इस वक़्त की बड़ी खबर, मोस्ट वांटेड पपला गुर्जर गिरफ्तार


जयपुर.अलवर ( Alwar ) जिले के बहरोड़ थाने ( Behror Police Staion ) में एके-47 से फायरिंग करके लॉकअप से फरार ( Absconding ) हुआ राजस्थान और हरियाणा का लाखों रुपये का इनामी कुख्यात बदमाश विक्रम उर्फ पपला गुर्जर ( Papla Gujjar ) पकड़ा गया है. 

जयपुर रेंज की पुलिस टीम ने यह बड़ी कामयाबी हासिल की है. पपला को ढूंढने में नाकाम रही राजस्थान और हरियाणा पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे थे, उन सबके बीच में एक बार फिर से पुलिस ने अपनी क्षमताओं को साबित किया है. जयपुर पुलिस ने बेहद ही गोपनीय मिशन के तहत इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया है. इस पूरे मामले में राजस्थान पुलिस के DGP ने बताया कि पपला गुर्जर अपनी महिला मित्र के साथ महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक मकान में फर्जी वोटर आईडी कार्ड के साथ पकड़ा गया.



जानकारी के मुताबिक राजस्थान पुलिस डीजीपी एमएल लाठर के नेतृत्व और जयपुर ग्रामीण रेंज आईजी हवासिंह घूमरिया के निर्देशन में राजस्थान पुलिस ने यह बड़ी सफलता हासिल की है. राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के मोस्ट वांटेड करीब 6 लाख रूपए के इनामी बदमाश पपला गुर्जर को महाराष्ट्र के कोल्हापुर से अरेस्ट किया गया है. इस पूरे मिशन को कामयाब बनाने में राजस्थान के बोल्ड, डायनेमिक सीनियर आईपीएस अधिकारी हवासिंह  घूमरिया का अहम रोल बताया जा रहा है. इनके अलावा जयपुर ग्रामीण एएसपी सिद्धांत शर्मा ने भी बड़ी ही गंभीरता से इस मिशन को अंजाम तक पहुंचाने में अहम रोल निभाया है. अलवर पुलिस की साइबर टीम के इनपुट को आधार बनाकर इस पूरी कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाया गया.

साल की शुरूआत में राजस्थान पुलिस के बोल्ड सीनियर IPS आॅफिसर IG (जयपुर रेंज) हवासिंह घूमरिया का यह सबसे बड़ा धमाका है. अपने सबसे भरोसेमंद और काबिल ASP सिद्धांत शर्मा के नेतृत्व में घूमरिया की टीम को यह बड़ी सफलता मिली है. CI जहीर अब्बास, इंसार अली, SI सुनील जांगिड़, मुकेश वर्मा, 16 ईआरटी कमांडो सहित 26 लोगों की टीम ने दिनरात एक कर गिरफ्तार किया.

इनका भी योगदान कम नहीं


पपला गुर्जर की गिरफ़्तारी से जुड़े रहे अन्य अफसरों का योगदान भी काफी महत्वपूर्ण रहा. IPS अनिल पालीवाल,IPS एस.सेंगाथिर,IPS अमनदीप सिंह कपूर,IPS राममूर्ति जोशी,IPS शांतनु कुमार सिंह, ASP करण शर्मा, RPS अशोक चौहान सहित भिवाड़ी पुलिस व SOG की टीम ने भी पपला ऑपरेशन में दिया था अहम योगदान. साइबर सेल एटीएस व SOG की टीम भी लगातार दे रही रही थी टाइम तो टाइम इनपुट.