प्रधानमंत्री ने मेघालय के शिलांग में 2450 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और लोकार्पण किया


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मेघालय के शिलांग में 2450 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और लोकार्पण किया। इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री शिलांग में स्टेट कन्वेंशन सेंटर में पूर्वोत्तर परिषद की बैठक में उपस्थित हुए और इसके स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लिया। कई परियोजनाओं में 320 पूर्ण और 890 निर्माणाधीन 4जी मोबाइल टावरों का उद्घाटन, उमसावली में आईआईएम शिलांग का नया परिसर, नए शिलांग सैटेलाइट टाउनशिप को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए शिलांग-दींगपसोह रोड और तीन राज्यों- मेघालय, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के लिए चार अन्य सड़क परियोजनाएं शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने मेघालय में मशरूम विकास केंद्र और एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र में स्पॉन प्रयोगशाला और मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा और असम में 21 हिंदी पुस्तकालयों का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा राज्यों में छह सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखी। उन्होंने तुरा और शिलांग टेक्नोलॉजी पार्क फेज-2 में इंटीग्रेटेड हॉस्पिटैलिटी एंड कन्वेंशन सेंटर की आधारशिला भी रखी। सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि मेघालय एक ऐसा राज्य है जो प्रकृति और संस्कृति में समृद्ध है और यह समृद्धि लोगों की गर्मजोशी और स्वागत करने वाले स्वभाव से परिलक्षित होती है। उन्होंने मेघालय के नागरिकों को राज्य में और भी अधिक विकास के लिए कनेक्टिविटी, शिक्षा, कौशल और रोजगार से लेकर कई आगामी और नई उद्घाटन की गई परियोजनाओं के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री ने इस संयोग की ओर सबका ध्यान आकर्षित किया कि जिस समय फुटबॉल विश्व कप चल रहा है उस समय आज का सार्वजनिक समारोह फुटबॉल के मैदान में हो रहा है। उन्होंने कहा, "एक तरफ, फुटबॉल प्रतियोगिता चल रही है, जबकि हम फुटबॉल के मैदान में विकास की प्रतियोगिता का नेतृत्व कर रहे हैं। भले ही कतर में फुटबॉल विश्व कप हो रहा है, लेकिन यहां के लोगों का उत्साह कम नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि फुटबॉल में अगर कोई खेल भावना के विरुद्ध काम करता है तो उसे रेड कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया जाता है। इसी तरह पिछले 8 वर्षों में हमने नॉर्थ ईस्ट के विकास से जुड़ी अनेक रुकावटों को रेड कार्ड दिखाया है। उन्होंने कहा, "भ्रष्टाचार, भेदभाव, भाई-भतीजावाद, हिंसा, प्रोजेक्ट को लटकाना-भटकाना, वोट बैंक की राजनीति को बाहर करने के लिए हम ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं।" प्रधानमंत्री ने कहा कि भले ही इस तरह की बुराइयों की जड़ें बहुत गहरी हैं, हमें उनमें से हर एक को खत्म करने की दिशा में काम करना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों के सकारात्मक परिणाम दिख रहे हैं।