मंत्रिमंडल विस्तार से पहले राजस्थान में सियासी सरगर्मियां, विधायकों से विधानसभा में वन-टू-वन, बीजेपी बोली-अब के क्या बाड़ाबंदी विधानसभा में ही होगी?


जयपुर. राजस्थान में सियासी सरगर्मी प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) ने विधायकों से वन- टू-वन संवाद कर कांग्रेस के पास मौजूदा आॅक्सीजन को टटोलने का प्रयास किया, जहां पहले दिन 12 जिलों के कुल 66 विधायकों से चर्चा कर फीडबैक लेने का कार्यक्रम रहा. दो दिन में यह पूरा फीडबैक लेकर आलाकमान को अवगत कराया जाएगा. पर गौर करने वाली बात यह रही कि यह फीडबैक कार्यक्रम प्रदेश कांग्रेस कार्यालय या कहीं और ना होकर राजस्थान विधानसभा में रखा गया. बीजेपी के नेताओं ने इस पर सवाल भी उठाया कि यह पार्टी का कार्यक्रम है इसका विधानसभा में आयोजन करने का क्या औचित्य है.

खैर, कांग्रेस विधायकों ने जहां इस संवाद के दौरान अपने अपने मन की बात रखी वहीं जानकारी के मुताबिक राजस्थान सरकार के मौजूदा मंत्रियों के खिलाफ  जमकर शिकायतें भी की. बताया जा रहा है कि अजय माकन ने राजस्थान में फिर से कांग्रेस सत्ता में कैसे आए इसको लेकर फीडबैक भी लिया लेकिन विधायकों ने साफ कहा पहले मौजूदा हालातों को संभाला जाए फिर आगे की सोची जाए  वरना हालात अभी ही बहुत बुरे हैं. पार्टी में गुटबाजी है. 

अजय माकन के साथ राजस्थान कांग्रेस के विधायक

पायलट समर्थित कांग्रेस विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने तो माकन से साफ कहा कि "फीडबैक कार्यक्रम में केवल कांग्रेस के जीते हुए विधायकों को ही बुलाने का क्या मतलब है, इसमें हारे हुए नेताओं को भी बुलाना चाहिए, आखिर वो भी कांग्रेस के ही लोग हैं, जनता से जुड़े हुए हैं ऐसे में उनका फीडबैक भी काफी महत्वपूर्ण होगा."

इस दौरान कुछ विधायकों ने मंत्रियों के व्यवहार और उनके बताए काम नहीं होने की समस्याओं को लेकर भी माकन के समक्ष अपना पक्ष रखा जिनके जल्द समाधान का आश्वासन माकन ने दिया.

कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह, मंत्री राजेन्द्र यादव, मुख्य सचेतक महेश जोशी, विधायक वेद प्रकाश सोलंकी, निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर, लक्ष्मण मीणा सहित कई प्रमुख नेताओं से फीडबैक लिया गया. 


बीजेपी ने कसा तंज

राजस्थान प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनियां ने इस पूरे फीडबैक पर सवाल उठाए, उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक कार्यक्रम विधानसभा में आयोजित करने का क्या औचित्य है. सतीश पूनिया ने ट्वीट कर कांग्रेस पर तंज कसा और लिखा कि कांग्रेस राजस्थान प्रभारीजी की रायशुमारी. खोद रहे हैं पहाड़ निकलेगी न चुहिया भी.अबकी बार क्या बाड़ा बंदी विधानसभा में ही होगी. यह रायशुमारी की कौनसी जगह हुई भई! चलो कोई बात नहीं, थोड़ी करामात करो, थोड़ी सफ़ाई करो, दो चार को तो चलता करो, गंगा को थोड़ा तो शुद्ध करो.