कोरोना वैक्सीन का कहर! नॉर्वे में 29 की मौत, जर्मनी में 10 की मौत, वास्तविक कारणों की जांच के आदेश


नॉर्वे. दुनिया में एक ओर जहां कोरोना वैक्सीन आने के साथ ही लोगों को राहत मिली थी. लोग चैन की सांस लेने लगे थे और इस महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन से उम्मीद की एक बड़ी किरण नजर आई थी. भारत मे भी एक दिन पहले ही दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया है. इस बीच में एक निराशाजनक खबर है, जिसने सबको डरा दिया है. यह खबर नॉर्वे से है. जहां कोरोना वैक्सीन लेने के बाद में करीब दो दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है. नॉर्वे में फाइजर की कोरोना वैक्‍सीन (Pfizer Coronavirus Vaccine) की पहली डोज लेने के बाद 29 लोगों की मौत हो गई.

न्यूयार्क पोस्ट ने हेल्थ डिपार्टमेंट के हवाले से बताया कि इनमें 13 लोग ऐसे हैं जिनकी मौत वैक्‍सीन के साइड इफेक्‍ट की वजह से हुई. ये सभी नर्सिंग होम में भर्ती थे और कम से कम 75 साल के थे. नार्वे मेडिसिन एजेंसी के मुख्य चिकित्सक सिगर्ड हॉर्टेमो ने अपने बयान में कहा, 'बुखार और जी मिचलाना आदि वैक्सीन लेने के बाद सामान्य प्रतिक्रियाएं हैं, लेकिन कुछ गंभीर रोगियों में ये घातक परिणाम दे सकती हैं.' फिलहाल इन मौतों के बाद नार्वे ने अपनी वैक्‍सीन लगवाने की गाइडलाइन को बदल दिया है.

नार्वेजियन मेडिसिन्स एजेंसी (NOMA) के मेडिकल डायरेक्टर, स्टीमर मैडसेन ने बीएमजे को बताया, 'यह एक संयोग हो सकता है, लेकिन फिलहाल हम निश्चिंत नहीं है. इन मौतों और वैक्सीन के बीच कोई निश्चित संबंध नहीं है.' उधर फाइजर (Pfizer) ने अपने बयान में कहा, 'फाइजर और बायोएनटेक बीएनटी 162 बी2 लेने के बाद रिपोर्ट की गई मौतों से अवगत हैं. हम जानकारी एकत्र करने के लिए एनओएमए के साथ काम कर रहे हैं. सभी रिपोर्ट की गई मौतों का एनओएमए द्वारा पूरी तरह से मूल्यांकन किया जाएगा कि क्या ये घटनाएं वैक्सीन से संबंधित हैं या नहीं. नार्वे सरकार मरीजों के स्वास्थ्य को अधिक ध्यान में रखने के लिए उनके टीकाकरण निर्देशों को समायोजित करने पर भी विचार करेगी.'

जर्मनी में भी हो चुकी हैं मौतें जर्मनी में पॉल एर्लिच इंस्टीट्यूट भी कोविड-19 टीकाकरण के तुरंत बाद 10 मौतों की जांच कर रहा है.

नॉर्वेजियन मीडिया एनआरके की रिपोर्ट के अनुसार, "सभी मौतें नर्सिग होम में बुजुर्ग व अन्य बुजुर्ग मरीजों की हुई हैं. सभी की उम्र 80 साल से अधिक है और उनमें से कुछ 90 से अधिक हैं."