राज्यसभा चुनावों के रण में अब राजस्थान ACB की एंट्री, सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका को लेकर लिखित में दी शिकायत


जयपुर। राजस्थान में राज्यसभा चुनाव में एंटी करप्शन ब्यूरो की एंट्री हो चुकी है। राजस्थान सरकार लगातार चुनाव के दौरान विधायकों के खरीद-फरोख्त की आशंका जता रही है।और इसको लेकर कई तरह की अफवाहों का बाजार भी गर्म है। इस बीच राजस्थान सरकार किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती। राजस्थान कांग्रेस चाहती है कि उसकी तीनों उम्मीदवार राज्यसभा सांसद चुने जाएं।

सरकारी मुख्य सचेतक और जलदाय मंत्री डॉ.महेश जोशी ने राज्यसभा के चुनाव में निर्दलीय विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका को लेकर रविवार को लिखित में एसीबी मुख्यालय में पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई। डॉ.महेश जोशी ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि निर्दलीय विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका प्रकट करते हुए लिखित में एसीबी में शिकायत दर्ज कराई है कि जब राज्यसभा के उम्मीदवार निर्दलीय हैं इसके बावजूद भी उनका कोई भी समर्थक और प्रस्तावक निर्दलीय रूप में नहीं जुड़ा है । ऐसे में वे कैसे अपने आप को निर्दलीय साबित करेंगे।

 

उन्होंने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका प्रकट करते हुए कहा कि बिना किसी के नाम के ही एसीबी में निर्दलीय विधायकों की खरीद-फरोख्त की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि अब एसीबी का काम है कि वह इस मामले में गहनता से जांच करें और निर्दलीय विधायकों की होने वाली खरीद-फरोख्त रोके और इसमें शामिल लोगों को पकड़कर मामले की सच्चाई को उजागर करें। उन्होंने कहा कि पैसे की लेनदेन के मामले में पैसे देने वाला और लेने वाला दोनों ही दोषी होते हैं। ऐसे में एसीबी से अलर्ट रहते हुए इस मामले में तुरंत कार्रवाई का आग्रह किया गया है।