सचिन पायलट का गहलोत गुट पर निशाना, बोले- नए कांग्रेस अध्यक्ष राजस्थान के बागी विधायकों को दें सजा


जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर से हलचल तेज हो गई है। अशोक गहलोत गुट की ओर से हाईकमान के आदेश पर बुलाई गई विधायकों की मीटिंग से दूरी बनाने और फिर गहलोत के सीएम की कुर्सी पर बने रहने के बाद अब वे सचिन पायलट के निशाने पर हैं। पायलट ने हाईकमान से मांग की है कि राजस्थान कांग्रेस के उन बागी विधायकों के खिलाफ ऐक्शन लिया जाए, जिन्होंने मीटिंग का बहिष्कार किया था।

पायलट ने बुधवार को कहा कि राजस्थान में अब अनिर्णय का माहौल खत्म हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं नए अध्यक्ष से अपील करूंगा कि वे अनुशासनहीनता करने वालों के खिलाफ ऐक्शन लें। पायलट ने कहा कि कांग्रेस एक पुरानी पार्टी है। मैं नए अध्यक्ष से अपील करूंगा कि वे अनुशासनहीनता करने वाले लोगों के खिलाफ ऐक्शन लें।

उन्होंने कहा कि राज्य में अब अनिश्चितता का माहौल खत्म होना चाहिए। पायलट ने कहा कि जिन विधायकों को नोटिस दिया गया है, उन्हें अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा जाना चाहिए। यह उल्लेख करते हुए कि राज्य में 13 महीने में मतदान होने हैं, उन्होंने कहा कि पार्टी पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि राजस्थान की स्थिति पर भी जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि गहलोत के वफादार नेताओं को 25 सितंबर को जयपुर में मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर कांग्रेस विधायक दल सीएलपी के विधायकों की समानांतर बैठक करने के बाद नोटिस जारी किए गए थे। यह नोटिस पर्यवेक्षक बनकर आये अजय माकन और मल्लिकार्जुन खरगे की रिपोर्ट के बाद जारी किये गये थे। जबकि इससे पहले जुलाई 2020 में तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपने 18 समर्थक विधायकों के साथ अशोक गहलोत के नेतृत्व को लेकर बगावत की थी।