दिल्ली में घातक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण, स्कूल-कॉलेज अगले आदेश तक बंद, सरकारी विभाग में वर्क फ्रॉम होम लागू


नई दिल्‍ली. देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संकट के बाद एक और बडा संकट देखने को मिल रहा है. जहां प्रदूषण घातक स्तर पर पहुंच चुका है, जो स्वास्थ्य के लिए जानलेवा हो सकता है. ऐसे में जहां सरकारी विभागों में 100 प्रतिशत वर्क फ्रॉम होम (WFH) लागू किया गया है वहीं स्कूल-कॉलेज अगले आदेश तक बंद कर दिए गए हैं. 
इसके अलावा 21 नवंबर तक निर्माण कार्य पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. ज़रूरी सेवाओं के अलावा अन्य ट्रकों की एंट्री बैन की गई है. परिवहन के लिए दिल्ली में 1000 CNG प्राइवेट बसों को किया गया है. दिल्ली में 372 वॉटर टैंकर से लगातार छिड़काव किया जा रहा है. 
फायर ब्रिगेड की मदद से 13 हॉट स्पॉट पर पानी का छिड़काव करने के आदेश दिए गए हैं. दिल्ली में गैस के अलावा अन्य इंडस्ट्री को बैन किया गया है.

प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए 10 साल पुरानी डीजल और 15 साल पुरानी गाड़ियों की लिस्ट दिल्ली पुलिस को दे दी गई है. वाहन प्रदूषण सर्टिफिकेट की जांच सख्त कर दी गई है.