बीजिंग। चीन में जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ राजधानी बीजिंग से शुरू हुआ प्रदर्शन अब 13 बड़े शहरों तक पहुंच गया है। बीजिंग के अलावा लॉन्चो, शियान, चोंगकिंग, वुहान, झेंगझोऊ, कोरला, होटन, ल्हासा, उरुमकी, शंघाई, नानजिंग और शिजियाझुआंग में भी लोग सड़कों पर उतर आए हैं। यहां पिछले तीन दिनों से लोग सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। पुलिस इन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज से लेकर लोगों को गिरफ्तार तक कर रही है, लेकिन लोगों का गुस्सा खत्म नहीं हो रहा है।
रविवार रातभर लोग सड़कों पर प्रदर्शन करते रहे। इस दौरान लोग नारेबाजी करते हुए लॉकडाउन हटाने और आजादी देने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हमें फ्रीडम ऑफ प्रेस, फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन, फ्रीडम ऑफ मूवमेंट चाहिए। हमें हमारी आजादी दे दो। लोग राष्ट्रपति शी जिनपिंग से इस्तीफे की मांग भी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि चीन में 10 महीनों से जीरो कोविड पॉलिसी लागू है। कई तरह की पाबंदियां हैं, लेकिन गुस्सा तब भड़क गया, जब चीन के शिंजियांग में 25 नवंबर को एक बिल्डिंग की 15 वीं मंजिल में आग लगी गई। इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई।
लॉकडाउन की वजह से राहत समय पर नहीं पहुंच सकी। लोगों ने आरोप लगाया कि अफसरों ने लापरवाही की। इसके बाद बीजिंग में लोग सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन शुरू हो गए।
एक्टिव केस का आंकड़ा 3 लाख के पार
चीन में लगातार कोरोना बढ़ रहा है। 27 नवंबर को कोरोना के 40 हजार मामले सामने आए हैं। ये अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। चीन में अब एक्टिव केस का आंकड़ा 3 लाख के पार हो गया है। इसके चलते जिनपिंग सरकार ने कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। सख्त लॉकडाउन से 66 लाख लोग घरों में कैद हैं। ये लोग खाने के सामान के लिए भी बाहर नहीं निकल सकते। रोज होने वाले कोविड टेस्ट से भी नाराजगी बढ़ रही है। जो लोग सरकार के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।