावेजों के अध्ययन के बाद यह रिपोर्ट तैयार की गई है.


मुख्यधारा की पार्टियों (बीजेपी, कांग्रेस और आरजेडी) के करीब हर दूसरे उम्मीदवार का आपराधिक रिकॉर्ड है. बड़े राजनीतिक दलों के हर पांच उम्मीदवारों में से औसतन दो ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.


बीजेपी के दो-तिहाई उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. इसके बाद कांग्रेस के 56 फीसदी और आरजेडी के आधे उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर अपराध के केस हैं. जेडीयू ने 30 फीसदी और एलजेपी के 26 फीसदी उम्मीदवार दागी छवि के हैं.


तीसरे चरण में चुनाव लड़ने वाले बीजेपी के 90 फीसदी से ज्यादा उम्मीदवार करोड़पति हैं. इसके बाद जेडीयू के 81 फीसदी, आरजेडी के 80 फीसदी, एलजेपी के 74 फीसदी और कांग्रेस के 68 फीसदी करोड़पतियों को मैदान में उतारा गया है.