REET EXAM 2021: जयपुर में 26 सितंबर को स्वैच्छिक बंद की घोषणा, स्टूडेंट के साथ प्रशासन की भी होगी बड़ी परीक्षा


जयपुर। राजस्थान में 26 सितंबर को रीट परीक्षा (REET Exam 2021) के सफल और सुचारू संचालन के लिए सरकार की नींद उड़ी हुई है। अकेले जयपुर जिले में ढाई लाख से अधिक अभ्यर्थियों की इस परीक्षा में शामिल होने की संभावना है जबकि पूरे प्रदेश में संख्या करीब 16 लाख के आसपास है। जयपुर कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा (Antar Singh Nehra) की पहल पर व्यापार संघों के पदाधिकारियों ने रीट परीक्षा को देखते हुये 26 सितम्बर को जयपुर में स्वैच्छिक बंद की घोषणा की है. राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ट्वीट में कहा कि 26 सिंतबर को आयोजित होने वाली रीट परीक्षा में 16.51 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे। यह प्रदेश की अभी तक की सबसे बड़ी परीक्षा होगी। सीएम गहलोत ने ट्वीट में यह भी जानकारी दी कि राजस्थान सरकार ने रीट परीक्षा के अभ्यर्थियों के लिए रोडवेज बसों में निशुल्क यात्रा का इंतजाम किया है। अभ्यर्थियों की संख्या काफी अधिक है ऐसे में सभी के सहयोग की जरूरत है। सीएम अशोक गहलोत रीट परीक्षार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करने के साथ ही कहा कि 'मैं सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों एवं आमजन से अपील करता हूं कि व्यवस्था बनाने में प्रशासन एवं अभ्यर्थियों का सहयोग करें। दूसरे स्थानों से आए अभ्यर्थियों को रुकने, खाने आदि में यथासंभव मदद करें। कोई भी अफवाह ना फैलाएं'।

परीक्षा की खास बातें


-राजस्थान में रीट परीक्षार्थियों के 50 सीटर तीन हजार से ज्यादा रोडवेज बसों की व्यवस्था की गई है।


-परीक्षा के दौरान व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रदेश में रेस्मा लागू किया गया है।


-राजस्थान रोडवेज की 32 सौ बसों में से 200 डिलक्स, एसी और लग्जरी हैं।


-बसों के अलावा रीट अभ्यर्थियों के लिए रेलवे 20 ट्रेनों में 8 स्लीपर व 24 साधारण कोच लगवाएगा।


- जयपुर में बाजार बंद रहेंगे, कलेक्टर ने बेहद आवश्यक काम होने पर ही लोगों को घर से बाहर निकलने की अपील की है।


- अकेले जयपुर में 6 हजार पुलिसकर्मी व्यवस्थाएं संभालेंगे।


- रीट परीक्षा (REET 2021) को देखते हुए उच्च शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है. 25 से 27 सितंबर तक की परीक्षा को स्थगित करने के आदेश दिए गए है.

बता दें कि रीट परीक्षा में लगभग 16 लाख परीक्षार्थियों के बैठने की संभावना है. विद्यार्थियों एवं अभिभावकों की सहूलियत को देखते हुए यह फैसला लिया गया है.