गहलोत के बिना जयपुर में कांग्रेस का धरना-प्रदर्शन, पायलट ने की तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग


जयपुर. राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुक्रवार को कांग्रेस की ओर से केंद्र के कृषि कानूनों और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया गया. जहां बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटसरा, राजस्थान कांग्रेस के मंत्रियों, विधायकों के साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी इस धरने में केंद्र सरकार पर जमकर बरसे. हालांकि पहले CM अशोक गहलोत भी इस आयोजन में शामिल होने वाले थे लेकिन बाद में वह इस कार्यक्रम में नहीं आए.

इस बीच पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कार्यकर्ताओं में जोश भरने में कोई कमी नहीं छोड़ी और कहा कि 'बीजेपी की केंद्र सरकार को किसानों से माफी मांगकर इन तीनों कानूनों को वापिस लेना चाहिए.'

बड़ी बात यह रही कि केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन के समर्थन में कई दिनों से प्रदर्शन कर रही कांग्रेस पार्टी की ओर से यहां राजभवन को घेरने की भी योजना थी, लेकिन बाद में संवेधानिक कारणों का हवाला देते हुए इसे टाला गया. कांग्रेस ने आज के दिन को 'किसान अधिकार दिवस' का नाम दिया.

राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मुख्य सचेतक महेश जोशी, कैबिनेट मंत्री बीड़ी कल्ला, पूर्व केंद्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा, मंत्री टीकाराम जूली, मंत्री ममता भूपेश, कृषि मंत्री लालचन्द कटारिया, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव तरुण कुमार, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश, राज्यसभा सांसद नीरज डांगी सहित कई कई विधायक, नेता भी इस धरन में पंहुचे.

इस कार्यक्रम के दौरान दूदू विधायक बाबूलाल नागर कि अपने समर्थकों के साथ जबरदस्त भीड़ के साथ हुई एंट्री चर्चा का विषय रही.