राजस्थान में NCP ने बड़ी चोट खाने के बाद जारी किया व्हिप, 17 बेवफा पार्षदों को जारी की चेतावनी


जयपुर. राजस्थान में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को बड़ी राजनीतिक दगाबाजी का सामना करना पड़ा है. आखिरकार बड़ी चोट खाने के बाद एनसीपी ने राजस्थान में व्हिप जारी कर दिया है. और 17 बेवफा पार्षदों को व्हिप के साथ ही चेतावनी भी जारी की है. पार्टी के राजस्थान अध्यक्ष उम्मेद सिंह चम्पावत ने व्हिप जारी करते हुए इसके निर्देशों की पालना नहीं करने पर पार्षदों के खिलाफ आवश्यक अनुशासनात्मक कानूनी कार्यवाही की भी चेतावनी दी है. 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाई क्यों बैठे धरने पर? पढें पूरी खबर

बता दें कि राजस्थान में हाल में हुए 90 निकायों के चुनाव परिणामों में एनसीपी का टोंक जिले में जबरदस्त प्रदर्शन देखने को मिला. जहां निवाई नगर पालिका में 35 वार्डों में से 29 वार्डो में एनसीपी ने अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे और इतना शानदार प्रदर्शन किया कि 17 पार्षदो ने जीत का परचम भी लहराया. और तो और भाजपा उम्मीदवार केवल 9 सीटों पर जीते तो कांग्रेस के खाते सिर्फ 8 सीटें ही आई थी. एक निर्दलीय प्रत्याशि भी जीता. लेकिन इन सबके बीच एनसीपी के राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष उम्मीद सिंह चम्पावत की पूरी मेहनत पर पानी फिर गया. जहां चम्पावत की लगातार राजस्थान में पार्टी को खड़ा करने की दिशा में दिन रात जुटे हैं वहीं इन सभी जीते हुए एनसीपी के उम्मीदवारों ने जयपुर में जीतते ही तुरंत बीजेपी का दामन थाम लिया और भाजपा में शामिल हो गए.  

वर्दी को बदनाम करने वाला भ्रष्टाचारी IPS गिरफ्तार

पहले तो यहां से कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ने वाले दिलीप इसरानी सहित कई दिग्गज कांग्रेसियों ने एनसीपी के बैनर से चुनाव लड़ा और जब एनसीपी के 17 उम्मीदवार जीत गए तो उन्होंने बाज़ी पलटते हुए भाजपा की सदस्यता लेकर सबको हैरत में डाल दिया. ज़िले और प्रदेश स्तर इसरानी ने इस बड़े सियासी उलटफेर ने सबको चैंका दिया. 
यह बजट गरीब और किसान विरोधी, महंगाई बढाने वाला, दिशाहीन और निराशाजनक: अशोक गहलोत

इस बीच अब एनसीपी ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है. पार्टी के राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष ने सभी बेवफा नेताओं को चेतावनी दी है कि यह सभी 17 उम्मीदवार भाजपा के पक्ष में मतदान नहीं करेंगे और कांग्रेस के समर्थन में मतदान करनेे का व्हिप जारी किया है. साथ ही कहा है कि अगर व्हिप का उल्लंघन किया तो पार्टी के द्वारा इस मसले को न्यायालय में ले जाया जाएगा और आवश्यक अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी.

उम्मेद सिंह चम्पावत का कहना है कि जिन लोगों ने एनसीपी के दम पर चुनाव जीता और अब वो पार्टी से दगाबाजी करते हैं तो जनत उन्हें माफ नहीं करेगी, किस मुंह से वो जनता के बीच जाएंगे यह सोचने वाली बात है. क्योंकि जनता ने उन्हें एनसीपी का उम्मीदवार होने पर वोट दिया था, जिसके दम पर वो जीते भी.