जयपुर सहित 6 जिलों में स्थापित होंगे आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय


जयपुर। राजस्थान में जयपुर सहित 6 जिलों में आयुर्वेद, योग व प्राकृतिक चिकित्सा से सबंधित महाविद्यालयों की स्थापना की जाएगी। इन जिलों में महाविद्यालय की स्थापना के लिए स्वीकृति जारी कर दी गई है।

आयुर्वेद मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में आयुर्वेद पद्धति की महत्ता भी प्रतिपादित हुई है। राज्य सरकार आयुर्वेद पद्धति के प्रचार—प्रसार व इससे सबंधित सुविधाओं को विकसित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद विभाग में नयी भर्तियों व महाविद्यालयों की स्थापना से इस पद्धति का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सकेगा।

डॉ शर्मा ने कहा कि प्रदेश के जयपुर, कोटा, सीकर, बीकानेर व भरतपुर में राजकीय आयुर्वेद एवं योग व प्राकृति चिकित्सा एकीकृत महाविद्यालयों की स्थापना की जाएगी। उदयपुर में राजकीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना के लिए भी स्वीकृति दे दी गई है।

आयुर्वेद मंत्री ने कहा ​कि नए महाविद्यालयों की स्थापना के साथ ही इस क्षेत्र में रोजगार के नवीन अवसर भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने ​कहा कि इन महाविद्यालयों की स्थापना की स्वीकृति के साथ 778 शैक्षणिक व अशैक्षणिक नवीन पदों के सृजन की भी स्वीकृति दी गई है। जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।

 

मेडीट्यूरिज्म केन्द्रों की होगी स्थापना


डॉ शर्मा ने कहा ​कि प्रदेश में मेडीट्यूरिज्म की अपार संभावनाओं को देखते हुए धार्मिक व पर्यटन स्थनों पर ऐसे केन्द्रों की जल्द ही स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के उददेश्य से इन केन्द्रों की स्थापना के लिए वित्त विभाग से सैद्धांतिक सहमति भी प्राप्त की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही डीपीआर बनाकर इस केन्द्रों को विकसित करने की दिशा में कार्य को किया जाएगा।