न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हराने के बाद पाकिस्तान फाइनल जीतने की तैयारी में जुटा


सिडनी। टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के बुधवार को खेले गए पहले सेमीफाइनल में पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हरा कर फाइनल में प्रवेश कर लिया। टॉस जीतकर न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 152 रन बनाए थे। इस स्कोर को डिफेंड करने उतरी कीवी टीम के पास पहले ही ओवर में मैच में पकड़ बनाने का अच्छा खासा मौका था, मगर तब टीम गलती कर बैठी। यह गलती न्यूजीलैंड से तब हुई जब पहली गेंद पर बाबर आजम का कैच विकेट कीपर डेवोन कॉन्वे ने छोड़ा। बाद में पाकिस्तान की टीम ने 19-1 ओवर में 3 विकेट खोकर मैच जीत लिया। इस तरह पाकिस्तान टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बन गई है। पाकिस्तान 13 साल बाद टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा है। पाकिस्तानी टीम 2007 में खेले गए पहले टी-20 वर्ल्ड कप में फाइनल पहुंची थी, पर जीत नहीं पाई। आखिरी बार वह 2009 में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची थी और खिताब भी जीता था। बुधवार को खेले गए सेमीफाइनल मैच से पहले बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की जोड़ी टी-20 वर्ल्ड कप में उतनी असरदार नहीं दिखी। न्यूजीलैंड के पास मौका था कि इस जोड़ी को शुरुआत में ही तोड़कर पाकिस्तान पर दबाव बनाया जाए। ट्रेंट बोल्ड ने बाबर आजम को उनकी पहली ही गेंद पर फंसाया भी था, मगर विकेट कीपर डेवोन कॉन्वे गेंद को जज नहीं कर पाए और कैच उनके हाथों से फिसल गया। इस कैच के छूटने के बाद बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान ने न्यूजीलैंड को मौका नहीं दिया। दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी करते हुए 105 रन जोड़े। रिजवान और बाबर द्वारा टी-20 वर्ल्ड कप में यह तीसरी शतकीय साझेदारी है और ऐसा कारनामा करने वाली यह पहली जोड़ी बनी है। बाबर ने इस दौरान 53 तो रिजवान ने 57 रनों की पारी खेली। रिजवान को उनकी इस बेहतरीन पारी की वजह से मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया। न्यूजीलैंड ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए डैरिल मिशेल के अर्धशतक के दम पर बोर्ड पर 152 रन लगाए थे। इस स्कोर को पाकिस्तान ने बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की शानदार साझेदारी के दम पर 5 गेंदें रहते हासिल कर लिया। पाकिस्तान की ओर से शाहीन शाह अफरीदी ने शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 24 रन देकर 2 विकेट लिए। न्यूजीलैंड जब बल्लेबाजी कर रहा था, तब उसने पावर प्ले की आखिरी गेंद पर यानी छठे ओवर की आखिरी गेंद पर विकेट खो दिया। विकेट था विस्फोटक डेवोन कॉन्वे का। शादाब ने डायरेक्ट हिट पर उन्हें रनआउट कर दिया। पावर प्ले में 2 विकेट खोने के बाद न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी धीमी हो गई। अगर एक रन के लालच में कॉन्वे अपना विकेट नहीं देते तो फाइनल स्कोर में 20-30 रन और बढ़ सकते थे और मैच का नतीजा भी बदल सकता था।