मोदी ने कहा, 'हमें दोस्ती निभाना और आंखों में आंख डालकर जवाब देना आता है'. मन की बात में कही यह 10 बड़ी बातें.


नई दिल्ली. कोरोना संकट और चीन से सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देशवासियों को संबोधित किया. इस दौरान चीन पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 'भारत दोस्ती निभाना भी जानता है और आंख उठाकर देखने वालों को जवाब देना भी जानता है.' साथ ही कहा, 'वीर जवानों की शहादत को देश हमेशा याद रखेगा.' प्रधानमंत्री ने एक बार फिर लोकल के लिए वोकल बनने का आह्वान किया.

 

10 बड़ी बातें:


1- 'लद्दाख में जो वीर शहीद हुए हैं उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है. पूरा देश उनका कृतज्ञ है, उनके सामने नतमस्तक है. अपने वीर सपूतों के बलिदान पर उनके परिजनों में जो गर्व की भावना है देश के लिए जो जज़्बा है-यही तो देश की ताकत है.


2- 'भारत ने जिस तरह मुश्किल समय में दुनिया की मदद की, उसने आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को और मज़बूत किया है. दुनिया ने भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है. अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की ताकत और भारत के कमिटमेंट को देखा है.'


3- 'लद्दाख में भारत की भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को, करारा जवाब मिला है. भारत, मित्रता निभाना जानता है, तो आंख में आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है.'


4- कोरोना संकट के बीच अब देश लॉकडाउन से बाहर निकल आया है. अब हम अनलॉक के दौर में हैं. अनलॉक के इस समय में जरुरी बातों पर बहुत फॉकस करना है. कोरोना को हराना और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना, उसे ताकत देना है.


5- कोई भी मिशन जन-भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता. इसीलिए आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक नागरिक के तौर पर हम सबका संकल्प, समर्पण और सहयोग बहुत जरूरी है. आप Local खरीदेंगे, Local के लिए Vocal होंगे. ये भी एक तरह से देश की सेवा ही है.


6- अभी कुछ दिन पहले देश के पूर्वी छोर पर Cyclone Amphan आया, तो पश्चिमी छोर पर Cyclone Nisarg आया. कितने ही राज्यों में हमारे किसान टिड्डी दल के हमले से परेशान हैं. देश के कई हिस्सों में छोटे-छोटे भूकंप रुकने का ही नाम नहीं ले रहे. इन सबके बीच हमारे कुछ पड़ोसियों द्वारा जो हो रहा है, देश उन चुनौतियों से भी निपट रहा है. वाकई, एक-साथ इनती आपदाएं, इस स्तर की आपदाएं, बहुत कम ही देखने-सुनने को मिलती हैं.


7- 'एक साल में एक चुनौती आए या पचास, नंबर कम ज्यादा होने से, वो साल, ख़राब नहीं हो जाता. भारत का इतिहास ही आपदाओं और चुनौतियों पर जीत हासिल कर, ज़्यादा निखरकर निकलने का रहा है. सैकड़ों वर्षों तक अलग-अलग आक्रांताओं ने भारत पर हमला किया, लोगों को लगता था कि भारत की संरचना ही नष्ट हो जाएगी, लेकिन इन संकटों से भारत और भी भव्य होकर सामने आया है.


8- 'भारत में जहां एक तरफ़ बड़े-बड़े संकट आते गए, वहीं सभी बाधाओं को दूर करते हुए अनेकों-अनेक सृजन भी हुए. इसी साल में, देश नए लक्ष्य प्राप्त करेगा, नई उड़ान भरेगा. नई ऊंचाइयों को छुएगा. 130 करोड़ देशवासियों की शक्ति पर पूरा भरोसा है, इस देश की महान परम्पराओं पर पूरा भरोसा है.


9- 'भारत ने जिस तरह मुश्किल समय में दुनिया की मदद की, उसने आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को और मज़बूत किया है. दुनिया ने भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है. अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की ताकत और भारत के कमिटमेंट को देखा है.'


10- 'कोरोना की वजह से कई लोगों ने मानसिक तनाव जिंदगी गुजारी. वहीं कुछ लोगों ने लिखा कि कैसे उन्होंने इस दौरान छोटे-छोटे पलों को परिवारों के साथ बिताया. मेरे नन्हें साथियों से भी मैं आग्रह करना चाहता हूं. माता-पिता से पूछकर मोबाइल उठाइए. दादा-दादी, नाना-नानी का इंटरव्यू कीजिए. पूछिए, उनका बचपन में रहन-सहन कैसा था? क्या खेलते थे? मामा के घर जाते थे, त्योहार कैसे मनाते थे? उन्हें 40-50 साल पीछे जिंदगी में जाना आनंद देगा और आपको तब की चीजें सीखने को मिलेंगी और परिवार के लिए एक अच्छा अमूल्य खजाना और वीडियो एलबम भी बन जाएगा.