जिस DGP और ADG के नाम से अच्छे-अच्छे गैंगेस्टर डरते हैं, क्या उनके नाम से ऑनलाइन ठगी करने वाले नहीं डरते? दोनों के नाम पर मांगे पैसे


जयपुर। राजस्थान पुलिस बेड़े के दो नामी पुलिस अधिकारियों के नाम एवं फोटो लगाकर ऑनलाइन पैसे ठगने की कारगुज़ारी सामने आई है। राजस्थान पुलिस बेड़े के सर्वोच्च अधिकारी DGP एम.एल लाठर व ACB राजस्थान में तैनात ADG दिनेश एम.एन. की वर्दी वाली फोटो का यूज करके शातिर ठग धड़ल्ले से जानकारों को वाट्सएप के जरिए मैसेज भेजकर पैसे की डिमांड कर रहे हैं।

अज्ञात साइबर ठग द्वारा की गई हरकत के बाद मामला संज्ञान में आने पर राजस्थान पुलिस के DGP द्वारा राजस्थान पुलिस के ऑफिशियल (राजस्थान पुलिस) पेज पर आमजन से अपील जारी की गई है। अपील में DGP द्वारा कहा गया कि 9595759189 व 7099978719 नम्बर से सोशल मीडिया पर डीजीपी एम.एल. लाठर के नाम से फर्जी मैसेज किए जा रहे हैं. ऐसे किसी भी मैसेज पर ना ध्यान दें. आपके पास आए ऐसा कोई मैसेज या कॉल तो तुरंत दें पुलिस को जानकारी.

उधर ADG दिनेश एम.एन ने भी अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज के माध्यम से अपील जारी करते हुए कहा-कोई अपना नाम दिनेश एमएन बताकर लोगों को ठगने की कोशिश कर रहा है और इस नंबर +918839060836 का इस्तेमाल कर पैसे की मांग कर रहा हैं. कृपया इस नंबर के झांसे में न आएं. यह मेरा नंबर नहीं हैं. मेरे पास मेरे आधिकारिक नंबर के अलावा कोई अन्य नंबर नहीं है.

ग़ौरतलब है कि राजस्थान पुलिस उक्त नंबरों की पड़ताल करने के साथ विधिक कार्रवाई करने के संबंध में स्टेप उठा रही हैं. ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है. जल्दी ही आरोपी को गिरफ्तार कर कार्यवाही के प्रयास जारी हैं.

पर सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार ऑनलाइन ठगी करने वाले जब राजस्थान के डीजीपी और एडीजी के नाम से ही लोगों से पैसे ठगने लगे तो फिर आम आदमी का क्या होता होगा? इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।

कुल मिलाकर साइबर फ्रॉड करने वालों के हौसले बुलंद हैं और वह किसी को भी जद में लेने की जुगत में जुटे हैं. खासकर हाईप्रोफाइल लोग इनके टारगेट पर रहते हैं. पर देखना होगा राजस्थान पुलिस की साख को बचाने के लिए राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर और एसीबी के डीजी दिनेश एमएन इस पूरे मामले में कब तक आरोपियों के पकड़ पाते हैं ताकि 'आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय' की पुलिस की पंच लाइन सच साबित हो सके। क्योंकि यह दोनों ऐसे अफसर है जिनके नाम से बड़े-बड़े अपराधी भी खौफ खाते हैं और इनका नाम ही उनके पसीने छुड़ाने के लिए काफी है।