जयपुर में होगा माइनिंग, ऑयल व गैस कॉन्क्लेव, विभिन्न राज्यों के जाने माने विशेषज्ञ करेंगे मंथन


जयपुर। अगस्त के पहले सप्ताह में जयपुर में माइनिंग, ऑयल व गैस कॉन्क्लेव, विभिन्न राज्यों के जाने माने विशेषज्ञ  मंथन करेंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया एक दिवसीय कॉन्क्लेव में देश के माइनिंग क्षेत्र के जाने माने विशेषज्ञ और अधिकारी जुटेंगे। उन्होंने बताया कि एक दिवसीय नेशनल कॉन्क्लेव में देश व प्रदेश में विपुल खनि संपदा के खोज, खनन कार्य में आधुनिकतम तकनीक के उपयोग पर मंथन किया जाएगा। इसके साथ ही देश में खनिज खोज व खनन के वर्तमान सिनेरियों और भविष्य की संभावनाओं पर भी मंथन होगा।

एसीएस माइंस, पेट्रोलियम व जलदाय डॉ. सुबोध अग्रवाल ने शुक्रवार को सचिवालय में कॉन्क्लेव की तैयारियों को लेकर उच्च स्तरीय बैठक ली। उन्होंने बताया कि जयपुर में आयोजित एक दिवसीय कॉन्क्लेव में छत्तीसगढ़, कर्नाटक, आसाम, झारखण्ड, जम्मू-कश्मीर, उड़ीसा, नागालैण्ड सहित कई प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारी, विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे, वहीं नीति आयोग, ऑयल इण्डिया, ओएनजीसी, हिन्दुस्तान कॉपर, गैल इण्डिया, आईओसी, बीपीसीएल, एमईसीएल, आईबीएम, स्टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया, एचपीसीएल, राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी, सीडोस, प्राकृतिक एवं नेचुरल गैस आदि के विशेषज्ञ प्रतिनिधियों की इस कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने की संभावना है।

इसके साथ ही माइनिंग, पेट्रोलियम व गैस क्षेत्र के एक्सप्लोरेशन और दोहन क्षेत्र में जुटे हुए निजी क्षेत्र के दिग्गजों को भी बुलाया जा रहा है। इसके साथ ही जियोलोजिकल सर्वें ऑफ इंडिया के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में विपुल खनि संपदा को देखते हुए उसके वैज्ञानिक एक्सप्लोरेशन व दोहन, जीरो लॉस मैक्जिमम उत्पादन आदि बिन्दुओं पर मंथन होगा।

उन्होंने बताया कि संभवतः यह पहला अवसर होगा जब राजस्थान में इस तरह की राष्ट्रीय स्तर के कान्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है और जिसमें देश भर से इस क्षेत्र से जुड़े माइनिंग विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। बैठक मेें निदेशक माइंस केबी पण्ड्या, अतिरिक्त निदेशक बीएस सोढ़ा सहित अधिकारी उपस्थित थे।