महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी का पांचवा दीक्षांत समारोह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने की शिरकत


जयपुर। "सुलभ, विश्वसनीय, अत्याधुनिक एवं सबसे सस्ता इलाज है तो भारत में है । भारतीय संस्कारित तथा संवेदनशील डॉक्टर्स तथा चिकित्सा सेवाओं का दुनिया भर में सम्मान है। शोध एवं अनुसंधान के लिए अभी बहुत कुछ करना बाकी है युवा डॉक्टर्स पर इसकी बड़ी जिम्मेदारी है । नए चिकित्सकों से अपील है कि रोगियों की पूरी संवेदनशीलता के साथ सेवा एवं उपचार करें।"

यह उदगार लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सीतापुरा स्थित महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी के पांचवें दीक्षांत समारोह के अवसर पर व्यक्त किए।

उन्होंने यहां आर. एल. स्वर्णकार ऑडिटोरियम में अपने संबोधन में कहा महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी का कारवां सन 2000 से आरंभ हुआ जो डॉ. एम. एल. स्वर्णकार के दृढ़ संकल्प से अब चुनिंदा विश्वविद्यालयों की श्रेणी में शुमार है।

उन्होंने कहा कि अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में महात्मा गांधी अस्पताल ने कीर्तिमान स्थापित किया है। यह राज्य के लिए यह गौरव की बात है। मानव सेवा का चिकित्सा सेवा पुनीत एवं पवित्र कार्य है, इसमें पवित्रता बरकरार रखना चिकित्सकों की आने वाली पीढ़ी का दायित्व है। नए चिकित्सक अपने चिकित्सा पेशे के सम्मान को बरकरार रखें। खासकर ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सक संवेदनशील एवं समाजसेवा का जज्बा रखकर सेवा करें।

उन्होंने महात्मा गांधी अस्पताल की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि वह दिन दूर नहीं जब देश एवं दुनिया के चुनिंदा चिकित्सा एवं यूनिवर्सिटी की श्रृंखला में श्रेष्ठ एवं विश्वसनीय संस्थान के रूप में अपनी पहचान स्थापित करेगा। संस्थान के एमेरिटस चेयरपर्सन प्रोफेसर डॉक्टर एम एल स्वर्णकार ने चिकित्सकों को समाज सेवा का संकल्प लेकर विनम्रता, अनुशासन,अहंकार मुक्त जीवन जीने की सलाह दी।

नए चिकित्सक यहां समाज सेवा का समर्पण भाव से संकल्प लेकर जाएं उन्होंने कहा चिकित्सक अपने व्यवसाय में श्रेष्ठ चरित्र भी अपनाए उन्होंने कहा कि चिकित्सक रोगियों की सेवा करते हुए अपने स्वास्थ का भी ध्यान रखें। समारोह की अध्यक्षता करते हुए यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन डॉ विकास चंद्र स्वर्णकार ने कहा कि भाग्य भी कड़ी मेहनत करने वालों का साथ देता है उन्होंने चिकित्सकों को ईश्वर में विश्वास रखते हुए मरीजों की सेवा करने का संकल्प दिलाया ।

उन्होंने बताया कि समय की मांग के अनुरूप यहां इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनोवेशन एंड रिसर्च इन मेडिसिन के भवन की आधारशिला रखी गई है। 1500 शैय्याओ के साथ महात्मा गांधी अस्पताल राज्य का सबसे बड़ा तथा आधुनिक सेवाओं वाला अस्पताल है । लिवर, किडनी, हार्ट ट्रांसप्लांट करने वाले यहां देश के चुनिंदा अस्पतालों की सूची शामिल है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही सेंटर फॉर डाइजेस्टिव साइंस का नया भवन भी तैयार किया जा रहा है। जिसमें पेट आंत और लिवर पेनक्रियाज की सभी प्रकार की बीमारियों का उपचार एक ही स्थान पर किया जा सकेगा।

समारोह में यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. सुधीर सचदेव, प्रो. वाइस चांसलर डॉ. जी. एन. सक्सेना, रजिस्ट्रार डॉ. ए. के. शर्मा ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर डॉ. स्वाति गर्ग, डॉ. नरेंद्र पडियार, डॉ. मधुसूदन तिवारी, डॉ. एस.के. मीणा तथा गिर्राज सोनी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य चिकित्सक स्टूडेंट तथा उनके परिजनों ने हिस्सा लिया।

इनका हुआ सम्मान

दीक्षांत समारोह में 190 से अधिक मेडिकोज, डेंटल, फीजियो, हॉस्पिटल मैनेजमेंट नर्सिंग स्टूडेंट्स को डिग्रियां प्रदान की गई। मेधावी विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल प्रदान किया गया इनमें डॉ नैमिष मेहता, डॉ कनिका शर्मा, डॉ. अनुभा चौधरी, डॉ. अक्षय प्रताप सिंह, डॉ. निपुण शर्मा, डॉ. सिद्दीकी लुबना, कोमल ठक्कर, डॉ. अंकुर चौधरी, डॉ जगताप सौरभ विजय, डॉ. भानुजा चौधरी, डॉ. गणपतलाल, डॉ. मेघना शर्मा, डॉ. अंजली गुप्ता, डॉ. आस्था शर्मा, डॉ. मेघपरा मिली, डॉ. गरिमा उदावत, डॉ. भूमि चौहान आदि को सम्मानित किया गया।