श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष में विशिष्ट जनों का सम्मान, सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन


- हसनपुरा में सर्व समाज महोत्सव की धूम

- श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष में प्राचीन तलाई वाले वीर हनुमानजी मंदिर में हुआ आयोजन

- समारोह के मुख्य अतिथि सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा रहे - उत्तर भारत की सबसे बड़ी गलता पीठ के पीठाधीश्वर अवधेशाचार्य जी महाराज और हनुमान चालीसा पाठ समिति के अध्यक्ष संत अमरनाथ जी महाराज का मिला पावन सान्निध्य

जयपुर। श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष में प्राचीन तलाई वाले वीर हनुमान जी मंदिर में सर्व समाज की ओर से सर्व समाज उत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न समाजों के विशिष्ट जनों का सम्मान, सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ और स्थानीय कलाकारों के द्वारा भजन संध्या का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा रहे। कार्यक्रम में उत्तर भारत की सबसे बड़ी गलता पीठ के पीठाधीश्वर अवधेशाचार्य जी महाराज, हनुमान चालीसा प्रबंध समिति के अध्यक्ष संत अमरनाथ जी महाराज, गलता पीठ के युवाचार्य राघवेंद्र जी महाराज का भी सान्निध्य प्राप्त हुआ। अमरनाथ महाराज ने हनुमान चालीसा का पाठ करवाया। हनुमान चालीसा पाठ के बाद विधायक गोपाल शर्मा ने संत जनों का स्वागत-सम्मान कर आशीर्वाद प्राप्त किया। विधायक गोपाल शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि सर्व समाज का यह समारोह 22 जनवरी को रामलला की जो प्राण प्रतिष्ठा अयोध्या में हुई उसके उपलक्ष में आनंद बनाने के लिए हो रहा है। विधायक शर्मा ने बच्चों और युवाओं से संस्कार देते हुए कहा कि सीता और राम हर घर में माता-पिता के रूप में विद्यमान हैं इसलिए जीवन में माता-पिता का सम्मान जरूरी है। शर्मा ने कहा कि अंहकार बुद्धि का नाश कर देता है और विनाशकाले विपरीत बुद्धि की कहावत चरितार्थ होने लगती है इसलिए हमें इससे बचते हुए जीवन के खाली समय को जनसेवा कार्यों में लगाना चाहिए। अपने क्षेत्र अपने समाज के उत्थान के लिए कार्य करें। विधायक शर्मा ने कहा कि जनता बहुत ताकतवर है। जिस जनता में शक्ति भरी है राज तिलक करने की, उस जनता में शक्ति भरी है मुकुट उतार देने की। विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि हसनपुरा को हरिपुरा बनाने का रास्ता साफ होने लगा है। क्षेत्र के विकास की योजना की शुरुआत हो चुकी है जल्द ही यह साकार रूप लेगी। यह क्षेत्र शीघ्र ही गुंडागर्दी और अपराध से मुक्त होगा। इसके लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को विशेष दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं।