क्या सच में जयपुर में BVG कंपनी से सौम्या गुर्जर के पति राजाराम गुर्जर ने मांगे 20 करोड़? वायरल वीडियो पर क्या बोले राजाराम?


जयपुर. हाल ही में जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर के निलंबन को लेकर राजस्थान की सियासी उफान परवान पर है. एक ओर जहां बीजेपी लगातार इस मामले में राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रही है. वहीं अब इस पूरे मामले में एक नया मोड आ गया है. 

सफाई कार्य से जुड़ी बीवीजी कंपनी के भुगतान को लेकर शुरू हुआ यह विवाद सियासी जंग का अखाड़ा बन गया है और सौम्या गुर्जर जहां अब तक खुद को इस मामले में पाक साफ बताते हुए उनके निलंबन को राज्य सरकार की एक तरफा कार्रवाई बता रही थी वहीं अब इस मामले में एक नया खुलासा हुआ है.

जी राजस्थान के संवाददाता दीपक गोयल की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीवीजी कंपनी को एक तरफ तो तत्कालीन महापौर सौम्या गुर्जर भुगतान ही नहीं करना चाह रही थी लेकिन ठीक उसी समय उनके पति राजाराम गुर्जर कंपनी से डील करने में लगे थे. चैनल पर दिखाए गए वायरल वीडियो में दावा किया गया कि इसमें राजाराम गुर्जर और बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि पैमेंट रिलीज कराने के लिए डील कर रहे हैं. दावा​ यह भी किया जा रहा है कि वीडियो में 20 करोड रूपए काम के बदले कमिशन मांगने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि सौम्या गुर्जर के प्रति राजाराम गुर्जर हैं.

 
छह माह से 1 साल में यह पैमेंट जारी करवाने की डील करी जा रही थी, चैक से कमिशन लेने की बात पर राजाराम ने इंकार कर दिया और केश से देने की बात भी की गई. 20 अप्रेल का यह वीडियो बताया जा रहा है. 44 सैकण्ड के इस वीडियो के एकदम अंत में एक शख्स और दिखाई दे रहा है वो उस शख्स को लेकर भी तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. 

बता दें कि 3 जून को बीवीजी कंपनी ने पैमेंट रोकने के मामले में हड़ताल भी की थी. उस वक्त खुद ग्रेटर नगर निगम आयुक्त यज्ञ मित्र सिंह कंपनी को करीब पचास फीसदी पैमेंट करवाना चाहते थे ताकि सफाई का काम रूके नहीं. लेकिन इस दौरान सौम्या गुर्जर ने सप्लीमेंट्री एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर भी नहीं किए थे. बीवीजी कंपनी की कार्यशैली से वो खुश नहीं थी. सौम्या गुर्जर पैनल्टी भी कंपनी पर लगाना चाहती थी और कंपनी का टेंडर भी निरस्त करना चाहती थी. नगर निगम की बोर्ड बैठक में कंपनी को हटाने की भी बात हो चुकी थी. ऐसे में यह वीडियो एक प्लानिंग के तहत बनाया गया हो और उसी के तहत वायरल भी किया गया हो इससे इनकार नहीं किया जा सकता. क्योंकि यदि BVG कंपनी को कोई आपत्ति थी भी तो ऐसी हरकत के बजाए एसीबी में भी शिकायत की जा सकती थी. 
 

राजाराम गुर्जर ने कहा सब फेक


उधर इस पूरे वायरल वीडियो को सौम्या गुर्जर के पति ने फेक बताया है. उनका कहना है कि सौम्या गुर्जर अपना काम करती हैं और वो अपना काम करते हैं. उनका बीवीजी कंपनी के पैमेंट के मामले में कुछ लेना देना नहीं.
राजाराम गुर्जर का बीवीजी कंपनी के साथ डील करते हुए वायरल हो रहे वीडियो का कंपनी के प्रोजेक्ट हेड ने खंडन किया है. वहीं जयपुर शहर सांसद भी राजाराम गुर्जर के बचाव में आ गए हैं.

उधर, इन सबके बीच राजाराम गुर्जर ने सांगानेर थाने में एफआईआर दर्ज कर वायरल वीडियो को फर्जी बताते हुए शुक्रवार को होने वाली जांच को प्रभावित करने के लिए बनाया गया वीडियो बताया है. साथ ही मामले की जांच कर साजिशकर्ता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. डॉ. सौम्या गुर्जर के पति राजाराम के वायरल हो रहे वीडियो का बीवीजी इंडिया लिमिटेड (BVG India Ltd.) ने खंडन किया है. उन्होंने इस वीडियो में दिखाई जा रही चर्चा सीएसआर फंड के तहत प्रताप गौरव केंद्र को दिए जाने वाले सहयोग के बारे में बताया है. साथ ही कहा कि इस दौरान हुई चर्चा को गलत संदर्भ में जोड़ा जा रहा है.

प्रोजेक्ट हेड ओंकार सप्रे ने बताया कि बीवीजी का किसी संस्था या संस्था से जुड़े व्यक्ति के साथ कोई लेन-देन की बात न हुई, न कोई लेन-देन हुआ. बीवीजी एक प्रामाणिक कंपनी है, जो किसी तरह के लेनदेन और भ्रष्टाचार पर विश्वास नहीं करती.

Note: द एण्ड न्यूज इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता, ना ही कोई दावा करता है.