जयपुर. राजस्थान विधानसभा सत्र के दौरान सदन में जमकर 'पप्पू' और 'गप्पू' के नारे लगे. इतना ही नहीं नारों के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने अपनी-अपनी नारेबाजी से शक्ति प्रदर्शन किया.
राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान राहुल गांधी के मकराना दौरे को लेकर जोरदार हंगामा हुआ. राहुल गांधी के दौरे को लेकर मकराना से बीजेपी विधायक रूपाराम मुरावतिया ने टिप्पणी करते हुए कहा कि 'मकराना में राहुलजी आ गए, छा गए, राहुलजी मार्बल के हजारों व्यापारियों को किसान बता गए.' किशनगढ़ से मकराना हाईवे पर जहां- जहां से राहुल निकले तारों को 30 फीट से ऊपर करवा दिया. जैसे कि राहुल जी थोड़ा उछलकूद करने वाले थे. सीएम ने सोचा होगा कि कहीं राहुल गांधी यह न कह दे कि ट्रैक्टर को ट्रक में रखवाना है. इससे ऊंचाई 30 फीट हो जाती इसीलिए तार ऊपर करवाए.'
रूपाराम के बयान पर मंत्री परसादीलाल मीणा और गोविंद सिंह डोटासरा ने तुरंत कड़ी आपत्ति जताई जिसके साथ ही तकरार शुरू हो गई. कांग्रेस और बीजेपी विधायकों के बीच हुई नोकझोंक के दौरान राजस्थान के शिक्षा मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि ये रूपाराम मुरावतिया जोकर की तरह बातें कर रहे हैं.
इसी दौरान सत्तापक्ष की तरफ से किसी ने पीएम मोदी के लिए 'गप्पू' बोलकर टिप्पणी कर दी. जिससे दोनों तरफ के विधायक आमने सामने हो गए और सदन में पप्पू और गप्पू के जोर-जोर से नारे लगने लगे. कांग्रेसी विधायकों ने जहां जमकर गप्पू के नारे लगाए तो बीजेपी विधायकों ने भी पूरे जोर से पप्पू के नारे लगाए.
इस दौरान रूपाराम मुरावतिया ने आरोप लगाते हुए कहा, 'राहुल गांधी के दौरे में सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग हुआ.' इस पर मंत्री हरीश चौधरी ने आपत्ति करते हुए कहा 'आरोप गलत हैं. कहीं भी सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग साबित हो जाए तो इस्तीफा देने को तैयार हूं.' विधानसभा अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद बड़ी मुश्किल से यह हंगामा शांत हो पाया.