अब मार्क जुकरबर्ग ने किया 11000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला, खेद भी जताया


कैलिफोर्निया। फेसबुक, वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक ने अपने 11 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है। यह ऐलान करते हुए कंपनी के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने खेद भी जताया। उन्होंने इसके पीछे गलत फैसलों से रेवेन्यू में आई गिरावट को वजह बताया। कंपनी के 18 साल के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी हुई है।

मार्क ने कहा कि आज मैं मेटा के इतिहास में किए कुछ सबसे कठिन फैसलों के बारे में बताने जा रहा हूं। हमने अपनी टीम साइज में करीब 13 प्रतिशत कटौती करने का फैसला किया है। इससे 11 हजार से अधिक प्रतिभाशाली कर्मचारियों की नौकरी जाएगी। हम खर्च में कटौती करके और क्यू 1 तक हायरिंग फ्रीज को बढ़ाकर ज्यादा कुशल कंपनी बनने के लिए कदम उठा रहे हैं।

जकरबर्ग ने कर्मचारियों से एक मैसेज में कहा कि न केवल ऑनलाइन कॉमर्स पहले की स्थिति में लौट आया है, बल्कि व्यापक आर्थिक सुस्ती, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और एड सिग्नल लॉस की वजह से हमारे रेवेन्यू उम्मीद से कम रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे यह गलत लगा और मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं। मुझे पता है कि यह सभी के लिए कठिन है और मुझे विशेष रूप से प्रभावित लोगों के लिए खेद है। मेटा निकाले जाने वाले हर कर्मचारी को सेवरेंस पैकेज के रूप में 16 सप्ताह का बेसिक पे देगी। इसके अलावा, हर साल की सर्विस के लिए दो अतिरिक्त सप्ताह का बेसिक पे मिलेगा। कंपनी के अनुसार वह अगले 6 महीने के लिए कर्मचारियों और उनके परिवार की हेल्थ इंश्योरेंस कॉस्ट को कवर करेगी। साथ ही निकाले गए कर्मचारियों को एक बाहरी वेंडर के साथ तीन महीने की करियर सपोर्ट प्रदान करेगी, जिसमें अनपब्लिश्ड जॉब लीड तक अर्ली एक्सेस शामिल है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में एलन मस्क के स्वामित्व वाली ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट समेत कई दिग्गज कंपनियों में भी हजारों कर्मचारियों को निकाला है।